#bastar #TheKeralaStory #adahsharma

Unplugged FT. Vipul Amrutlal Shah | The Kerala Story | Bastar The Naxal Story | Film producer | Shubhankar Mishra

#adahsharma #bastarthenaxalstory #sdiptoSen #bastarproducer #bollywoodmovies #entertainment #thekeralastory #bollywoodmovies #naxalnews #naxalism #naxalbari #naxali #naxal #akshaykumar

डू यू बिलीव केरला स्टोरी जैसी फिल्म ने आपको हिम्मत दी बस्तर बनाने के लिए क्या विपुल शाह एंटी मुस्लिम है आपने बहुत सारी फिल्में बनाई हैं एक केरला स्टोरी आई एक यह स्टोरी आ गई क्या इसके बाद विपुल शाह हिम्मत करेंगे गुजरात मणिपुर या जो बाकी सेंसिटिव इश्यूज है पुलवामा या और जो

सरकार को असहज कर सकते हैं उन टॉपिक्स पर भी फिल्म बनाने की जैसे एक आरोप आपकी बस्तर पर लग रहा है कि आपने इसमें अदा शर्मा से एक डायलॉग बुलवाया कि जी करता है इन लोग को गोली मार दो उसके जरिए लग रहा है कि जितने लेफ्ट आइडल जीी के लोग हैं आप

एक तरीके से बाकी लोगों को प्रोवोक कर रहे हैं कि ये जहां मिले इनको ठोंक दो कश्मीर फाइल्स जब हम देखने गए थे तो उसमें एक सीन था जिसमें एक व्यक्ति को मारा जाता है फिर उसकी वाइफ से कहा जाता है कि इसी खून से

सने चावल को उठाओ और खाओ और नहीं खाओगे तुम्हारे बच्चों को मार दिया जाएगा आपने ऑलमोस्ट एक सीन सिमिलरली रीक्रिएट किया है जहां पर एक एक फैमिली में एक हस्बैंड को मारा जाता है उसकी वाइफ से कहा जाता है अब इस खून को दीवाल पे रंगो शहीद स्मारक पे

नहीं तो बाकी तुम्हारी फैमिली मार दी जाएगी तो इस पर भी आरोप आप पर है कि ऐसे सींस के जरिए आप इमोशंस को एकदम पीक पे ले जाना चाह रहे हैं जैसे कश्मीर फाइल्स में हुआ था ताकि लोग फिल्म देखने जाए सडन आपको क्या हो गया कि आपने ऐसे कंट्रोवर्शियल

टॉपिक्स को चुनना शुरू कर दिया जिसको लेकर अब लोग आप पर भी इतने सारे सवाल शुरू कर चुके हैं व्हाई केरला स्टोरी और वाई बस्तर ये एक बड़ी ताज्जुब की बात है कि 20 फिल्में मैंने बनाई जिसमें मैं 18 फिल्मों में हिंदू विलन है दो फिल्मों में मुस्लिम

विलन है तो मुझे एंटी हिंदू नहीं कहा जाता जाता जब मैं नमस से लंडन बता बनाता हूं और उसमें एक कैरेक्टर है जो लंडन में रहता है उसे मुस्लिम लड़का है उसे क्रिश्चियन लड़की कन्वर्ट करने की कोशिश कर रही है और हमारा हिंदू हीरो उसको जाके कन्वर्जन से

रोकता है तब मुझे लोग सेकुलरिज्म का चैंपियन कहते थे कि अरे तुम बड़े सेकुलर हो यार तुमने क्या खूबसूरत हिंदू मुस्लिम यूनिटी की बात की लेकिन जब मैं केरला स्टोरी बनाता हूं तो फिर मैं एंटी मुस्लिम इस्लामोफोबिक हो जाता हूं बस्तर से इतना पैसा निकलता है उससे साल का करीब-करीब

2000 करोड़ का लेवी आता है और यह पैसा न्यूयॉर्क टाइम्स तक जाता है ऐसी खबरें हैं इसी पर आप पर आरोप लगेगा कि ये आपने एक ब्लफ मारे खेल दिया कि 2000 4000 करोड़ आ रहे हैं ये सुनने में पूरी लेफ्ट आडलज जो है वो सब बर्बाद है

खराब है देश बरबाद कर रहे हैं बस्तर में नक्सलवाद से जुड़ा हुआ इशू है तो उसमें लेफ्ट का एक अपना रोल होता है तो हमारे पास कोई चारा नहीं है और प्रोपेगेंडा यह चलाया जाता है जो हमारे बड़े शहरों में बैठे जो लेफ्ट लिबरल इंटेलेक्चुअल्स है कि

यह नक्सलवादी जो है यह अच्छे लोग हैं यह गांव वालों का विकास करने आए हैं यह सरकार से लड़ के गांव वा गांव वालों के लिए कुछ अच्छा काम करेंगे और यह कौन सा रेवोल्यूशन है जिसमें एक चार महीने के बच्चे को आयन

का रड सर में मार के मार दिया जाता है आठ बच्चों को अपनी मांओं से छीन के जलती हुई आग में जिंदा जला दिया जा कौन सी विचारधारा इस वायलेंस को जस्टिफाई कर सकती है पैसे पैसे बढ़ाए आपने अदा शर्मा के अधा काफी डिमांडिंग है वैसे नहीं इससे मेरा

क्वेश्चन केरला फाइल्स को लेके लास्ट क्वेश्चन है जो 32000 वाला डिस्क्लेमर आपने दिया था कि हम ऐसा दावा नहीं करते हैं लेकिन वो क्योंकि नंबर बहुत बड़ा था और सडन वो नंबर था कि आपके रोंगटे खड़े करते क्या अरे 32000 लड़कियों से ऐसा हो

गया और उस चीज ने उसको हाई बहुत ज्यादा दे दी उसके बाद जब वो डिस्क्लेमर आया तो एक परसेप्शन बना कि आप लोगों ने फिल्म की ओवर हाइपिंग कर दी बाद में उससे उस कंट्रोवर्सी से फायदा मिला कुछ फिल्में डराने वाली होती हैं कुछ फिल्में हंसाने वाली होती हैं कुछ फिल्में

सिर्फ मनोरंजन करके निकल जाती है कुछ आपको इंस्पायर्ड कर जाती हैं लेकिन कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जो समाज की वह सच्चाई आपको दिखाती हैं जिसे आप शायद जानते हैं या जानकर अनजान बन जाते हैं द केरला स्टोरी एक ऐसी फिल्म थी और उस फिल्म के बाद अब एक और फिल्म आ रही

है बस्तर और उसे लेकर आ रहे हैं विपुल अमृतलाल शाह साहब थैंक यू सो मच सर बड़ा सिंपल सा सवाल है कि यार हर आदमी ये कहता है कि विपुल जी इतनी बढ़िया-बढ़िया फिल्म बना रहे थे कमर्शियल फिल्में अक्षय कुमार उनकी फिल्म के हीरो होते थे बढ़िया फौजी वाली कहानी होती थी

लोग सलूट ट मारते थे इंस्पायर करते थे हीरोइन कैटरीना होती थी कहीं कहीं कोई हीरोइन सडन आपको क्या हो गया कि आपने ऐसे कंट्रोवर्शियल टॉपिक्स को चुनना शुरू कर दिया जिसको लेकर अब लोग आप पर भी इतने सारे सवाल शुरू कर चुके हैं व्हाई केरला स्टोरी और वाई

बस्तर अ देखिए आप अगर मेरी पुरानी फिल्में भी देखेंगे चाहे नमस्ते लंडन हो जो कि रोमांटिक फिल्म थी पर उसमें भी एक अक्षय जी का एक स्पीच था जो यट पे पेट्रियोटिक स्पीच या फिर उसके बाद हॉलिडे फो सिंज किंग मेरी हर फिल्म में पेट्रियोटिक

वो जब मेरे पास ये दोनों सब्जेक्ट लेकर आए और मैंने जब उनका रिसर्च पढ़ा तो मुझे लगा सॉ टफ बट क्या पहले डिसाइडेड था ये बस्तरी बनेगी केरला की स्टोरी के टाइम पे एक्चुअली हमने दोनों फिल्में बनाने का फैसला एक साथ किया और तब ऐसा था कि शायद

बस्तर पहले बनेगी केरला बाद में बनेगी लेकिन बस्तर का रिसर्च थोड़ा और टाइम ले रहा था तो केरला स्टोरी पहले बन गई तो मुझे यह लगा था कि दोनों सब्जेक्ट देखने के बाद कि बात तो हमारे देश की है और बात देश में एक ऐसे

एक ऐसा खेल चल रहा है जिसे छुपाया जा रहा है और कोई इसके ऊपर ध्यान नहीं दे रहा है तो इसे एक्सपोज करना कहीं ना कहीं हमारी ड्यूटी भी है मैं पहले से जानता भी था कि जब मैं यह फिल्में करूंगा तो मुझ पर कुछ आरोप भी लगेंगे

कुछ कुछ प्रकार का एक कैंपेन भी चलेगा मतलब एक परसेप्शन बनाने की कोशिश की जा रही है कि विपुल श प्रोपेगेंडा फिल्में बना रहे हैं जो सरकार को इनडायरेक्टली फायदा पहुंचाती है देखिए या एक लॉबी को टारगेट कर रहे हैं जिससे लेफ्ट डोलजी कहते

हैं कि आप उनके कुछ कुछ चीजों को उठा के आप ये कहना चाह रहे हैं कि पूरी लेफ्ट आडलज जो है वो सब बर्बाद है खराब है देश बरबाद कर रहे हैं नहीं देखिए मैं जब दोनों फिल्में बना रहे थे तो हमारा फोकस किसी को नुकसान पहुंचाने से ज्यादा जो पीड़ा यह

लोग भुगत रहे हैं जैसे वह लड़कियां है केरला की या जो नक्सलवाद से पीड़ित बस्तर के लोग हैं उनकी ह्यूमन ट्रेजेडी को लोगों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है ना हमने केरला स्टोरी में किसी पॉलिटिकल पार्टी का नाम लिया है अ बस्तर में क्योंकि वो नक्सलवाद

से जुड़ा हुआ इशू है तो उसमें लेफ्ट का एक अपना रोल होता है एक सर्टेन सेक्शन ऑफ लेफ्ट तो हमारे पास कोई चारा नहीं है लेकिन द फोकस ऑफ द फिल्म इज ऑन द ह्यूमन ट्रेजेडी हम हम पॉलिटिकल फिल्म नहीं बना रहे हैं उसका एक पॉलिटिकल अ नजरिया हो

सकता है उस इशू को देखने का हमारा नजरिया उस ह्यूमन ट्रेजेडी को लोगों के सामने लाने का है कि अगर हमारे देश में जैसे मैं आप आपको कुछ उदाहरण देना चाहता हूं के बस्तर के अंदर आप भारत का झंडा नहीं फहरा सकते 3500 गांव है जहां पर आप भारत का

झंडा फहराएंगे तो उसकी सजा है मौत तो यह इशू कोई पॉलिटिकल पार्टी से बिलोंग नहीं करता यह इशू बिलोंग करता है हमारे देश को हमारे देश को इस पर रिएक्ट करना चाहिए नक्सलियों ने एक रूल बनाया कि हर फैमिली से एक बच्चा उनको देना पड़ेगा अगर आपने

बच्चा नहीं दिया तो पूरी फैमिली को मार देंगे तो यह इशू ह्यूमन ट्रेज इसमें कोई पॉलिटिकल आइडियो जीी का सवाल ही पैदा नहीं होता वहां पर सड़कें नहीं बनाने देंगे सड़क बनाने जाएंगे तो हत्याकांड होगा मारा खूना खून बहेगा वहां स्कूल नहीं बनेगी आप सोचिए कि बस्तर के लोग कहते हैं कि बस्तर

की सड़कें डाम से नहीं जवानों के खून से बनती है यह वहां का एक पॉपुलर स्लोगन है स्कूल नहीं बना स सम हाउ ट्रू आल्सो सो स्कूल नहीं बनने देते य आप हॉस्पिटल नहीं बनने देते तो हमारे देश का एक बहुत बड़ा पॉपुलेशन विकास से बिल्कुल

अ उसको अलग रखा गया है और प्रोपेगेंडा यह चलाया जाता है जो हमारे बड़े शहरों में बैठे जो लेफ्ट लिबरल इंटेलेक्चुअल्स हैं कि यह नक्सलवादी जो हैं यह अच्छे लोग हैं यह गांव वालों का विकास करने आए हैं यह सरकार से लड़ के गांव गांव वालों के लिए

कुछ अच्छा काम करेंगे जब आप सड़कें नहीं बनने देंगे और स्कूल नहीं बनने देंगे तो आप कैसे अच्छा काम कर रहे हो पानी के पाइपलाइन नहीं बिछाने दोगे मोबाइल का टावर नहीं लगने दोगे तो आप कैसे अच्छे इंसान नहीं बट जो वर्ग इनको सपोर्ट करता है वह

कहता है कि जो आदिवासी लोग हैं उनकी जमीन अ को लेकर इश्यूज थे विस्थापित लोग हैं इक्वलिटी नहीं है आदिवासियों के हक मारे गए जिसकी वजह से इसकी शुरुआत हुई एक जमाने में शोषित थे ये लोग इनको पॉलिटिकली गलत किया गया जमीदारों ने नुकसान किया जिसके

बाद हथियार उठाया वरना किसे अच्छा लगता है हथियार उठाना फिर बाद में एक तरह से मूवमेंट बन गया और जब आप उन्हें दबा रहे हो ताकत से बिना बातचीत के तो फिर वह अपने तरीके से उसका इजहार कर यह जो उनके समर्थक वाले लोग हैं वही कहते हैं मैं यह नहीं कह

रहा जस्टिफाई कर रहा हूं मैं दोनों बातें बिलकुल सच है कि 76 जवान भी हमारे शहीद हुए अभी सुखमा में 3 साल पहले 22 जवान शहीद हुए थे अभी आपकी कहानी को लेकर मैं पढ़ रहा था और कुछ 31 ऑफ जैन को श खबर पढ़ी मैंने कि तीन जवान हमारे उसी गांव

में शहीद हुए जहां पर सुखमा में 22 शहीद हुए थे बट इसकी कहानी जैसे हर सिक्के के दो पहलू होते हैं एक दूसरा पहलू भी है सो इस फिल्म में क्या वह वाला पहलू भी रखा या केवल एक पहलू रखा आपने अ मुझे बहुत खुशी

हुई आप आप ने ये सवाल पूछा क्योंकि यह पहलू जो है के 1967 से पहले वहां पे जो सरकारी ऑफिसर्स थे या जो पुलिस वाले थे वह गांव वालों पर बहुत अत्याचार करते थे और उस अत्याचार की वजह से इन लोगों के लिए एक बहुत एक रेडी प्लेटफार्म था टू एंटर एंड

दे एंटर्ड और उन्होंने उन गांव वालों उन ऑफिसर सरकारी बाबुओं को भगाया तो शुरुआत जो थी वो अ वह एक राइट इंटेंशन के साथ थी लेकिन बाद में यह उन सरकारी बाबुओं से भी ज्यादा अ अत्याचारी हो गए और उनके अत्याचार की जो लिमिट्स हैं यह मैं आपको

कुछ और किस्से बताना चाहता हूं ताकि आपको समझ में आए और यह कौन सा रेवोल्यूशन है जिसमें एक 4 महीने के बच्चे को आयन का रॉड सर में मार के मार दिया जाता है आठ बच्चों को अपनी मांओं से छीन के जलती हुई आग में जिंदा जला दिया जाता ये आपके पास

डॉक्युमेंटेड है सारी जी जी ठीक है ना उसके बाद आप देखिए एनएचआरसी की रिपोर्ट है हम सबको पता है कि एनएचआरसी की एक रिपोर्ट कश्मीर को लेकर है कि 1952 से लेकर आज तक कश्मीर में 47000 लोगों की डॉक्यूमेंटेशन का वायलेंस कर रहे हैं और

फिर उसे जस्टिफाई करने के लिए यह कह रहे हैं कि हमें हमें हमने जब गन उठाई तो हमें दबाने की कोशिश की इसलिए हम रैंडम किसी को भी मार देंगे मैं कल परसों की बात बता रहा हूं एक पॉलिटिकल कार्यकर्ता को उन्होंने हैक करके टुकड़ों में काट दिया इसको आप

कैसे जस्टिफाई कर सकते हैं कौन सी विचारधारा इस वायलेंस को जस्टिफाई कर सकती है और यह वायलेंस रिलेंस है आपने कहा 31 जनवरी फरवरी के अंदर टोटल 14 से 15 लोगों की वहां हत्या की गई है बस्तर में एक महीने में और ये निरंतर है रोज हम ऐसी

खबरें सुनते हैं ठीक है अब इसमें एक क्वेश्चन मेरे जहन में आता है जो आपसे कई लोग पूछना चाहते हैं वो ये पूछते हैं कि जैसे दो आंखें हैं हमारे पास एक लेफ्ट आंख है एक राइट आंख है राइट आंख का सच जो है मुझे दिखा रहा है कि छत्तीसगढ़ बस्तर

में ये हुआ केरल में ये हुआ जो आपसे सवाल पूछना आते है वो कहते हैं आपने केरला स्टोरी बनाई उसके भी सवाल मैं कुछ आपसे पूछूंगा बट वो कहते हैं कि ऐसी बहुत सारी घटनाएं हैं जो बीजेपी शासित राज्य में भी हो रही है जैसे मणिपुर का जिक्र करते हैं

कि खिला जो है इंटरनेशनल फॉर्म पर जा जाकर कह रहे हैं कि सर साल दो साल हो गया है प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हो रही है बात नहीं हो रही आप उससे लिए कुछ कीजिए पुलवामा को लेकर बहुत सारे डाउट हैं जो आते हैं एलएसी पर कई सारे सवाल हुए चीन की हरकतों को

लेकर जिसको लेकर क्लेरिटी नहीं आती है वो कहते हैं कि गवर्नमेंट पर हार्ड हिटिंग जो सवाल होने चाहिए वो भी फिल्मों के माध्यम से या गुजरात को लेकर वो जिक्र करते हैं वो कहते हैं विपुल शाह ऐसी फिल्में नहीं बनाते उनके इंटेंशन नहीं है उनके इंटेंशन

वो है जहां पर गवर्नमेंट को सेव कर सके ये आप पर आरोप लगता है देख ये मैं आपको कहूं गुजरात के ऊपर एक फिल्म बनाई थी पर्जानिया ठीक है ना लोगों ने देखी जिन्हें देखनी थी बहुत सारे लोगों ने नहीं देखी जो आदमी देशभक्त है जो आदमी अपनी एक देशभक्त

की परिभाषा क्या है आपकी नजर में हमारे देश के अंदर बहुत सारे इशू है और जिसमें मैं मणिपुर को भी इशू मानता हूं मैं ये नहीं कह रहा हूं कि मणिपुर इशू नहीं है लेकिन जो इश्यूज 50-50 सालों से फेस्टर हो रहे हैं जैसे कि बस्तर का इशू है हजारों

की मौतें हुई या केरला का जो इशू था जैसे हमें हम पे कहा गया एक आक्षेप किया गया कि 32000 का नंबर झूठा है हां ये मैं बता रहा हूं 32000 का नंबर झूठा है अ जीी 32000 तो हु आपको कोर्ट ने भी कुछ आदेश दिया था

फिल्म में चेंज करने के लिए कोर्ट ने हमें कोई आदेश ऐसा नहीं दिया था एक डिस्क्लेमर होता है फिल्म के बिगिनिंग में जो सेंसर बोर्ड हमें कहता है वो डिस्क्लेमर हमें फिल्म में लगाना पड़ता है कोर्ट ने उसमें एक लाइन ऐड करने को कहा और

उसको उ क्या थी वो लाइन अ क्या हम इस इन सारी जो घटनाएं हमने इस फिल्म में दिखाई है इसका हम कोई दावा नहीं कर रहे हैं कि यह सच्चाई है लेकिन हमारी फिल्म के अंदर और आप देखिए किसी भी फिल्म के अंदर डिस्क्लेमर यही होता है के हम किसी को

हर्ट नहीं करना चाहते हम यह नहीं करना चाहते हमारा किसी समुदाय के साथ कोई एक जनरलाइज सा आप एक डिस्क्लेमर जो सेंसर हमें देता है वो फिल्म देखते हैं और वो हमको लिख के देते हैं कि आपको बिगिनिंग में ये डिस्क्लेमर लगाना पड़ेगा अब इसी पे

मेरा क्वेश्चन आता है आपने पोस्ट उसके एक वीडियो बनाया आपने और सप्त सर ने मैं थोड़ा मेरा पॉइंट कंप्लीट कर लूं लेकिन इस डिस्क्लेमर के बावजूद कोर्ट ने हमें ये नहीं कहा कि फिल्म के एंड में जो आपने लोगों की टेस्टीमनीज रखी हैं जो एक्चुअल विक्टिम है उन्हें निकाल दीजिए अगर कोर्ट

हमारी बात से अग्री नहीं करती तो हमें कहता कि ये टेस्टिमोनी हटाई है क्योंकि उसमें एक लड़की जो मर चुकी है उसके मां-बाप का टेस्टिमोनी है एक एक खुद विक्टिम का टेस्टिमोनी है और एक लड़की जो अभी अफगानिस्तान की जेल में है उसका तो

अभी कोई अता पता भी नहीं है और उसी वीडियो के अंदर हमने एक चीफ एक्स चीफ मिनिस्टर का वीडियो भी रखा था जो सेंसर बोर्ड ने हमसे कटवाया हम उन्होंने कहा कि आप पॉलिटिकल लीडर का वीडियो यूज नहीं कर सकते मैंने कहा ये इसलिए जरूरी है क्य हम जो कह रहे हैं वो

केरला के एक्स सीएम ने फ्लोर ऑफ द हाउस कहा है और दिल्ली के प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है मैंने सुना है उस स्टेट है ना तो वो हमसे सेंसर ने कटवा दिया लेकिन यह जो टेस्टिमोनी है वो नहीं कटवाए और रहा सवाल 32000 का मैं खत्म कर लू फिर मैं आपका

सवाल जरूर सुनना चाहूंगा तो जो 32000 का आंकड़ा है वह हमने प्रमाणित करता हुआ एक वीडियो डाला दो दिन के बाद हर मीडिया आउटलेट का जवाब आया कि सामने वाले अब इस परे डिबेट नहीं करना चाहते तो क्या समझा जाए अब क्या सच्चाई है और उसके बाद वो शोर बिल्कुल

शांत हो गया कि ये फिल्म झूठी है वो मामला खत्म हो गया और इस फिल्म के साथ ऑलरेडी मैं देख रहा हूं कि कोई विरोध नहीं कर रहा है क्यों नहीं कर रहा है क्योंकि उन्हें भी पता है कि अगर हमारे को चैलेंज किया जाएगा हम हर चीज का एविडेंस लेक खड़े हो

जाएंगे नहीं या इसलिए चैलेंज नहीं किया जा रहा क्योंकि इसमें हिंदू मुसलमान नहीं है दे में बिकने वाला टॉपिक जो है वो हिंदू मुसलमान है आप अगर आप ये दिखा दीजिए कि हिंदू ने गलत किया तो एक वर्ड सपोर्ट करेता आप दिखा दीजिए मुसलमान ने गलत क तो

कंट्रोवर्सी जल्दी खड़ी हो जाती है पर हम तो चाहते ही नहीं है कंट्रोवर्सी खड़ी हो ना हम केरला टाइम केरला स्टोरी के वक्त चाहते थे कि कंट्रोवर्सी खड़ी हो क्योंकि जब कंट्रोवर्सी खड़ी होती है तो लोग हमारी मेहनत से ज्यादा फिल्म के सक्सेस का क्रेडिट कंट्रोवर्सी को देते हैं जबकि

मुझे ऐसा लगता है कि वो हमारे लिए डेट्रिमेंटल है हमारी इतनी मेहनत इतनी रिसर्च इतने सालों की कड़ी मेहनत को आपने यूं ही उड़ा दिया अरे वो तो कंट्रोवर्शियल हो गई तो चल गई अदर वाइज फिल्म में मेरिट नहीं था तो हम बहुत खुश है कि इस बार लोग

चुप है और फिल्म अपने मेरिट पर जो भी बिजनेस करेगी वह करेगी और अगर अच्छी फिल्म बनी होगी तो चलेगी तो हम तो चाहते ही है कि कंट्रोवर्सी ना हो क्योंकि कंट्रोवर्सी का जो आउटकम है वह फिल्म की फिल्म मेकर की क्रेडिबिलिटी के लिए वह अच्छा नहीं होता

इवेंचर नहीं नहीं मिलता आपको आपको किसी और ही चीज को दे दिया जाता है सो कंट्रोवर्सी होना हमारे लिए तो बिल्कुल भी जरूरी नहीं है एंड वी आर हैप्पी के अभी तक बस्तर में कोई कंट्रोवर्सी नहीं हुई है नहीं इससे मेरा क्वेश्चन केरला फाइल्स को लेके लास्ट क्वेश्चन है जो 32000 वाला डिस्क्लेमर

आपने दिया था कि हम ऐसा दावा नहीं करते हैं आप ये बात सच है आपने लास्ट में नहीं नहीं नहीं वो जो डिस्क्लेमर की लाइन जो ऐड करवाई थी वो 32000 के रेफरेंस में नहीं थी क्योंकि फिल्म के अंदर 32000 की कोई बात ही नहीं थी वो एक सिर्फ टीजर में हमने

32000 के आंकड़े की बात की थी फिल्म वाज अबाउट दोज फोर गर्ल्स जिसमें एक तीन विक्टिम थी और एक परपेट्रेटर थी तो कोर्ट का जो जजमेंट था दैट वाज नॉट अबाउट द 32000 का विक्टिम कोर्ट जस्ट सेड दैट एड दिस जेनरिक लाइन ट्स ल क्योंकि जैसे कुछ

मौलवियों के जो सीन थे जो इस इस मैनिपुलेशन में इवॉल्वड है कोर्ट ने कहा क्या आपके पास इनका कॉपीराइट है टू टेल देयर स्टोरी और इन्होंने यही डायलॉग बोले थे या यही बातें की थी नहीं है आपके हर कैरेक्टर का कॉपीराइट आपके पास नहीं हो हो

सकता सो देन यू हैव टू गिव दिस काइंड ऑफ अ जेनेरिक बट एक जो परसेप्शन दिया गया आपकी फिल्म को लेकर मतलब उस फिल्म में हालांकि यह भी सच है कि चाहे एक ही कहानी हो या 32000 की वो कहानी इंपॉर्टेंट है ऐसा हुआ देश में और उसके विक्टिम्स को आपने भी

दिखाया और वो सवाल उठे थे लेकिन वो क्योंकि नंबर बहुत बड़ा था और सडन वो नंबर ऐसा था कि आपके रोंगटे खड़े करते क्या अरे 32000 लड़कियों से ऐसा हो गया और उस चीज ने उसको हाईप बहुत ज्यादा दे दी उसके बाद जब वो डिस्क्लेमर आया तो एक परसेप्शन बना

कि आप लोगों ने फिल्म की ओवर हाइपिंग कर दी बाद में उससे उस कंट्रोवर्सी से फायदा मिला माउथ पब्लिसिटी हुई बाद में लोगों ने अप्रिशिएट तो किया ही फिल्म को या तो जो सवाल भी खड़े कर रहे हैं वो भी यही कह रहे हैं केवल कि वो डिनायर ऐसा नहीं हुआ था

अफगानिस्तान की जेल में आज है उनकी तस्वीरें हैं आर्टिकल्स है हर बड़े अखबार ने कवर किया है बस यह है कि वह तीन में जब आगे कई हजार और अवाते हैं तो वो उस घटना को बड़ा कर देता बहुत बड़ा कर देता है अ मैं यही कह रहा हूं अब देखिए इसका एक

दूसरा पहलू है केरल में रहने वाले जो लोग हैं उसमें से कई लोगों ने हमें इस पर बहुत क्रिटिसाइज किया कि आपने यह आंकड़ा इतना छोटा क्यों रखा मैं आपको ऐसे कम से कम 20 लोगों से मिलवा सकता हूं जिन्होंने हमें लिख के कहा कि यह आंकड़ा एक लाख के ऊपर है

आपने 32000 क्यों किया मैं आज पहली बार आपके साथ यह शेयर कर रहा हूं आज तक हमने किसी मीडिया में इस बात को नहीं बोला तो वहां के कुछ लोग हैं वह इसलिए नाराज है क्योंकि हमने आंकड़े को छोटा कर दिया तो देखिए कहानी के दोनों तरफ के पहलू है और

32000 के आंकड़े का तो एविडेंस हमने दे दिया और हमने पब्लिक प्लेटफार्म पर दिया है ऐसा नहीं कि ये मेरे कोई मैं आपको [संगीत] मंडे को ढेर हो जाएगी लेकिन ऐसा तो हुआ नहीं भारत के इतिहास की फीमेल सेंट्रिक फिल्मों की सबसे बड़ी हिट है केरला स्टोरी

ट्रू और अभी z5 पे 10 महीने के बाद आई है और z5 पे उसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए तो अगर 10 महीने बाद भी अगर लोग फिल्म से इतना ही कनेक्ट कर रहे हैं तो कुछ तो उनको दिल को छू रही होगी कोई सच्चाई उनको फिल्म

में दिख रही है तभी जुड़ रहे हैं दैट इज व्हाट वी बिलीव चलिए ठीक है अदा शर्मा को आपने क्यों कास्ट किया क्योंकि केरला स्टोरी सक्सेसफुल हुई थी केरला फाइल्स इस वजह से या उनमें क्योंकि एक फिल्म में वो विक्टिम थी एक डरी सहमी लड़की हालांकि उनमें वैरायटी बहुत ज्यादा है वो हम

अलग-अलग फिल्मों के जरिए देख रहे हैं और आपके साथ उनका बेस्ट शेड निकल कर आ रहा है बट आमतौर पर ऐसी फिल्में जैसे हमने आपकी देखी जो मैं आपकी पुरानी फिल्में देखता हूं संगस किंग फोर्स में जॉन इब्राहिम कमांडो आंखें हॉलिडे वक्त नमस्ते लंदन मेल ओरिएंटेड फिल्में रही हैं जिसमें एक स्टार

होता है बड़ा स्टार ना खास तौर पर अक्षय कुमार के साथ और बड़ी जबरदस्त कमाई होती थी अब यह जो आपने अपना स्विच किया है लो बजट फिल्म एक फीमेल ओरिएंटेड फिल्म और जबरदस्त कहानी के साथ आप कर रहे ये स्विच क्यों और अदा क्यों अ देखिए अदा इसलिए

क्योंकि मैंने अदा के साथ कमांडो में काम किया हुआ था और मैं जानता था कि वो कितनी प्रतिभाशाली है लेकिन जब अब सुदीप तो दादा जब फिल्म बना रहे थे तो मैं उनके पास अदा को लेकर गया था और मैंने कहा था कि आप तसल्ली कर लीजिए ऑडिशन करिए आपको जो सही

लगता है वो प्रोसेस से आप गुजरिए एंड इफ यू आर कन्विंस्ड तभी हम कास्ट करेंगे मैं कन्विंस्ड हूं कि शी विल बी अ वेरी गुड चॉइस देन सुदीप तो दादा डिड हिस प्रोसेस ही वेंट थ्रू द ऑडिशन एंड ल एंड देन ही केम बैक टू मी एंड ही सेड यस आईम 100% शर

कि यही होनी चाहिए तो यह केरला स्टोरी के वक्त था बिकॉज वो उनको जानते नहीं थे मैं जानता था जब हम बस्तर बना रहे थे तो मैंने कहा कि अच्छा चलिए र्जा माधवन का जो कैरेक्टर है आप क्या सोच रहे हैं अदा अब क्या सोचना

है फोन करिए अदा को बुला मिलते हैं और कास्ट करते पैसे से बढ़ाए आपने अदा शर्मा के अदा काफी डिमांडिंग है वैसे नहीं एक्चुअली मैं आपको एक ताज्जुब की बात बताता हूं हा के वो मगर आज मैं हा मतलब 200 करोड़ आपने कमाई थी वो फिल्म थी 200 करोड़ प्लस गई 300 300

करोड़ 303 इज द नंबर ऑफ इंडिया बॉक्स ऑफिस नहीं जैसे मैं आपको कितने परसेंट इंक्रीमेंट किया आपने बॉस के र मैं वही आपको बता रहा हूं कि आज अगर मैं आपको शर्त लगा के कह सकता हूं आप इसी वक्त अदा को फोन करके पूछिए कि इस फिल्म में आपकी फी

क्या है और मैं कुछ भी हार जाऊं अगर उनको वो आंकड़ा पता हो मैं शर्त लगाता हूं उनको नहीं पता उनको कभी नहीं पता होता दैट इज हाउ शी इज शी डजन केयर अबाउट मनी उनको अगर मैं वो अगर मैं बात भी करने जाऊ ना ओके ओके ओके डोंट टॉक अबाउट मनी जो

भी है व्हाट एवर यू फील कर लो सो दैट इज हाउ शी इज तो आपने कितना बड़ा दिल दिखाया हमको ये वाला वर्जन भी जानना है अ करोड़ तो आपने कमा ली देखिए मैं मैं ऑनेस्टली जब हम केरला स्टोरी बना रहे थे तो मैंने उनसे

कहा था कि आपकी फी में मैं क्योंकि रिस्क बहुत बड़ा है इस टाइप की फिल्में बनाना पता नहीं क्या होगा तो मैं आपकी कमर्शियल फी नहीं दे पाऊंगा शी सेड व्हाट एवर यू वांट टू गिव इटस फाइन फिल्म के रिलीज होने के बाद हमने एक जेस्चर दिया किया उनके लिए

उसका आंकड़ा बोलना अच्छी बात नहीं है तो फिल्म बहुत सक्सेसफुल हुई तो हमने एक छोटा सा जेस्चर किया वि शी आल्सो फेल्ट वेरी हैप्पी अबाउट और इस फिल्म में हम जो एब्सलूट डिजर्विंग नंबर है वह देने की पूरी कोशिश करेंगे तो वह बट आई लाइक द फैक्ट दैट शी

डंट केयर अबाउट मनी शी डजन लुक एट मनी एज अ किस चीज की डिमांड करती है आपसे उनकी एक्चुअली कोई डिमांड नहीं होती दैट इज अमेजिंग अ बिकॉज़ देखिए अभी हम प्रमोशन भी करते हैं तो कई बार होता है कि एक्टर्स बेहद थक जाते हैं एंड फॉर लास्ट फोर डेज

शी वाज वेरी अनवेल अ शी हैज अ प्रॉब्लम ऑफ कार सिकनेस और हमारा कार में ट्रेवलिंग बहुत हो रहा था एंड शी वाज सो अनवेल आई कांट एक्सप्लेन इट बट नॉट वन प्रमोशन शी कैंसल्ड शी डिड एवरीथिंग फ्रॉम मॉर्निंग 8 ओ क्लॉक टिल नाइट 11:30 12 और एक एक्टर के

लिए ना 12 बजे या 11 बजे पैकअप होता है फिर उनको घर जाके मेकअप निकालना होता है देर इज अ प्रोसेस अनदर हाफ एन आ न वन एंड हाफ टू आवर्स सोते सोते दो तीन बजे जाते फिर सुबह अगर 8 बजे का प्रमोशन है तो आपको

5:30 6 बजे मेकअप में बैठना है एंड यू आर अनवेल एंड इन स्पाइट ऑफ दैट नॉट वन प्रमोशन शी कैंसल और नॉट वन डे शीस कंप्लेन अभी ए आई थिंक दैट इज द हॉलमार्क ऑफ पर्सन नॉट अ स्टार ऑफ पर्सन कि अभी बदलाव नहीं आया इतनी सक्सेस के बाद भी शी

इ व्ट शी वास कभी कमेंट पढ़ते हो जो आप वीडियोस आप लोग शूट करते हो नेटली मैं सोशल मीडिया प क मैं बता रहा हूं तीन तरह के कमेंट आते हैं एक आता है प्रोपेगेंडा वाला कि पॉलिटिकल प्रोपेगेंडा एक आता है सर आपने बहुत कमाल का काम किया

ये इशू उठाने के लिए दिल से सलूट ऐसा कोई नहीं करता थर्ड आता है अदा शर्मा इज वेरी क्यूट हा नहीं वो वाकई में बहुत अच्छी इंसान और वो लाइन से लिखा होता है और सर यही ती इसी तीन के वर्जन चेंज होते रहते होंगे शब्दों की फ्रेमिंग चेंज होती है

नहीं ये देखिए वो वाकई में बहुत अच्छी इंसान है और उसका आपको उनके चेहरे पर वो दिखता है और उनके सोशल मीडिया पे जब वो इंटरेक्ट कर रही होती है तो वो परफॉर्मेंस नहीं होता तो देयर यू सी द रियल हर एंड दैट रियल हर इज रियली जेनुइन एंड दैट्ची

कनेक्ट्स विद पीपल जहां तक प्रोपेगेंडा का सवाल है मैं हर इंसान से यही पूछता हूं कि प्रोपेगेंडा से आपका मतलब क्या है अगर आप मेरी फिल्म में झूठ पकड़ लो और हमें झूठा साबित कर दो तब वह प्रोपेगेंडा है अगर नहीं है अगर आप झूठ नहीं क आपको नहीं

दिखता कि हमने कहीं कोई झूठ बोला और या हम आपको हर हमारे हर एपिसोड या हर सीन का प्रमाण दे सकते हैं डॉक्यूमेंट्री एविडेंस तो उसके बाद वह प्रोपेगेंडा वाला आर्गुमेंट खत्म हो जाता है एंड ट्स व्ट आई बिलीव हैपन विद केरला स्टोरी के आफ्टर पॉइंट पीपल जस्ट जो जो प्रोपेगेंडा बोलने

की कोशिश कर रहे थे उसको दूसरे लोग जिन्होंने फिल्म देखी थी उन्होंने उनको बहुत अग्रेसिव रिस्प किया और उस बात को खत्म कर दिया ड यू बिलीव केरला स्टोरी जैसे फिल्म ने आपको हिम्मत दी बस्तर बनाने के लिए नहीं एक्चुअली मैं आपको कहूं कि क्योंकि मेरे मन में बारबार सवाल आता है

कि मैं 24 * 7 टीवी चैनल में काम कर रहा था जहां पर हम छोटी-छोटी खबरों को पकड़ के पूरे पूरे दिन खेलते हैं या इतनी सी न्यूज़ मिलती है उस परे हम जाते हैं ग्राउंड रिपोर्टिंग करते हैं बट यह जो नक्सलवाद का इंसीडेंस है यह इससे हम भी

बहुत हद तक बचे रहते हैं या बीच में कभी एक एक बार ऐसा होता है कि कुछ रिपोर्टर्स चले गए अ वो भी काफी ड्रामे रिपोर्टिंग होती है कि आप लेट कर ऐसा वैसा शूट कर रहे हैं और बहुत रियल कॉज डेप्थ में जैसे बाकी

जहां मजमा लगता है कि 50 चैनल के रिपोर्टर पहुंच शूट कर रहे हैं या तो डर से या इंटरेस्ट लैक ऑफ इंटरेस्ट या वो जो हिंदू मुस्लिम कॉन्फ्लेट नहीं है तो मुझे कई बार मेरे मन में सवाल आता है कि ये टॉपिक क्या वाकई में लोग इतना इंटरेस्ट लेंगे फिर

मुझे रिलाइज होता है कि नहीं यार बट ऐसे तो केरला भी था उसको लोगों ने समझा जाना वो चल गई तो मुझे लगता है शायद वहां से हिम्मत मिलती होगी कि ये भी टॉपिक हम छू सकते हैं कि लोगों को हम कम नहीं आक सकते नहीं मैं ऐसा कोई प्लान करके फिल्म नहीं

बनाता मेरा हमेशा एक ही तरीका रहा है कि इंस्टिंक्टिवली जब आप मुझे पहले पाच मिनट में एक कहानी बोलते हैं वो मैं उसे हमेशा याद रखता हूं कि वो पाच मिनट में मुझे बट आप प्रोड्यूसर भी तो है ना सर आप आपके दिमाग में चार चीजें और भी चलती होंगी नहीं चलती एक्चुअली

दैट्ची सुनता हूं और अगर मेरे वो पाच मिनट में वो कहानी दिल को टच कर गई ना तो फिर मैं उसके बाद सोचना बंद कर देता हूं वैसे फॉर्चूनेटली हम बंबई में रहते हैं हम और बंबई में आपको ऐसा कोई सिक्योरिटी का खतरा होता नहीं और मुंबई की पुलिस जो है वह

बहुत ज्यादा ध्यान रखती है आपका अगर अगर आपको एक भी यूनो थ्रेट आता है तो वह आपको बिल्कुल सुरक्षा पूरी तरीके से आपको प्रोटेक्ट करते हैं तो आपको कभी कोई ऐसा डर नहीं लगता हालांकि केरला स्टोरी के बाद हमने एक डिसीजन लिया था कि हम प्रोटेक्शन नहीं लेंगे और वह इसलिए नहीं लेंगे

क्योंकि मुझे यह लगा कि मैं मेरे देश के अंदर मेरे देश के एक प्रॉब्लम को एक फिल्म के रूप में बना के अगर लोगों के सामने ला रहा हूं और उसके बाद अगर मुझे पुलिस के घेरे में रहना पड़े तो क्या मैसेज जाएगा बाकी हर फिल्म मेकर के लिए जो एक इशू बेस

फिल्म बनाना चाहता है इट्स अ वेरी रंग विजुअल मैं मेरे देश की फ्रीडम को कैसे छोड़ दूं तो हमने डिसाइड किया था कि हम बिल्कुल भी प्रोटेक्शन नहीं लेंगे और कुछ हुआ भी नहीं कोई कोई ऐसा अटैक बटैक कुछ नहीं हुआ इस देश के लोग बहुत समझदार हैं

मैं आपको एक किस्सा बताता हूं हमारे जो केरला स्टोरी के जो राइटर है लिरिक्स राइटर वो एक पांच बार के पक्के नमाजी है ठीक है पांच बार के पक्के नमाजी हैं अजल ओके तो जब यह फिल्म का इंफॉर्मेशन आया तो उन्हें मस्जिद में जाने से रोक दिया गया

क्या आप मस्जिद नहीं आएंगे आप ने बहुत गलत काम किया है कुछ दिनों बाद मस्जिद के एक मौलवी साहब ने वह फिल्म देखी फिल्म देखने के बाद उन्होंने अ अजल को को फोन करके बोला कि हमसे गलती हो गई यह फिल्म बहुत अच्छी फिल्म है बहुत जरूरी फिल्म है आप कल

से प्लीज आइए और अपनी जो रेगुलर लाइफ नमाज अदा करना है वो आप शुरू करिए तो यह जो गुडनेस है भारत के लोगों की वो गुडनेस प हमारा भरोसा कभी नहीं हिला हमारे हिसाब से वो गुडनेस इतनी ज्यादा है कि हां हर देखिए डेमोक्रेसी में तकलीफ होती है लेकिन लोग

बहुत अच्छे हैं इस देश के और इसीलिए ऐसा कोई खतरा हमें कभी महसूस नहीं हुआ एक सवाल जो बहुत पूछा ठीक है आपकी बात जायज है कि ये टॉपिक है और इन टॉपिक से जुड़े एविडेंस भी हैं जैसे आपका जेएनयू वाला टॉपिक जो था मैंने कल रात को देखना शुरू किया एक

सेक्शन ऑफ ग्रुप ने उस वक्त ऐसा किया था जिसको लेकर अप्रत्यक्ष तौर पर आरोप लगे थे डायरेक्टली तो एस्टेब्लिश नहीं हो पाया लेकिन यह खबर आई थी और एनएसयूआई और एवी बीपी ने दोनों ने एक साथ प्रोटेस्ट किया था यह भी एक अपने आप में हिस्टोरिकल चीज

है कि दो अलग विचारधाराएं एक साथ प्रोटेस्ट कर रही थी कि ऐसा नहीं होना चाहिए 76 जवानों को लेकर बाद में जिस संगठन ने किया उसने डिनायर दिया बट यह घटना हुई थी तो फिल्म में वोह है मैंने उसको देखा बट एक सवाल जो आपसे लोग पूछना

चाहेंगे कि आप एक बड़े प्रोड्यूसर हैं आपने बहुत सारी फिल्में बनाई हैं एक केरला स्टोरी आई एक यह स्टोरी आ गई क्या इसके बाद विपुल शाह हिम्मत करेंगे गुजरात मणिपुर या जो बाकी सेंसिटिव इश्यूज हैं पुलवामा या और जो सरकार को असहज कर सकते हैं उन टॉपिक्स पर भी फिल्म बनाने की पैसा

लगाने की उन पर भी इतनी ही बेबाकी से फैक्ट्स निकालकर सरकार के सामने रखने की या जो आरोप आप बाकी लोगों पर लगाते कि सिर्फ एक आंख से सच देखते हैं मैं आज आपके जरिए यह लोगों को कहना चाहता हूं कि कोई भी इंसान मजबूत रिसर्च लेके आए और एक

ह्यूमन ट्रेजेडी आप उसको सरकार और ऐसे देखते हैं मैं देखता हूं लोग भारत के लोग अगर एक ह्यूमन ट्रेजेडी के ऊपर बनी हुई आप रिसर्च वाली फिल्म लेक आइए जो मजबूत हो वो चाहे गवर्नमेंट के अगेंस्ट हो मैं उसे बनाऊंगा मुझे कोई उसमें यह प्रॉ कभी मेरे

दिमाग में इसके बारे में कोई शक नहीं है कि मैं किस टाइप की फिल्में बनाऊंगा लेकिन अगर बायस रिसर्च होगा देखिए मैं आपको एक मेरे दोस्त हैं जिन्होंने पजानिया बनाई थी और मैं उनकी उस फिल्म से बहुत सारे पहलुओं पर अग्री नहीं करता मुझे लगता है कि अगर

आप ऐसा एक वन साइडेड नरेट और उसमें भी गलत बातें बोलकर अगर आप फिल्म बनाने चाहते हैं तो मैं आपके साथ नहीं हूं मैं जब केरला स्टोरी बनाता हूं या बस्तर बनाता हूं और जब सुदीप तो दादा मेरे पास रिसर्च लेकर आते हैं मैं पूरी स्क्रिप्ट के हर लाइन को

जब तक मैं डॉक्यूमेंट्री एविडेंस ना देखूं वो स्क्रिप्ट में नहीं रहने देता नहीं ब सर जैसे मैं टीवी एंकर हूं मैं चीजों को समझता हूं जैसे कोई खबर आती है तो कई बार एज एन एंकर हम होशियारी करते हैं कि हम एक बात को शुरू में बताते हैं और किसी बात को

हल्का सा छू के निकल जाते हैं जिसमें हमारा हो जाता कि हमने कह भी दिया और हमें जो हाईलाइट करना था व हमने कर भी दिया तो तो वो एक खबर को किसको इंपॉर्टेंस देनी है और किसको छू के निकालना है या कौन सी खबर

टिकर में चलेगी और कौन सी खबर शाम को 5:00 बजे या रात के 9:00 बजे प्राइम टाइम में चलेगी दैट डिफाइंस योर एजेंडा एंड आई अंडरस्टैंड दैट एज अ जर्नलिस्ट बिल्कुल मैं आपको इसीलिए पूछ रहा हूं बस्तर में क्या दोनों कहानी है या दोनों या जो स्मार्टली हम खेल जिसका जिक्र मैंने किया

नहीं मैंने पहले भी कहा कि हमने ये पूरा जो जहां से गवर्नमेंट एथी की पीक पे जब नक्सलवाद एंटर हुआ उसको हमने एड्रेस किया है फिल्म में हम दूसरी बात जैसे केरला स्टोरी हो या बस्तर द नक्सल स्टोरी हो मैं सिर्फ वो एक डॉक्यूमेंट पर डिपेंड नहीं

करता मैं और दादा जाते हैं केरला में भी गए थे बस्तर भी गए बस्तर जाके बस्तर में क्या एक्सपीरियंस था आपका कहां गए थे आप व ज ये घटना हुई थी वहां गए थे हम नहीं वहां हमें जाने नहीं दिया गया था पर हमें बोला गया था कि अवॉइड करिए इससे गलत पॉलिटिकल

एक एक पॉलिटिकल मामला बन जाएगा तो हमारा वो इंटेंशन कभी नहीं था कि हम इसको पॉलिटिकली ट्रीट करें लेकिन मैं जगदलपुर गया जगदलपुर से आगे हमने और हम सबसे मिले हम हम कुछ सरेंडर माओवादियों से मिले हमने माओवादियों से भी मिलने की कोशिश की लेकिन हमें वह मौका नहीं मिला लेकिन हमने

उनके सिंप इजर से भी बात की पुलिस फोर्स से बात की वहां की द दंतेश्वरी फोर्स जो महिलाओं का एक बहुत बड़ा यूनिट है उनके लोगों से बात की दो महिलाएं हैं जो कि पहले टेर नक्सली थी बाद में सरेंडर करके अब पुलिस में काम काम करती है उनसे भी

मिले विक्टिम से मिले जिनके परिवार में लोगों को मारा गया है अभी तीन दिन पहले हमने बंबई में एक हमारा पहला गाना लच किया तब हमने बस्तर के 20 उन परिवारों को बुलाया था जिनके जवान बेटे या भाई या फैमिली मेंबर्स नक्सली हिंसा में मारे गए

हैं उनको हमने बुलाया था और वोह गाना हमने उन्हीं को डेडिकेट किया हुआ है तो सबसे मिलने के बाद जो एक सच उभर के आता है उस सच को हम लोगों के सामने बिल्कुल फेयरलेस बोल्डली एंड इन द मोस्ट ट्रुथ फुल मैनर रखने की कोशिश करते हैं और यही काफी

लोगों को अनकंफर्ट बल कर देता है आप जानते हैं आप इतने सीनियर जर्नलिस्ट है जब ट्रुथ अनकंफर्ट बल होता है तो वह कुछ लोगों को बहुत डिस्टर्ब करता है और जब आप लोगों को उस तरीके से डिस्टर्ब करते हैं तब वह आप पर अटैक करते हैं देन दे गो आफ्टर यू

बिकॉज उनको समझ नहीं आता कि और क्या तरीका है बस इतनी सी बात सच को सच से कंफ्रे अ मैं आप मुझे कुछ कहे और मैं आपको कहूं कि आपने अगर मुझे कहा कोई मेरी के विपुल तुम्हारी फिल्म खराब है फॉर एग्जांपल केरला स्टोरी मुझे नहीं अच्छी

लगी और मैं आपको कहूंगा आपका ऑफिस बकवास है यह तो कोई जवाब नहीं हुआ मुझे तर्क देना चाहिए कि मेरी फिल्म क्यों अच्छी है लेकिन मैं कहूंगा कि आपका ऑफिस बकवास है तो यह तो मैं आपको डाइवर्ट कर रहा हूं किसी मेन मुद्दे को भटका रहा हूं यही

कोशिश हुई केरला स्टोरी में और यही अभी तक तो नहीं हुई पर अगर होगी तो ऐसी नहीं आरोप आने शुरू हो गए हैं जैसे एक आरोप आपकी बस्तर पर लग रहा है कि आपने इसमें अदा शर्मा से एक डायलॉग बुलवाया कि जी करता है

इन लोग को गोली मार दो ऐसा कुछ एक डायलॉग है वो टीजर में था और उसके जरिए आरोप य लग रहा है कि जितने लेफ्ट आडलज के लोग हैं आप एक तरीके से बाकी लोग को प्रवोक कर रहे हैं कि यह जहां मिले इनको ठोक दो नहीं

नहीं देखिए ऐसा नहीं होता हर लाइन का अगर इतना लिटरल मीनिंग हम लेना शुरू कर देंगे ना तब तो फिर भारत में कोई बोल ही नहीं पाएगा एक एक पुलिस ऑफिसर की कहानी है जो 76 जवानों को बचाने के लिए पूरे सिस्टम से मदद मांग रही थी और उसको मदद नहीं मिली और

उसके बाद उसने कंसिस्टेंटली प्रॉब्लम सिस्टम से फेस किए यह उसकी एक फ्रस्ट्रेशन में निकली हुई एक दर्द दर्द भरी आवाज है उसको उस और हम सब हमने कभी ना कभी बोला होगा कि यार मन करता है यह रोड ऐसे बुरे इन सबको मार देना चाहिए या लाफा मार देना

कुछ हमारे दिमाग से भी हमारे मुंह से भी से कई एक्सप्रेशन निकलते हैं क्या वो लिटरल सेंस में लेना चाहिए यह सबको समझ है कि वोह लिटरल सेंस में नहीं लेना चाहिए लेकिन अब आपके पास कहने को कुछ नहीं है तो क्या कहेंगे अरे देखिए आप ऐसे वायलेंस को

इंसाइट कर रहे हो वायलेंस को इंसाइट अगर अगर वायलेंस को इंसाइट करने को अगर आप देखना चाहे तो जाइए बस्तर में और देखिए कोई प्रोवोकेशन की जरूरत नहीं है माइंडसर्रे नहीं है उन्हें तो कोई सेंटेंस नहीं लि तो यह एक एक हम एक जब पीक ऑफ फ्रस्ट्रेशन किसी पुलिस ऑफिसर की दिखाना

चाहते थे तो हमने एक स्ट्रांग लाइन यूज की इट्स अ इमोशनल एक्सप्रेशन हम एज अ एज फिल्म मेकर्स वी आर नॉट एवर गोइंग टू इनसाइड वायलेंस या हम उसके सलूशन के बारे में हम बात नहीं कर सकते वह हमारी रीच के बहुत ऊपर है हम सिर्फ प्रॉब्लम लोगों तक ले जा सकते हैं

एंड उसके ऊपर हम चाहते हैं कि नेशनल डिबेट हो और डिबेट के बाद जो सही तरीका हो होगा वो हर गवर्नमेंट अपने तरीके से उस इशू को हैंडल करती है हमारा हम क्या करेंगे हम हा हाउ आर वी गोइंग टू सॉल्व द प्रॉब्लम एक और जैसे इसमें आप पर आरोप लगता है कि

कश्मीर फाइल्स जब हम देखने गए थे तो उसमें एक सीन था जिसमें एक व्यक्ति को मारा जाता है फिर उसकी वाइफ से कहा जाता है कि इसी खून से सने चावल को उठाओ और खाओ और नहीं खाओगे तुम्हारे बच्चों को मार दिया जाएगा आपने ऑलमोस्ट एक सीन सिमिलरली रीक्रिएट

किया है जहां पर एक एक फैमिली में हस्बैंड को मारा जाता है उसकी वाइफ से कहा है अब इस खून को दीवाल पर रंगो शहीद स्मारक पर नहीं तो बाकी तुम्हारी फैमिली मार दी जाएगी तो इस पर भी आरोप आप पर है कि ऐसे

सीनस के जरिए आप इमोशंस को एकदम पीक प ले जाना चाह रहे जैसे कश्मीर फाइल्स में हुआ था ताकि लोग फिल्म देखने जाए देखिए यह एक ऐसी औरत की कहानी है जिससे हम मिले और अनफॉर्चूनेटली आज तक किसी मीडिया ने उस औरत से मिलने की कोशिश नहीं की उसने हमें

25 मिनट का एक वीडियो है हमारे पास जिसमें उसने उस पूरे वाक को डिस्क्राइब किया है अगर हम वह पूरा वाक्या स्क्रीन पर दिखा द जो उन्होंने डिस्क्राइब किया है मैं आपको गारंटी के साथ कह सकता हूं कि थिएटर में बैठा कोई इंसान आंख बंद करे बिना बैठ नहीं सकता इतनी क्रूरता है

अनइमेजिनेबल है हम उसका एक अंश 5 पर भी नहीं उतना एक अंश हम लोगों को यह दिखाने के लिए दिखाना चाहते हैं कि इन लोगों को ऐसी क्रूरता और इतनी वायलेंट आईडियोलॉजी के लोगों को जस्टिफाई किया जाता है और बोला जाता है कि यह तो गांव वालों को

सरकार से बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं रॉबिन हुड है यह है रॉबिन हुड की सच्चाई तो वह एक्चुअली अगर जिस औरत के साथ यह घटना हुई वह जो हमने फिल्म में दिखाया उससे अनेक गुना ज्यादा भीषण है हम सुनते वक्त रो रहे थे अगर हम उसको दिखा दे पर्दे

तब तो इट इज अनवाचेबल इट विल बिकम अनवाचेबल तो हमने उस दायरे को बहुत संभाल के यूज किया है वेर इट डंट बिकम अनवाचेबल और लोगों को एहसास होना चाहिए कि क्योंकि बहुत सारे लोग एक एक नैरेटिव के शिकार हैं जिनको लगता है कि नक्सलवादी तो रॉबिन हुड

है उनको एक दूसरी साइड दिखाना बहुत जरूरी है इसलिए वह सीन फिल्म में है और वो ट्रू इंसिडेंट है उस औरत से हम मिले हैं और उसका वीडियो है हमारे पास यह पूरा वाकया उन्होंने डिस्क्राइब किया है लेफ्ट आइडल जीी का एक हिस्सा नक्सलवादियों को लाल

सलाम वाला है बट इसमें कई बार आपके इंटरव्यूज में सूडो इंटेलेक्चुअल सूडो इंटेलेक्चुअल ऐसा लगता है कि जितने लोग भी उस आइडल जीी से प्रभावित हैं या उससे थोड़ा सा इंस्पायर है आप सबको टारगेट कर रहे हैं नहीं हम हम हमेशा उस उन्हीं लोगों को टारगेट कर रहे हैं हमारी दोनों फिल्मों

में जो इससे जुड़े हुए हैं हम जैसे देखिए केरला स्टोरी में हमने दिखाया था कि कुछ मुस्लिम्स हैं जो केरला में रहते हैं जो यह काम कर रहे हैं हमने जनरलाइज स्टेटमेंट नहीं की थी कि यह पूरे इस्लाम में यह हो रहा है या हर मुसलमान इस देश का ऐसा है और

मैं आज भी दावे के साथ कहता हूं कि एक वर्ड भी अगर हमारी फिल्म में हो जिसमें हमने जनरलाइज किया है तो हम माफी मांगने के लिए तैयार है यह एक बड़ी ताज्जुब की बात है कि 20 फिल्में मैंने बनाई जिसमें 18 फिल्मों में हिंदू विलन है दो फिल्मों

में मुस्लिम विलन है तो मुझे एंटी हिंदू नहीं कहा जाता जब मैं नमस्ते लंडन बता बनाता हूं और उसमें एक कैरेक्टर है जो लंडन में रहता है उसे मुस्लिम लड़का है उसे क्रिश्चियन लड़की कन्वर्ट करने की कोशिश कर रही है और हमारा हिंदू हीरो उसको जाके कन्वर्जन से रोकता है तब मुझे लोग

सेकुलरिज्म का चैंपियन कहते थे कि अरे तुम बड़े सेकुलर हो यार तुमने क्या खूबसूरत हिंदू मुस्लिम यूनिटी की बात की लेकिन जब मैं केरला स्टोरी बनाता हूं तो फिर मैं एंटी मुस्लिम इस्लामोफोबिक हो जाता हूं मैं एक सिंपल सा सवाल पूछता हूं लोगों से अगर आज हमारे ऊपर पाकिस्तान अटैक करे

तो आप क्या किसी मुस्लिम सोल्जर से लड़ रहे हैं या दुश्मन देश के सोल्जर से लड़ रहे हैं तब तो आप नहीं सोचेंगे यह मुस्लिम है आप तो एक दुश्मन से लड़ रहे हैं ना तो वह हमारे देश के अंदर जो दुश्मन है उसको क्यों रिलीजियस जामा पहनाने की हम कोशिश

करें उसको दुश्मन की तरह क्यों ना देखा जाए कि यह हमारे देश को नुकसान पहुंचा रहा है इस इसको रोकना हमारे देश के लिए अच्छा है जी इतनी सिंपल बात है वैसे बस्तर द नक्सल स्टोरी में हम उन लोगों की बात कर रहे हैं जो बड़े शहरों में बैठकर

एक नैरेटिव बिल्ड कर रहे हैं आप सोचिए के बस्तर से इतना पैसा निकलता है एक पैरेलल इकोनॉमी जो वहां क्रिएट हुई है उससे साल का करीब करीब 2000 करोड़ का लेवी आता है और यह पैसा न्यूयॉर्क टाइम्स तक जाता है ऐसी खबरें हैं तो वहां से जो नेरे स इसी

पर आप पर आरोप लगेगा किय आपने ब्लफ मार खेल दिया कि 2 उड़ा रहे हैं ये सुनने में लोग आरोप लगाएंगे कि ये किसी को भी पूछिए वो आपको बता देगा कि भाई इनको पैसा देना पड़ता है नहीं तो हमको जिंदा नहीं रहने देंगे ठीक है आप कॉमन मैन

से पूछ लिए कैमरा लेकर जाएंगे तो कोई नहीं बोलेगा इतना दहशत का माहौल है लेकिन आप उनसे चाय की टपरी पर बैठ के एक घंटा बिताए आपको बहुत सारी चीजें वो बताना शुरू करते हैं तो ये कोई रॉकेट साइंस नहीं है ये डाटा हमने जहां से भी कलेक्ट किया है अभी

भी ये सिचुएशन सेम वहां पर है अमुक कुछ एरियाज में काफी बेहतरी है बट कुछ एरिया अभी भी बहुत ज्यादा डेंजरस है वहां हमें जाने भी नहीं दिया हम जगदलपुर ग जगदलपुर में मुझे बोला गया कि अगर आप दो दिन से ज्यादा रहने वाले हैं यहां पर तो

आपको होटल बदलना पड़ेगा तो आप सोचिए एक बड़ा शहर है जगदलपुर वहां पर य और इसके पीछे क्या लॉजिक दिया गया कि आप अगर उसी होटल में आप रहेंगे तो आपको पता नहीं कभी भी अटैक हो सकता है आपके ऊप यह हमें बताया गया तो बस्तर में आपने टाइम गुजारा आपने

लोगों से बात की उनकी नजर में क्या कहना था क्या रूट समस्या इसी क्या है क्यों यह विवाद इतना बड़ा है और क्यों डि स्पाइट चाहे बीजेपी गवर्नमेंट हो कांग्रेसी ट हो यह मसला ऐसे ही चलता आ रहा है सालों साल साल दर साल देखिए मैं अगर कोई बात कहूंगा

तो फिर लोग बोलेंगे कि अरे देखा यह तो बीजेपी का एजेंडा चला रहा है लेकिन द फैक्ट इज के पिछले 10 सालों में बहुत काम हुआ अब 20101 में 180 के आसपास डिस्ट्रिक्ट थे जो नक्सलवाद से बहुत बुरी तरह पीड़ित थे आज वह आंकड़ा 40 के आसपास आ गया है कोई 32

33 कहता है पर मैं 40 कह रहा हूं तो यह पिछले 10 साल में काम तो बहुत हुआ है लेकिन बहुत काम बाकी भी है और बहुत सारा काम होना भी है वहां के आप लोकल लोगों को पूछेंगे तो पहले तो वह बोलेंगे ही नहीं

खौफ इतना है कि कोई बोलेगा ही नहीं कैमरे के सामने बोलने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता तो जब धीरे-धीरे आप खुरे देंगे तो वह पॉलिटिकल एथी की बात सबसे ऊपर रहेगी के इनको ऐसा खुला हाथ दिया गया है कि इनको कोई टच ही नहीं कर सकता ठीक है आखिरी तीन

सवाल मेरे आपसे पहला सवाल क्या विपुल शाह एंटी मुस्लिम है अगर मैं एंटी मुस्लिम हूं तो फिर मैं एंटी हिंदू भी हूं मैं एक ही कम्युनिटी जिसको मैं कहता हूं एंटी भारत जो लोग हैं मैं उनका एंटी हूं वह चाहे हिंदू हो चाहे मुस्लिम हो चाहे कोई भी हो

मेरे आज भी बहुत गहरे रिश्ते हैं बहुत सारे मुस्लिम फ्रेंड्स हैं मेरे और मैंने अभी आपको एक वाकया भी कहा ज मैंने एक मौलाना साहब की बात की कि उन्होंने कैसे अपने हमारे राइटर को बुलाया तो मैं अच्छे मुस्लिम अच्छे हैं इसमें मेरे दिमाग में

कोई डाउट नहीं अगर भारत में आज जो भी आंकड़ा होगा 25 करोड़ 27 करोड़ 30 करोड़ अगर यह सब बुरे होते ना तो भारत में सिविल वॉर होता तो यह धारणा ही गलत है कि आपने एक फिल्म में अगर आपका विलन मुस्लिम है तो इसलिए आप एंटी मुस्लिम हो यह आक्षेप रोहित

शेट्टी पर भी लगा था इनकी फिल्म सूर्यवंशम में मुस्लिम टेररिस्ट एक विलन था तो इसके लिए बहुत सारा विरोध किया गया उस फिल्म का भी तो फिर तो आप गब्बर सिंह भी क्यों रख रहे हो तो वह भी कोई कम्युनिटी से बिलोंग करता है जो हिंदू है तो फिर वह भी खड़े हो

जाएंगे तो कैसे हो फिल्म ऐसी बनाई जाए जिसमें विलन का कोई धर्म ना हो सरनेम या कोई नाम ना हो कोई नाम ना हो पर आप ट्रू स्टोरी बना रहे हैं और ट्रू स्टोरी में जो आदमी वहां पर विलन है उसे आप कैसे कवर

फायर देंगे तो फिर तो आप बना गलत काम कर रहे हो आप उसको कवर फायर दे रहे हो वो मैं नहीं करूंगा सेकंड लास्ट क्वेश्चन बस्तर देखने क्यों जाए एक्सेप्ट फॉर द फैट की अदा शर्मा उसम अदायगी कर रही है बस्तर एक ऐसा खौफनाक सच है हमारे देश का जिसको 50

60 सालों से बहुत खूबसूरती से मैनिपुलेट करके छुपाया गया है और अगर किसी ब को भी ऐसा लगता है ना कि अरे वो बस्तर में हो रहा है उससे हमारा क्या लेना देना मैं तो दिल्ली में रहता हूं मैं अहमदाबाद में रहता हूं गुजरात में रहता हूं यूपी में

रहता हूं मेरे लिए बस्तर में क्या है व तो एक स्टेट का इशू है लेकिन देखिए जो लोग शहरों में बैठे य इंटेलेक्चुअल्स और यह जो पूरा नेक्सस है इनकी मेन कोशिश यह है कि भारत में डेमोक्रेसी खत्म हो और सिंगल पार्टी डिक्टेटरशिप आ जाए चाइना की

तरह और अगर वह आएगी तो मैं आपको वादा करता हूं कि भारत देश जीने लायक रहेगा नहीं तो अगर हम इनको पनपने देंगे इनको फैलने देंगे तो इवें चुली हमारा नुकसान होगा और आज आपको लग रहा है वह बस्तर का प्रॉब्लम है कल आपके घर पर आकर वह प्रॉब्लम खड़ा हो

जाएगा जैसे हमने केरला स्टोरी बनाई थी तो वह भले केरला का किस्सा था लेकिन यह वाक यूपी में भी हुए हैं मध्य प्रदेश तो वह पूरे देश को कहीं ना कहीं असर करते हैं वैसे ही बस्तर में अगर आपको लगता है कि आपके ऊपर यह बस्तर का प्रॉब्लम कभी नहीं

आएगा तो आप एक गलतफहमी में जी रहे हो हमारे देश का आज की तारीख का यह सबसे बड़ा सिक्योर थ्रेट है और अगर आप अपने देश से प्यार करते हैं तो आपको यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए और देखने के बाद रुकना नहीं है इसके अगेंस्ट आवाज बुलंद करनी है ठीक

तो दैट विल बी योर कंट्रीब्यूशन अब मेरा लास्ट सवाल आपने फिल्म बायस ढोकर बनाई नहीं बनाई ये फिल्म हम देखेंगे उसके बाद दर्शक तय करेगा लेट उनको हम तय करें थे दर्शक सबसे बड़ा है लेकिन एक सवाल बायस होकर मैं पूछता हूं आपने अदा शर्मा के साथ दो फिल्में

बनाई आपने उन्हें नाम दिया काम दिया अच्छा उनके टैलेंट एक्सप्लोर किया बट बहुत सार परेशानियां भी दी आप एक्स्ट्रा ख्याल रखने वाले उनका एक्स्ट्रा पैसे बढ़ाने वाले आगे फिल्मों में एक्चुअली येस अ बायड फैन मेरा सवाल है क्योंकि अब लास्ट टाइम उनके साथ बहुत सारे इश्यूज हो गए थे माक फोटोज बहुत

सारी चीजें आई नो एक्चुअली तब भी हमने अदा को बहुत सारी यू नो बहुत बार हमारी बात होती थी कि पुलिस के पास चलते हैं या साइबर क्राइम में रिपोर्ट करते हैं एंड उनका जवाब यह होता था कि मैं इस बात को इग्नोर करके मैं जो पॉजिटिव है जितना लोग

प्यार दे रहे हैं मैं उसपे अटक के रहना चाहती हूं जब उनका फोन भी हैक हो गया उनका नंबर लीक कर दिया था किसी ने तो उन्होंने कहा कि कितने दिन मुझे परेशान करेंगे एक दिन आएगा कि ये थक जाएंगे बट मैं नंबर चेंज नहीं करूंगी तो ये उनका भी एक बहुत

स्ट्रांग कैरेक्टर है और बहुत स्ट्रांग रिजॉल्व के साथ वो काम करती हैं और हम हम चाहेंगे कि हमारी वजह से उनकी जिंदगी में खुशियां आए तकलीफ तो नहीं आए और आगे भी बहुत अच्छा काम उनके साथ करेंगे अ कोशिश करेंगे कि कुछ और अलग अंदाज में पेश करने

की कोशिश की जाए ताकि लोग उनके और भी नए रूप देखें और एंजॉय करें विपुल शाह कीय नई लेडी अक्षय कुमार है वैसे देखिए मैंने मेरी फिल्म जिंदगी में मेरी हर रिलेशनशिप लंबी रही है मैंने अमित जी के साथ पहली दो फिल्में की फिर अक्षय के साथ फिल्में की

फिर जॉन के साथ अक्षय के साथ तो आपने थोक के भाव किए साथ छह सात फिल्में हो गई फिर दो फिल्में मैंने जॉन के साथ भी की अ विद्युत के साथ मैंने पांच फिल्में की तो मेरा जिन लोगों के साथ एसोसिएशन होता है अभी जैसे सुदीप तो दादा के साथ दो हो गई

और भी आगे होने वाली है तो जिनके साथ मेरा एसोसिएशन होता है और जहां मैं खुश होता हूं मेंटली एक बहुत खूबसूरत एनवायरमेंट में हम काम कर सकते हैं और बहुत अच्छा काम करने की कोशिश करते हैं वह एनवायरमेंट में मुझे रिपीट करना बड़ा अच्छा लगता है बिकॉज

एट द एंड ऑफ द डे आप क्रिएटिव प्रोसेस में आपको चाहिए कि आप सबकी एक सिनर्जी हो तो अगर वोले अक्षय कुमार है तो आई होप कि उनका करियर अक्षय जितना ही बड़ा बने और उतने ही पैसे कमाए और उतनी ही बड़ी स्टार बने और आप भी थोड़े से पैसे और बढ़ाए

बिल्कुल बढ़ाने चाहिए डिजर्विंग है शी डिजर्व्स अ लॉट मोर देन जस्ट अ लॉट ऑफ मनी शी डिजर्व्स मच मोर एंड शी शुड गेट इट ट्रू ट्रू ट्र आपको आपको आपकी पूरी कास्ट को बहुत शुभकामनाएं और आशा करते हैं कि आगे भी आपसे मुलाकात होगी फिल्म की सक्सेस

के बाद भी हम मिलेंगे और आगे जितनी फिल्में आती रहेंगी हमारी आपकी मुलाकात होती रहेगी थैंक यू सो मच थैंक यू

39 Comments

  1. You're Great Sir 👍 👍❤ . Mujhe comment karna bhi nahi ati anyway you're very nice Anchor Sir 🙏🏼🙏🏼❤

  2. What you need to see this podcast is just an open mind n heart ❤️you nailed it again sir 👏👏👏🙂🍫🙏❤️

  3. Yaar ye Vipul shah kay interview me kerala story film kay yaar aap kay sawal achay the or ye Kerala style or Bastar film achi lag rahi hai 👍🤗👌💙💙

  4. ✨ shubhankar sir you are most powerful personality ✨ 😍 superb & interesting podcast interview 🙌❤️ Thank you so much 😊

  5. Pranam bhaiya
    Main Ranjan Kumar Computer Teacher hu maine aapko facebook,Facebook page,Instagram or You Tube Sabhi par follow kiya hu.. Aap ka news hame bahut achha lagta hai. Kabhi hamare bihar ke bare me bhi news banaiye
    Thank you bhaiya

  6. Subhankar sir ji aap ne bhe ek video banaya tha नक्षलवाद पर याद है मुझे ,"बस्तर " trailer तो बहुत ही अच्छा लगा,आपने विपुल सर से बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल पूछे मणिपुर, और पुलवामा के बारे मे ,विपुल सर मुबई पोलिस के बारे मे सही कहा …❤ये true है पॉडकास्ट बहोत अच्छा और imp है हर हिंदुस्तानी के लिए "एकता" बढ़ने के लिए .. आपकी पत्रकारिता बोलती है ना सर निष्पता से बिना डरे ….🙏💯🥰

  7. Vipul Shah sir's all movies are with the best stories and best music 🎶especially wth Akshay kumar sir ❤.. but movies based on true events are good rather then fake romantic dramas to spread awareness in societies.

  8. बहुत कुछ जानने को मिला इस podcast से. Beautiful conversation 👌👌👍👍

  9. very nice podcast Shubhankar Sir👌aapke questions bahut intresting hote hain, kafi kuch janne ko milta h,
    aapke sabhi products achchhe hote hain 💯 kiun ki aap bahut achchhe or special insaan hain🙏tc

  10. Superb podcast sir and very best apki awaaz bahot pyari hai sun kar maza aa jata hai ❤️❤️🤗🤗👍👍

  11. Manipur state par bhi movie banani chahiye kyuki Manipur state mein mahelaon ke haalat kharab huey hai movie ke sath sath ek achha massage dena chahiye desh ke system mein bharstachari log kaam kar rahe hai 😊

Write A Comment