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Unplugged ft. Vinay Shah | Shah Rukh Khan | Dubai Real Estate Craze Among Indians Revealed
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Time Stamp
00:00:00 – Teaser
00:01:56 – Intro
00:03:20 – Journey kahan se shuru huyi ?
00:09:12 – Dubai sehar hai ya Company ?
00:14:07 – Is Vinay Shah a social media influencer?
00:16:20 – In Dubai, everyone wants to become Dalaal ?
00:17:56 – Difference between Indian property and Dubai property?
00:20:28 – India se itne sare log Dubai kyu ja rhe hai?
00:21:39 – Dubai mein chori hoti hai?
00:23:35 – Dubai mein driving licensee easily milta hain ?
00:26:21 – Difference between driving in Dubai and Delhi, Gurgaon?
00:29:41 – Why would an ordinary person send their children to Dubai for Education?
00:30:59 – India Dubai main kya kya differences hai?
00:32:56 – Dubai mein IPhone sasta ?
00:35:25 – Dubai mein logo ko kya kya pareshani hoti hai ?
00:38:10 – Dubai and India ka bond kaisa hai?
00:47:26 – Dubai jane ke liye visa kaise milta hai ?
00:50:15 – Why social media is important?
00:56:13 – Advantages and disadvantages of family working together?
00:58:52 – About Tourism in Dubai
01:06:34 – Dubai mein ladkiya ko tease karte hai ?
01:09:43 – Dubai mein overrated jagah kaunsi hain ?
01:10:49 – Dubai mein kis mausam mein ghumne jaye?
01:11:00 – About Shah Rukh Khan Dubai House
01:18:10 – End
जैसे इंडिया अभी है। इंडिया में हर दूसरे इंसान को इन्फ्लुएंसरर बनना है। दुबई में सबको दलाल बनना है। दुबई शहर है या कंपनी है? [संगीत] मैं अभी एक रील देख रहा था नवाजुद्दीन सिद्दीकी की। नवाज ने कहा कि जैसे कलाकार लोग होते हैं। ये बड़े क्रिएटिव अपने आप को कहते हैं। महंगा कपड़ा पहनते हैं। बट होते तो भांड है। गांव देहात में भी लोग कहते हैं। बाहर लोग जाके डांस करते हैं पार्टीज में। तो क्या हुआ करते हैं? भांडी तो हैं। है तो हम दलाल बड़े दलाल हैं। सोशल मीडिया कितना इम्पोर्टेन्ट पार्ट रहा है आपकी लाइफ में। जितना आपकी लाइफ में रहा है। अब वो मैंने कुछ वीडियोस देखे वो कलरफुल कपड़ों वाले। वो कैटेगरी जिसे हम छपरी कहते हैं। रियलस्टेट का काम जो है वो दलाली का काम होता है। बिल्कुल। तो कभी किसी ने कहा दलाल तो बुरा लगा? देखो, मैं नहीं बोलता हूं शाहरुख़ खान की अम्मा कह दी थी पिक्चर में। कोई धंधा छोटा नहीं होता। और धंधे से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। मैंने सुना ड्राइविंग लाइसेंस दुबई में बड़ा ईजीली मिल जाता है। ड्राइविंग लाइसेंस तो मतलब आप समझ लो हमारे वहां लोग यूपीएससी क्लियर कर लेते हैं इतने में तो। दिल्ली में घर खरीदना हो, गुड़गांव में घर खरीदना हो या दुबई में घर खरीदना हो। कितना अंतर पड़ता है। जैसे कोई कह रहा था कि जब आप दुबई में एंटर करते हो तो एक तरीके से आप स्कैन आते हो। जी। और जब आप लौटते हो तो जितना कर्मकांड करके हो पैसा देके फिर निकलोगे। रियलस्टेट में सबसे घसा डायलॉग। सर ये आखिरी प्रॉपर्टी है। आखिरी यूनिट है। अभी लेना पड़ेगी नहीं तो चले जाएगी। TikTok चलाते हो? TikTok वन ऑफ द बेस्ट प्लेटफार्म है हमारे लिए। इन्हें पता है कलंक के तौर पर देखते हैं टिकटॉकर्स को। टैबू बना रखा है कि ये टिकटटॉकर है। इनकी बिरादरी अलग है। दुबई में चोरी चकारी होती है। एक-एक मिलियन अपना टैक्सी में भूल जाते हैं कैश। पता नहीं वो लोग है कौन भाई। जैसे हर साल iPhone आता है। तुम लोग iPhone चेंज करते हैं। तो किसी ने एक बार मजाकज़ाक में कहा कि जितने का इंडिया में iPhone लेते हो उसकी जगह पर फ्लाइट की टिकट बुक करो। यहां से दुबई जाओ, घूमो, टहलो, एक दिन रुको, iPhone, लेकिन वापस लौट आओ। बिल्कुल। इज इट ट्रू? 100 मंजिलें उनको मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है। पंखों से कुछ नहीं होता। हौसलों से उड़ान होती है। सच कह रहे हैं आप? क्योंकि अगर पंखों से उड़ान होती तो मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में एक दर्जी का लड़का रियलस्टेट किंग नहीं बनता विदेश में जाके अंदर था लगा कर लेंगे हो गया सच कहा है किसी ने कि मंजिलें मिल जाती है भटकते भटकते गुमराह वो है जो घर से नहीं निकलते घर से निकले थे विनय शाह और उसका असर यह रहा कि दुबई घूम कर वापस इंडिया आए हैं हमसे मिलने और यह बताने कि उनकी यात्रा कैसी थी यह पडकास्ट इसलिए कर रहे हैं ताकि आप में से जिन लोगों को लगता है कि जिंदगी में कुछ बड़ा नहीं हो सकता उनको यह समझना चाहिए कि आप गरीब पैदा हुए हैं ये ऊपर वाले के हाथ में था लेकिन आप गरीब मर रहे हैं ये आपके हाथ में है सही कहा मैंने बिल्कुल सही बात है गरीब पैदा हुए हैं गरीब पैदा हुए वो किस्मत था जी गरीब मर रहे हैं तो सिर्फ आप जिम्मेदार हैं आप जिम्मेदार हैं सही है क्यों कथन सही है ये इसलिए क्योंकि सबको दो हाथ दिए दो पैर दिए वही दिमा दिमाग दिया है। सब कुछ सेम है। मेहनत करो। दिमाग का इस्तेमाल ज्यादा करो। पैसा कमाओ। लाइफस्टाइल लियो। थोड़ी अच्छी लाइफ स्टाइल हो। मैं देख रहा हूं आज काफी सोनावना पहन के रखा है आपने। ये कहानी ऐसी ही थी या कहां शुरू हुई थी? क्योंकि जितना मैंने आपके बारे में सुना। जी। वो ये था कि यार बड़ी तंगदिली चल रही थी। पैसे वैसे थे नहीं। शादी हुई थी। अंगूठी बेचना पड़ा था। खाने-पीने के पैसे नहीं थे। मजबूरी चल रही थी। ये सच है पूरा सच है क्योंकि देखिए मैं जैसे आपने बताया मध्य मध्यप्रदेश के एक छोटे से शहर से हूं बुरहानपुर से तो वहां से स्कूलिंग हुई और बचपन में तो मेरे हिसाब से शायद 50% बच्चों का सपना होता है कि क्रिकेटर बने उनमें से हम भी एक थे लेकिन ना टैलेंट उतना था और ना उतना पैसा था कि उसकी एकेडमी कर पाए या कुछ कर पाए क्योंकि फैसिलिटीज नहीं थी खेल में बस्सी वाली लाइट याद आ गई मुझे कि क्या करना था? क्रिकेट खेलना था। खेलना क्यों नहीं? अच्छा नहीं खेलते थे ना। नहीं हम उतना खराब भी नहीं खेलते थे। खेल लेते थे लेकिन प्रैक्टिस मिलती तो कर लेते। लेकिन ये था कि पिताजी टेलर थे और घर में अचानक से थोड़ा सा जब फादर के हेल्थ इशू हुए और पहले तो मेडिकल इंश्योरेंस होते नहीं थे। आपको पता ही है और मध्यम वर्ग से आते हैं तो यह था कि जब डाउनफॉल आया हेल्थ इश्यूज हुए तो बहुत ज्यादा नीचे जाते गए और मैं घर में सबसे छोटा था तो बस ऐसे स्कूलिंग करी पिताजी चाहते थे कि सीए बनूं लेकिन सीए के लिए भाई अपना विज़न था नहीं और ना अपन उतने पढ़ाई में अच्छे थे। अब हर मां-बाप को एक्सपेक्टेशन होती है कि अपना बच्चा अच्छा बने, डॉक्टर बने, इंजीनियर बने, सीए बने। बट हम में वो भी टैलेंट नहीं था क्योंकि पढ़ाई में तो कभी पास नहीं हो पाते थे। बस पास हो गए ऊपर वाले के नाम से हो गया काम। फिर माइंड में ये क्लियर था कि क्रिकेट नहीं कर सकते सीए नहीं बन सकते तो करें क्या? बोलते अच्छा थे शुरू से। तो बोले बेचेंगे कुछ ना कुछ। तो वहां से विज़न था कि एक बीकॉम करके एमबीए करेंगे। अच्छी ठीक-ठाक कॉलेज से जब अच्छी कॉलेज ढूंढने गए एमबीए के लिए तो पता चला फीस बहुत ज्यादा है। जैसे तैसे एक अच्छी कॉलेज मिली। पुणे से एमबीए किया। इंदिरा कॉलेज है। बहुत अच्छी कॉलेज है। और वहां से एक विज़न भी मिला। क्यों मिला? क्योंकि कॉलेज का ना एक इंडस्ट्रियल टूर होता था जो कि आपको विदेश ले जाता था। वहां पे आपको ट्रेनिंग देता था। चारप दिन का टूर था। एक वीक का टूर था। वापस आओ अपना कंटिन्यू करो। वो टूर ने जो चाहिए था लाइफ में वो संकल्प बनवा दिया। तो जैसे कॉलेज में गए तो फीस भी उसकी ठीक-ठाक थी। अफोर्ड तो कर नहीं सकते थे। लेकिन यह था कि वहां पर पढ़ाईवढ़ाई खुद तो कर ही रहे लेकिन टशंस लेके काम चला रहे हैं। कुछ सिस्टर्स थोड़ा बहुत पैसे भेज देती थी कि बड़ी थी ना मेरे से सारी तो कुछ ना कुछ छोटा-मोटा अर्निंग कर लेती थी और मेरी जो आज वाइफ है उस टाइम पे गर्लफ्रेंड होती थी। तो वो भी टीचिंग में थी। तो वो भी थोड़ा बहुत हेल्प कर देती थी और बाकी कुछ फादर्स थे। ज़बान अच्छी है तो लड़की पड़ जाती है। अभी देखो वो स्किल सेट होना चाहिए। कुछ ना कुछ तो वहां से स्ट्रगल चला। कॉलेज किया। दुबई गए कॉलेज से। वहां पे मुझे दिखा। मुझे लगा यार ये लाइफ है। मतलब लोग सूट-वूट पहन के घूम रहे हैं। मतलब Mercedes और Lamborghini और हर तरीके की गाड़ी बड़ी गाड़ी दिख रही है जो हमने कभी इंडिया में देखी नहीं थी लाइफ में और बहुत कॉमन दिख रही है। हर आदमी के पास पैसा दिख रहा है। तो मुझे लगा यार यही जगह यहीं आना है। वापस इंडिया आए। 2 साल जॉब करी इंडिया में लेकिन फिर हालात और खराब हो गए। पहले तो पिताजी की तबीयत खराब थी सिर्फ। बाद में मेरी भी खराब हो गई और मुझे जॉब जल्दी लेना भी पड़ी कम सैलरी पे। तो मैं मुंबई में था। जैसे ही मेरा प्लेसमेंट हुआ लगभग 30-35,000 मैं महीने का कमाता था। और उसके बाद में मेरी हेल्थ खराब हुई। ऐसी स्थिति बनी मेरी शादी थी। 4 महीने पहले मैं होमटाउन शिफ्ट हो गया। सिर्फ ₹10,000 के लिए मैं अपने होमटाउन में छोटे से ब्रहानपुर जैसी सिटी में जॉब ढूंढ रहा था। अभी कितना पैसा छापे हो? मैंने कभी गिना नहीं। लेकिन हां यह है पांच छह गाड़ी है जिसमें से एक Rollsyce है और Rolls कितने की आती है? Rolls Ryce आज इंडियन प्राइस के हिसाब से चार चार 4 5 करोड़ की तो कम से कम आती है जहां तक मुझे आईडिया है और कुछ सात आठ प्रॉपर्टीज भी ले ली है दुबई में और ज्यादातर उसमें टाउन हाउसेस है अपार्टमेंट सिर्फ दो ही है तो ये थोड़ा सा पोर्टफोलियो बना लिया है लेकिन ये जर्नी उतनी आसान नहीं थी क्योंकि जैसे मैंने बताया ₹10 के लिए जॉब देख रहा था मैं होमटाउन में लोगों ने मुझे इसलिए मना किया क्योंकि मैं ओवर क्वालीिफाइड था और मैं उन सब लोगों का शुक्रगुजार हूं अगर वो वहां पे मेरे को अपने फायदे के रख लेते तो शायद मैं यहां नहीं पहुंच पाता। घरवालों ने भरोसा दिखाया, वाइफ ने दिखाया। मेन क्या था? उम्मीद नहीं छोड़ी। मैं तबीयत खराब थी। बेड पे था जो भी था। मैं ये देख रहा था कि मेरे को अब इंडिया में काम नहीं करना है। मेरे को अब कुछ ओपोरर्चुनिटी देखना है वर्ल्ड में कहीं पे। सब जगह मैं अप्लाई कर रहा था Lindin, सोशल मीडिया जहां से भी पॉसिबल था। तो दुबई से मुझे फिर कॉल आया। और उस कॉल ने मेरी लाइफ चेंज कर दी। Lindin के थ्रू। जी हां। Lindin के थ्रू। तो लेकिन यह भी तब हुआ मेरी शादी हुई उसके बाद मैं वैष्णो देवी गया। मैं माता में बहुत मानता हूं। ऊपर वाले को बहुत मानता हूं क्योंकि मेरे रिलीजियस ट्रिप बहुत होते हैं। साल में चार बार तो मैं घूमने जाता हूं। चार बार रिलीजियस ट्रिप ही होता है। तो माता रानी के वहां गया। वहां से वापस आया। उसके दूसरे दिन ही मुझे कॉल आया और 15 दिन में दुबई। तो वैष्णो देवी माता का बहुत बड़ा आशीर्वाद है। दुबई पहुंचा। अच्छा ये इंपॉर्टेंट चीज थी क्योंकि मैंने लाइफ में 2 साल काम किया था। सेल तो किया था लेकिन कभी किसी को प्रॉपर्टी नहीं बेचीं थी और ना मेरे लिए कुछ नया था। इंडिया में तो रह ही रहे थे। दुबई गया पूरा चेंज सब कुछ चेंज नई कंट्री नई सिटी, नया जॉब, नया प्रोफेशन। दुबई शहर है या कंपनी है? दुबई शहर है। दुबई शहर है। मुझसे किसी ने कहा कोई घूम कर आया तो उसने कहा कि जैसे मल्टीीनेशनल कंपनीज़ फंक्शन करती हैं। ऐसे ही फंक्शन करता है। जी हां, दुबई आप बोल सकते हो एक हिसाब से कहीं ना कहीं एक कंपनी टाइप ही ऑपरेशन कर रहे हैं। जैसे उसे कहा शहर वो होते हैं जो जैसे रेलवे ट्रेन है। जी कि आप दिल्ली रेलवे जाते हैं वो शहर है। और जब आप मेट्रो में जाते हैं तो जो फर्क आता है यही फर्क आता है वहां पे। नहीं नहीं देखो क्या होता है मैं बताता हूं। दुबई ने देखो जितनी भी वर्ल्ड में आप सिटीज देख रहे हो वो ऑर्गेनिक तरीके से इवॉल्व हुई है। दुबई पूरा बनाया गया है। अगर मैं बात करूं आज भी लोगों को लगता है दुबई कंट्री है और आप जैसे बोल रहे कंपनी दुबई कंपनी इसलिए लगती है लोगों को क्योंकि वो सिर्फ अच्छा सोचते हैं और ये देखते हैं कि हर इंपॉसिबल चीज को कैसे पॉसिबल किया जाए। प्रॉफिट कैसे बढ़ाया जाए। हर साल रेवेन्यू कैसे बढ़ाया जाए वो सारी चीजों पर उनका फोकस होता है। अगर आप रेवेन्यू की ही बात करते हो या लैंड पार्सल की बात करते हो सबसे पहले तो मैं आपको बताना बताना चाहता हूं। दुबई शहर है कंट्री नहीं है और ये शहर यूएई का कैपिटल भी नहीं है। दुबई यूएई का कैपिटल भी नहीं है। एक छोटा सा हिस्सा है। यूएई की अगर मैं बात करूं यूनाइटेड अरब एमरेट्स। इसमें सात एमरेट्स हैं। जिसका सबसे बड़ा एमरेट्स है अबू धाबी। हम्। दुबई, शारजा, उसके बाद अजमान, उमलक, रासलकीमा और लास्ट एमरेट्स है फुजैरा। तो, यह सातों एमरेट्स मिलके यूनाइटेड अरब एमरेट्स बने हैं। जिसमें अगर बात करूं 85% जो है यूएई में दैट इज बिलोंग टू आबू धाबी। अबू धाबी। तो लैंड पार्सल की अगर टोटल बात करूं लगभग 84,000 स्क्वायर कि.मी. का है। और दुबई की बात करूं तो सिर्फ 4,114 स्क्वायर कि.मी. का लैंड पार्सल है दुबई का। तो जो कि दिल्ली से बहुत छोटा है। तो स्कूल कॉलेज में नहीं रटा गया लेकिन अब दुबई रट गया है। दुबई रटा गया है। पूरा मतलब आप कुछ पूछ लो यूएई का दुबई का खून में से निकलेगा। धंधे में धंधा सब सिखा देता है। धंधा सब सिखा देता है। अच्छा चलो धंधा तो हो गया। मैं अभी एक रील देख रहा था। नवाजुद्दीन सिद्दीकी की। नवाज ने कहा कि जैसे कलाकार लोग होते हैं ये बड़े क्रिएटिव अपने आप को कहते हैं। महंगा कपड़ा पहनते हैं। बट होते तो भांड है। गांव देहात में भी लोग कहते हैं। नहीं सच्ची है। मतलब प्रैक्टिकली आप पैसा दो आज की तारीख में दुबई में देखो आप कोई भी बिल्डर है या कोई भी बड़ी कंपनीज़ है वो कोई भी प्रोजेक्ट ल्च कर रहे हैं। जो भी बिल्डर ज्यादा चल रहे हैं। ऐसा कोई सेलिब्रिटी नहीं है जो आके नाच नहीं रहा है। हां। जैसे जैसे वो भांड हो उनका वर्ड नवाज ने कहा है। तो इसलिए मैं कोट कर दे रहा वरना शादी ये शब्द कहने असहज होता लेकिन नवाज भाई ने कहा तो मैं कोट कर दे रहा हूं कि कलाकार लोग पहले शहर के बाहर बिठा दे थे फिर पैसा कमा लिया तो अब शहर में घुल मिल गए हैं अब काम उनको वही कर रहा है नाचने गाने का लेकिन कोई भांड कहता है तो बुरा लगता है क्योंकि अच्छे कपड़े पहन लिए हैं रियलस्टेट का काम जो है वो दलाली का काम होता है बिल्कुल तो कभी किसी ने कहा दलाल तो बुरा लगा सर देखो शुरू से क्योंकि प्रैक्टिकली तो नाम जो है वो तो वही है कि भाई दलाली दलाली का कमीशन का काम तो जैसे वो बांध के ये दलाल अब पैसा तो दे रहा ज्वेलरी आ गई, घड़ी आ गई। बट काम तो दलाली है। और मैंने सुना कि दुबई में तो शायद 40 लाख की आबादी में 2 लाख दलाल है। बिल्कुल सही बात है। और देखो इज इट ट्रू? 40 लाख की आबादी में 2 लाख दलाल। देखो मैं नहीं बोलता हूं शाहरुख खान की अम्मा कह दी थी पिक्चर में। कोई भी धंधा छोटा नहीं होता और धंधे से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। तो उसी पे मैं आपको बोलूंगा। है तो हम दलाल। लेकिन वो ऑर्गेनाइज्ड तरीके से हम काम कर रहे हैं। बड़े दलाल हैं। बड़े दलाल हैं। लेकिन देखो मैं आपको एक और चीज बताऊं। पहले शुरू-शुर में ना बहुत ऑकवर्डनेस सी लगती थी। मैं जस्टिफिकेशन देता था। नो आई एम अ प्रॉपर्टी कंसलटेंट। यू नो आई एम अ प्रॉपर्टी गाइडर। नहीं यू प्राउडली से आई एम अ दलाल। दलाल तुम में दम है। तुम भी इतना पैसा कमाओ। उठाओ तुम भी रोल। कोई प्रॉब्लम नहीं। और कैश में तो ये ये एक इंपॉर्टेंट चीज है। एक्सेप्टेंस बहुत जरूरी है। जिस दिन से मैंने एक्सेप्ट कर लिया कि मुझे एक्चुअल में काम वही कर रहा हूं। लेकिन एक इसमें ना डिफरेंस बता देता हूं मैं क्या होता है दलाल जो होता है वो वर्ड होता है ब्रोकर या एजेंट का ठीक है हमारा जो काम है उसके बियों्ड है कर वही रहे हैं ऐसा नहीं बोलूंगा कि भाई हम दलाल नहीं है लेकिन इसके आगे क्या कर रहे हैं वो देखो हम ना कंसलटेंसी चला रहे हैं जैसे डॉक्टर हो गया लॉयर हो गया ये कंसलटेंट है। ठीक है अब हमारा क्या सीन है हम लोग क्लाइंट के रिक्वायरमेंट समझ के कि उनके पास कितना पैसा है उनका फैमिली बैकग्राउंड क्या है उसी को दलाल कहते हैं नहीं देखो मैं फिर बता रहा हूं। दलाल का काम है एक पार्टी दूसरी पार्टी मिला दिया। हो गया खत्म। जो डिमांड है उसको सप्लाई करके बीच में कमीशन ले लिया। बोल सकते हो हम मैंने एक्सेप्ट किया है लेकिन मैंने बताया हमारा काम उसके बियोंड है। उसके बियोंड है ये कि मतलब किसी भी तरह के दलाली में यही होता है। जो चाहिए उसको दिला दिया। उसका बीच में से कमीशन ले लिया। देखिए आपसे तो जीत नहीं सकते लेकिन हां। कि हमारा काम बहुत वास्ट है क्योंकि उसके बाद में सर्विसेज होती है। नहीं इसलिए पूछ रहा हूं बिकॉज़ यू आर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर आल्सो। साथ में और विनय भाई आए हैं और कहा मिलिए इनसे बहुत बड़े दलाल हैं। क्या करते हैं दुबई में? दुबई में दलाली करते हैं। अच्छा दलाली करके इतना पैसा कमा लिए। तो होता है दोस्तों के बीच में होता है। बोले आ गया दलाली। आई एम श्योर होता होगा। हां। 100% होता है। आई एम श्योर होता। ये वो दोस्त हैं जिन्होंने आपको देखा है कुछ नहीं। गरीबी से हां। हां। हां जिनसे आपने उधारी मांगी भाई को दे दे यार कच्चा पानी जलाना है क्योंकि देखो क्या हुआ था अरे उधारी भी तो मांगते हमारे दोस्त भी उतना अमीर हो ना उधार मांग ले क्योंकि जब मैं दुबई गया था तो आप यकीन नहीं करोगे मेरे को लिटरली मेरी बाइक बेचना पड़ी वीजा और टिकट लेने के लिए फिर कंपनी ने ऑफर लेटर तो दे दिया लेकिन बोला वीजा टिकट करके आ कि बहुत सारे लोग क्या करते हैं ऑफर लेटर ले लेते हैं वीजा टिकट ले लेते हैं कंपनी से कंपनी और और जाते हैं अच्छा और वो घूमने लग जाते हैं वहां पे ओके जॉब छोड़ देते तो ये भी चीजें होती है हां ये मतलब मतलब फ्रॉड लोगों की कमी थोड़ी ना है। कमी नहीं है भाई। बहुत सारे फ्रॉडियों को अभी दुबई ने बंद किया है अभी बहुत सारी चीजों पे। तो यू स्टार्टेड इनिशियली जॉब करना फिर अपना बिज़नेस स्टार्ट किया। जी जॉब किया 5 साल लगभग चार साल 5 साल। उसके बाद फिर अपना रियलस्टेट कंपनी स्टार्ट किया। अभी ये जर्नी भी ऐसी-ऐसी रही है बहुत। हां। मैंने सुना किसी ने आपको आपके किसी दोस्त ने काट दिया था आपका। ऐसा लाइफ में ये बहुत जरूरी मैं हमेशा बोलता हूं। एक चीज मैंने सीखी है जिसके मैंने आप समझ लो 4 से ₹5 करोड़ मैंने दान मतलब उसकी फीस दी है। डॉक्यूमेंटेशन अगर आप डॉक्यूमेंटेशन नहीं कराओगे लीगल तरीके से तो आप कहीं भी लूट सकते हो। ट्रस्ट एक अपनी जगह है। विश्वास अपनी जगह लेकिन कोई भी चीज है ना डॉक्यूमेंट कर लो लीगल तरीके से। अक्सर कहता है कि पेपर वर्क पे मैं कहता हूं ना जुबान से कह दिया ना। हां। बट वो जबान वाला कट जाता है। कट जाता है। क्योंकि देखो किसी चीज को आपने शिद्दत से डेढ़ दो साल दिए और वो पूरा आपसे छीन लिया गया। आपका लगाया हुआ पैसा भी छीन लिया गया। मैं सीनियर था। अच्छा तो अब ये था दोस्त ही बोल सकते हो। लेकिन अब ये हुआ बड़े भाई की तरह से। इंडियन था या बाहरी? अभी जाने देते उसमें। खाली देश पूछ रहा हूं। इंडियन ही मोदी जी। अच्छा मेरे को एक बात बताना। जैसे इंडिया अभी है। इंडिया में हर दूसरे इंसान को इन्फ्लुएंसरर बनना है। जी। दुबई में सबको दलाल बनना है। देखो सीन आई हैव सीन अ ग्रोथ कि बहुत जो Instagram पे भी दुबई हुई बात है जितना फीड आता है वो सब रियलस्टेट वालों का ही है। 150 करोड़ की प्रॉपर्टी जी और 150 करोड़ वो ऐसे बोलते हैं जैसे हमारे सब्जी में 10-12 किलो वाली बात हो रही है। मतलब टू बी ऑनेस्ट कई बार लगता है भाई साहब ये 150 करोड़ सच वाली प्रॉपर्टी दिखा रहे हैं। सचिव बिल्कुल है। अभी देखो अभी मेरी लेटेस्ट रील देखोगे आप जब तक ये वीडियो आएगा तब तक शायद नीचे चले जाए लेकिन उसमें 150 करोड़ 500 करोड़ 1600 करोड़ वो प्रॉपर्टी वैल्यू है और वो बिक रहा है लोग खरीद रहे हैं होती है दुबई में प्रॉपर्टी वैल्यू और दुबई में छोड़ो इंडिया में गुड़गांव में देख लो आपके पास में कितनी एक्सपेंसिव प्रॉपर्टीज अगर प्रॉपर्टी की बात गुड़गांव में कोई प्रॉपर्टी है जो 500 करोड़ में बिक रही है एक फ्लैट है विला मुझे नहीं पता लेकिन हां बहुत सारी प्रॉपर्टीज है अब देखो यहां पे क्या है ना कुछ लिमिट सबसे महंगी प्रॉपर्टी आपने कितने की बेची है? यार हमने जो बेची है लगभग 506 करोड़ के आसपास उसमें कितना कमीशन आपको मिलता है? कमीशन सेकेंडरी है। क्लाइंट को चीज अच्छी मिलना चाहिए क्योंकि हमारा हर क्लाइंट चार प्रॉपर्टी खरीदता है। हम तो पैसे बनते हैं उसके। दुबई में जो जैसे मान लो कोई इंडियन बंदा जा रहा है। वो क्या देख के प्रॉपर्टी ले रहा है आजकल? देखिए वो सबसे पहले तो ये देख रहा है कि पेमेंट प्लान उसको मिल जाए। जैसे इंटरेस्ट फ्री पेमेंट प्लान है। अभी यहां पे हमको कोई भी प्रॉपर्टी खरीदना लोन मिलता है। लोन लेना पड़ता है। ऑप्शन नहीं है। ऑफ प्लान में जाओगे तो हैवी पूरा पेमेंट देना पड़ता है ओवर तक के। वहां पे ऐसा फैसिलिटी है कि आप एक तो डेवलपर अभी ऐसा आया कि 10% डाउन पेमेंट दो बुकिंग करा लो। 4% रजिस्ट्री अच्छा रजिस्ट्री ना हाथ के साथ हो जाती है दुबई में। 4% दो हाथ। चलो इसको क्वेश्चन में कोट करता हूं मैं। इंडिया में प्रॉपर्टी खरीदना और दुबई में प्रॉपर्टी खरीदना। दोनों में प्रोसीजर में क्या अंतर है? दुबई का प्रोसीजर बहुत सिंपल है। आप गए और आपको जाने की भी कई बार जरूरत नहीं है। अगर आपको खरीदना है मैं अभी ऑनलाइन सब करवा दूंगा। आपका डॉक्यूमेंट साइन ये वो रजिस्ट्री सब हो जाएगा। आपको जाने की जरूरत नहीं है। क्योंकि मेरे यहां पसीने छूट गए थे। नहीं नहीं यहां यहां यहां से आपको हिलने की जरूरत नहीं है। और अगर मैं नहीं भी बैठा हूं ऑनलाइन सब हो जाता। हमारा 70% बिज़नेस जो है इंटरनेशनल मार्केट से हो रहा है। हमारे क्लाइंट चार-चार पांचप प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं बिना दुबई आए। हम उनको करके दे रहे हैं। प्रॉपर्टी में पैसा बना के दे रहे हैं। तो मैं बता रहा हूं जैसे आपने खरीदा ना तुरंत हाथ के साथ रजिस्ट्री है आपकी। कई बार क्या होता है चाहे इंडिया बोलो या वर्ल्ड में जहां पे भी ऑप्शन मिलेगा कि रजिस्ट्री हैंडओवर पे होंगी तो एक प्रॉपर्टी दो या तीन लोगों को बेच सकते हो। 10 को भी बेच सकते हो क्योंकि वो रजिस्टर नहीं हुई है। वहां पे तुरंत रजिस्ट्री हो जाती है। उसके बाद मंथली 1% पेमेंट प्लान है। आप प्रॉपर्टी का 1% देते रहो। हैंड ओवर तक की प्रॉपर्टी आपका रेडी हो गया। हैंड ओवर पे चाबी मिल गई। तब तक आपने 50% 60% दिया। बाकी 40% या जो भी 30% बचा है वो आप हैंडओवर के बाद 1% देते रहो। तब तक आपकी प्रॉपर्टी भी रेंट हो जाती है। सबसे बड़ी बात आगे का जो 40% बचा है। अभी जैसे फॉर एग्जांपल दूर नहीं जाते। मैं अपनी प्रॉपर्टी की बात करता हूं। मैंने एक प्रॉपर्टी खरीदी। सबने लोगों का नाम सुना हुआ है डेनियप का रिज़वान साजन का शायद आपने भी सुना होगा। तो बहुत अच्छे मेरे आइडियल भी है और उनसे मैंने उनके उनके वहां पे हमने टॉप 10 में भी मतलब टॉप 10 में तो नहीं 11थ नंबर पे आए तो वन ऑफ द टॉप सेलर भी रहे हम डेन्यूप के अंदर और अभी भी कर रहे हैं। तो उनसे हमने एक प्रॉपर्टी खरीदी थी क्योंकि हमारा रूल है हम जो बेचते हैं ना हम ऐसी प्रॉपर्टी बेचते हैं जो हम खुद भी खरीद सके। तो क्लाइंट को ऐसा नहीं है कि चिपका दी कोई हम कुछ दूसरी खरीद रहे नहीं। तो हमने खरीदी मैंने 3 साल पहले खरीदी हैंडओवर तक 60% दिया। 40% हैंडओवर के बाद फुल्ली फर्निश्ड प्रॉपर्टी थी। मैंने खरीदी थी 10 लाख दिहम में। आज की तारीख में वो प्रॉपर्टी का वैल्यू हो गया 18 लाख दिहम। और महीने का 1% अभी मेरे को पे करना है। तो वो हैंड ओवर के बाद जा रहा है। रेंट आउट कर दी। आप यकीन नहीं करोगे। मेरे जेब से सिर्फ 6 लाख दहम गए हैं। रेंट मेरे को 1,20,000 दहम आ रहा है। 12 महीने की 1% के हिसाब से 10 लाख दहम के हिसाब से 1% होता है। आपका सिर्फ और सिर्फ 10,000 दहम रेंट आ रहा है 1,20,000 साल का। 10,000 दम वहां से जा रहा है। मेरे जेब से कुछ नहीं जा रहा है। 6 लाख का इन्वेस्टमेंट 3 साल का वेटिंग इसके बाद में उसके बाद प्रॉपर्टी 22 लाख की हो जाएगी। तो 6 लाख पे अपन इतना कमा लिया और रेंट से ही निकल गया। तो यह एक स्ट्रेटजी है। लोग नहीं समझ पा रहे हैं। लोगों को लग रहा है दुबई मिथ है। हवाबाजी है। बहुत सारी चीजें हैं। इंडिया से इतने सारे लोग दुबई क्यों जा रहे हैं? देखो ईजी है। मैंने बताया फिर जैसे जितने सेलिब्रिटीज हैं या जितने भी बड़े लोग हैं मिलेनियर्स हैं वो सब दुबई इसलिए मूव कर रहे हैं क्योंकि वहां पे हर चीज अवेलेबल है। आपको वहां पे दुनिया के और बहुत सारे कोनों में होगी। दुबई में क्यों जा रहे हैं? नजदीक पड़ता है इसलिए। बिल्कुल नजदीक पड़ता है। 2 घंटे का फ्लाइट है। कहीं से भी आप जाओ मैक्स हो गया आप पूरा आपका ट्रैवल देख लो। चार-छ घंटे का लगता है। और उसके अलावा वहां पर लाइफस्टाइल बहुत अच्छी है। हर चीज ऑनलाइन है। बिज़नेस आपको स्टार्ट करना है। आपका मैं नेक्स्ट डे बिज़नेस स्टार्ट करवा सकता हूं। सारे डॉक्यूमेंटेशन अरेंज करो। ऑनलाइन अप्लाई करो। पीआरओ पकड़ो। ऑनलाइन करेगा इजी करने के लिए। नेक्स्ट डे आप जाओ साइन करो। आपका बिजनेस स्टार्ट हो गया। आपको ट्रेड लाइसेंस मिल जाएगा। बैंक अकाउंट ऑनलाइन खुल जाएगा। सब कुछ इजी है। एक दिन में सब सब हो जाता है भाई। इजी हो जाता है। कितने दिन में? मान लो अगर मैं यहां से दुबई जाता हूं और मुझे अपना मीडिया का बिज़नेस 24 घंटे में आपका ट्रेड लाइसेंस ओपन हो जाएगा। और बैंक अकाउंट एंड ऑल उसका थोड़ा सा प्रोसेस है। लेकिन हां वो भी इमीडिएट बेसिस पे हो जाएगा। उसका भी कोई इतना प्रॉब्लम नहीं जाता। और बीच में मिठाई खिलाना। कुछ भी नहीं है। सबसे इंपॉर्टेंट चीज़ अगर गलती से किसी को मिठाई खिलाई तो आप जेल जा सकते हो। जेल जा सकते हो जाओगे ही। वहां पे कोई रिश्वत नहीं, कोई मिठाई नहीं, कुछ नहीं। दुबई में चोरी चकारी होती है? बिल्कुल भी नहीं। आपको मैं एक बात बताता हूं। कई लोग मिलियन एक-ए मिलियन अपना टैक्सी में भूल जाते हैं कैश। पता नहीं वो लोग है कौन भाई जो 1 मिलियन कैश टैक्सी में भूल जाते हैं। 2 लाख भूल जाते हैं। मोबाइल भूल मोबाइल का तो हमारे कम से कम तीन-चार लोगों के साथ हो रखा है कि टैक्सी में बैठे मोबाइल भूल गया। सेम आपको 2 घंटे में आपको सब मिल जाएगा आपका। जब तक आप रिकॉल करोगे तब तक टैक्सी वाला बंदा रिपोर्ट कर चुका होगा कि भाई यह मेरे पास में चीज मिली है और कई इंसिडेंस आप देखोगे फोटो न्यूज़ आती रहती है वो सही है। मतलब मैंने एक रील देखी थी जिसमें कोई महिला थी वो किसी गाड़ी के ऊपर अपना फोन रख देती हैं और कहती है देखते हैं कोई चुराता है या नहीं चुराता है और उसे कोई चुराता नहीं है। हां मैंने भी एक रील बनाई है। Rollsyce की चाबी रखी है। पूरा गोल्ड रखा है और कुछ खाकर आते हैं। जाकर आए कुछ नहीं होता। तो यह क्यों नहीं होता? कानून सख्त है। कानून बहुत सख्त है। प्लस हर जगह करना आसान है। हर जगह कैमरा लगा है। ट्रस्ट 5 मिनट में हो जाता है। क्यों कोई भी क्राइम नहीं होता? जीरो क्राइम क्यों है दुबई में? क्योंकि सारी जगह हर 200 300 मीटर पे आपके पास में कैमरेज लगे हुए हैं। दूसरा हर ऑफिस हर बिल्डिंग हर लॉबी में हर एरिया में आपको कैमरेज मैंडेटरी। तो कैमरेज हर जगह ट्रेस कर रहे हैं आपको। अगर आप अपने ऑफिस में बैठे हो तो यहां भी कैमरे लगे होना जरूरी है। तो इस वजह से एक ये चीज है। दूसरा उनके पास टेक्नोलॉजी बहुत है। फेस आइडेंट आइडेंटिफाई कर लेते हैं। बहुत सारी चीजें और वहां पे 50 आपके पास में डॉक्यूमेंटेशन की जरूरत नहीं है। सिर्फ आपको एक एम्ब्रिट्स आईडी काफी है। हर चीज उस पे चलती है। उसमें चिप लगी होती है और सब चलती है। ये चिप वाली नहीं जो 2000 के नोट में लगती है। लेकिन इसमें चिप लगी होती है जो चलती है। और उससे सारा चीज ऑपरेट होता है। दूसरा आपको डॉक्यूमेंट सिर्फ और सिर्फ आपका अ ड्राइविंग लाइसेंस होता है। वो अलग मिलता है। बाकी सब आपका एमरेट्स आईडी में होता है। मैंने सुना ड्राइविंग लाइसेंस दुबई में बड़ा ईजीली मिल जाता है। ड्राइविंग लाइसेंस तो मतलब आप समझ लो हमारे वहां लोग यूपीएससी क्लियर कर लेते हैं। इतने में तो सबसे पहले आई टेस्ट करवाना पड़ता है। ओके। आई टेस्ट क्लियर होने के बाद आपको पूरा मॉड्यूल मिलता है। आई टेस्ट जैसे तुमको चश्मा नहीं लगा मुझको लगा है। किसी को हो नहीं हो कोई मतलब नहीं। आई टेस्ट होगा। ओके। वो पास होगा। उसके बाद में आपको पूरा टेस्ट मिलेंगे। आपको पूरा शेड्यूल मिलेगा। आपको पूरा जो स्टडी मटेरियल वो सब मिलेगा। आप ऑनलाइन भी कर सकते हो या फिजिकल जाके भी क्लास अटेंड कर सकते हो। वो करने के बाद उसके बाद टेस्ट होगा थ्योरी का आपका। थ्योरी क्लियर करने के बाद आपको ड्राइविंग क्लासेस चालू होगी। ड्राइविंग क्लासेस के बाद इंटरनल आपका ड्राइविंग टेस्ट होगा। उसके बाद फिर आपका पार्किंग क्लासेस होंगी। फिर पांच तरीके की पार्किंग होती है। पांचों को क्लियर करना जरूरी है। जिसमें फेल हुए फिर से दो। ये इंटरनल है। ये पार्किंग पास करने के बाद फिर आपको आरटीए की पार्किंग का टेस्ट फिर क्लासेस फिर नाइट क्लासेस अलग से है। हाईवे क्लासेस अलग से है कि आपको हर तरीके से मजबूत किया जाता है कि आप कहीं किसी भी तरीके किसी भी कंडीशन में गाड़ी में गाड़ी चलवाने वाले हैं। वहां पे वो भी है बाय द वे और आप चला सकते हो। आप आओ कभी मैं लेके जाऊंगा। उसके बाद फाइनल आरटीए रोड टेस्ट होता है। उसके बाद आपको अह ड्राइविंग लाइसेंस मिलता है। इसीलिए तो एक्सीडेंट्स इतने कम होते हैं क्योंकि वहां पे रोड बहुत वाइड है। रोड में एक भी गड्ढा नहीं मिलेगा पूरे दुबई के अंदर आपको और कार्स बहुत फास्ट चलती है। तो मिनिमम स्पीड लिमिट कोई भी रोड की 60 है। जो अगर नॉर्मल रोड्स की बात करें 60 मिनिमम लिमिट है। तो उसके ऊपर ही चलाना है। एक एवरेज लापरवाह इंसान जैसे हम आम हिंदुस्तानी मैक्सिमम लोग होते हैं। कितने समय में दुबई में ड्राइविंग लाइसेंस पा सकता है? भाई एवरेज लापरवाह तो शायद साल भर लग सकता है। 6 महीने से साल भर के बीच अगर आप दिल से काम कर रहे हो उसके ऊपर तो 3 से 4 महीने में 2 महीने में तीन महीने में आपको लाइसेंस मिल सकता है। लेकिन उसके लिए फिर पूरा दीवाना बनना पड़ेगा। हर टाइम क्लासेस बुक करना पड़ेगी। ऑनलाइन बुक हो जाती है। सब कुछ हो जाती है। सब उसके इंस्टट्यूट बने हुए हैं अलग-अलग। स्कूल से पढ़ाई करनी पड़ेगी। हां। पूरा तो जब आप तुम्हारा लाइसेंस बन गया? ऑब्वियसली। कितने साल में बना था? मुझे लगा था एक साल। वो इसलिए लगा था क्योंकि मुझे टाइम नहीं मिल रहा था भाई। भाई एवरेज लापरवाह है सर। नहीं नहीं नहीं वो इसलिए क्योंकि जब मैं गया वहां पे पहले तो दुबई समझने में फिर अच्छा लाइसेंस का कॉस्ट भी तो इतना महंगा है ना भाई। अफोर्ड भी नहीं कर सकते हो ना आप। कितने पैसे में मिलता है लाइसेंस? लाइसेंस नॉर्मली जो है अगर आप नॉर्मल एवरेज की बात करूं ₹2 लाख लगते हैं आपको। कम से कम। कई को तीन भी लग जाते। ओके। वो क्लासेस हर क्लास का पैसा होता है। हर टेस्ट का पैसा होता है। तो हमारे पास पैसे भी तो चाहिए थे। मैंने इन स्टार्टिंग के दिनों में लिया था लाइसेंस तो उतने पैसे नहीं थे ना भाई और उसके बाद ऑफिस से छुट्टी नहीं मिलती थी तो क्या करोगे तुम जब दुबई में गाड़ी चला इमरजेंसी पार्किंग होती है जब तुम दुबई में गाड़ी चला के नोएडा दिल्ली गुड़गांव में गाड़ी चला रहे हो नहीं चलाता ना मैं अब वो गया टाइम कहीं मान लो कभी चलानी पड़े तो फिर क्या डिफरेंस एक्सपीरियंस है कुछ नहीं है भाई अपन तो आज भी देसी है वहां मैं तुम्हारे दुबई में मैं बैठा हूं मैंने कहा भाई 10 मिनट के लिए गाड़ी देना पहली बात तो मैं नहीं दूंगा मेरे साथ बहुत होता है। मैं नहीं देता। मेरे रूल्स मैं रूल्स देखो दुबई का ऐसे कायदे में रहोगे तो फायदा इमेजिनेशन पे जा रहा हूं। चलो तुम मान लो किसी से हां लिया कि मुझे गाड़ी दो मैं बैठ गया मैं चलाने लगा। फाइन पड़ेगा गाड़ी शायद इंपाउंड भी हो सकती है। उसके बाद में आपको शायद जेल भी हो सकती है और उसके बाद आपको डिपोर्ट करेंगे एक गाड़ी चलाने के लिए। यस इट इज दैट सीरियस क्राइम। इट इज एक्चुअली अ क्राइम इन दुबई। भाई इफ यू हैव अ लाइसेंस एंड यू आर ड्राइविंग अ कार। हां इंटरनेशनल लाइसेंस है बात अलग है। बट अगर नहीं है इंटरनेशनल लाइसेंस कुछ नहीं कर सकते। मैं किस्सा सुनाता हूं। मेरे एक मित्र सीनियर थे। मैं लाइसेंस बनवाने जा रहा था। तो उनसे मैंने कहा तो उन्होंने कहा बनवा देंगे 10-15 मिनट में बन जाता है। तो मैंने कहा आप बनवाए हो? कहे नहीं। हम कहा क्यों? बोले नोएडा में कोई चेक ही नहीं करता। दिल्ली जाओ तो फस जाओ। दिल्ली में किसी और को देते हैं। नोएडा में गाड़ी चेक नहीं होती। पत्रकार बोल के बच जाते हैं। हमने कहा सच में तो अब पुलिस करती क्या है? फिर जब सब कुछ कैमरा कर रहा है, सब कुछ ऑनलाइन कर रहा है। पुलिस कंट्रोल कर रही है ना वो कैमरे कौन कंट्रोल कर रहा है? पुलिस ही कर रही है ना? हम और वो अगर नहीं हो तो इतना सेफ नहीं हुआ। आज दुबई इज़ वन ऑफ़ द सेफेस्ट सिटी इन द वर्ल्ड। जिसके वजह से दुबई इज़ द फास्टेस्ट ग्रोइंग सिटी इन द वर्ल्ड। और उसके वजह से इकॉनमी इतनी ग्रो कर रही है। आपको पता है दुबई का इकॉनमी एजेंडा क्या है? बाय 20 अह 33 इकॉनमी को डबल करना है। दुबई इकॉनमी एजेंडा करके इनका एक नया स्कीम है जिसके अंदर वह इकॉनमी आज जो है ना उसको डबल करना चाह रहा है। तो ये इकॉनमी का हो गया। उसके बाद में E3 भी आ रहा है। E33 हो गया एजुकेशन को लेके। अभी हम लोग सबों को यही सुनने में आता है गल्फ में पैसे के लिए जा रहा है। आज तक आपने नहीं सुना कि गल्फ में कोई या दुबई कोई पढ़ने जा रहा है। अब से सुनोगे। इट्स ट्रू। हां। अब से सुनोगे क्योंकि आईएम अहमदाबाद अपना एक ब्रांच खोल रहा है वहां पे दुबई में और काफी सारे इंडिया के ब्रांचेस ऑलरेडी है। अच्छे हाई इंस्टट्यूट के ब्रांचेस है वहां पे। एकेडमी सिटी करके एक प्लेस है जहां पे काफी सारा एकेडमिक हो रहा है। मतलब सारी चीजें आ रही है। वर्ल्ड की जितनी बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटीज हैं सबको दुबई वहां लाना है। बिकॉज़ दुबई का आपको पता है। जो काम करना है उसमें क्या रहना है? नंबर वन। तो दुबई इकोनमी में भी उसके बाद एजुकेशन में भी नंबर वन बनना चाह रहा है। वहां पे वर्ल्ड क्लास आपको एजुकेशन मिलेगा और वर्ल्ड क्लास स्टैंडर्ड से मिलेगा कि वर्ल्ड में कहीं का भी कोई भी हो कहीं पे भी आप देख रहे हो तो आप आगे ही हो बच्चा जो पढ़ रहा है वहां पे प्लस इंडिया में या वर्ल्ड में कहीं पे भी अभी तक के जिन्होंने एआई जनरेट किया है उन्होंने भी अपने स्कूल्स में नहीं डाला है एआई दुबई में ऑलरेडी आ गया है कि एआई मैंडेटरी करना है स्कूल्स में बच्चों के लिए मतलब छोटे बच्चे जो स्कूल जाएंगे अब एआई वो मतलब पढ़ाई करेगी उसकी हमारे यहां भी हो जाएगा कुछ दिन में ऐसा नहीं है। लेकिन एक एक कॉमन परसेप्शन होगा इंडिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल या इन देशों के लिए कि यार दुबई महंगा होगा। एक आम इंडियन क्यों भेजें दुबई में अपने बच्चे को पढ़ने? इंडिया सस्ता है। दुबई एक्चुअली इंडिया से सस्ता है। कैसे? आप होटल्स देख लो, आप फूड देख लो। आप कोई भी चीज देख लो, ट्रांसपोर्ट देख लो, पेट्रोल देख लो। पानी महंगा है बस थोड़ा सा। लेकिन क्वालिटी अलग है क्योंकि देखो आप हर दुबई में एक प्लेट खाना कितने मिल जाएगा अगर एक आदमी को केवल सर्वाइवल के लिए खाना हो 7 से 10 दहम के अंदर आराम से आ जाता है खाना हां मतलब जो कि लगभग हो गया ₹200 के आसपास अच्छा हम क्योंकि वहां पे क्वालिटी चेक होता है आप खराब खाना नहीं कर सकते आपके किचन में कॉकरोचेस कीड़े या गंदगी नहीं होना चाहिए बहुत स्ट्रिक्ट है ये सब मामलों जैसे हमारे ढाबे यहां दिखते हैं नहीं देखो हर तरीके के कैटेगरी के वहां पर रेस्टोरेंट्स है लेकिन क्लीनलीनेस और आप एक और चीज बताऊं यू विल बी सरप्राइज्ड जितना अच्छा प्रोडक्ट आता है ना चाहे इंडिया हो या वर्ल्ड में और भी कोई जगह हो वहां का जो बेस्ट क्वालिटी का फूड होता है वो दुबई जाता है। बाकी क्वालिटी का यहां रहता है। तो आप अगर कंपेयर कर रहे हो ना प्राइसेस दुबई के प्राइसेस तो यहां के प्राइसेस सेम है बट क्वालिटी वहां पे फूड की आपको अच्छी मिल रही है। यह रियलिटी है। चाहे आप एप्पल ले लो, बनाना ले लो, चावल ले लो, कुछ भी। ओके। इंडिया और दुबई का अगर कंपैरिजन करें। जी। क्या-क्या डिफरेंसेस हैं जिस वजह से लोग दुबई भाग रहे हैं। सबसे बड़ा डिफरेंस है टैक्स का। क्योंकि टैक्स में अगर आप बात करते हो यहां पे स्लैब जाता है इनकम टैक्स का 30%। वहां पे ज़ीरो। फिर उसके बाद अगर आप प्रॉपर्टी खरीद रहे हो तो टैक्स प्रॉपर्टी बेच रहे हो तो प्रॉफिट होगा। ऑब्वियसली कैपिटल गेन टैक्स। वर्ल्ड में कहीं भी देखो तो टैक्स तो लग ही रहा है। दुबई में प्रॉपर्टी गेन टैक्स जीरो। आप अदर सोर्सेस से इनकम ला रहे हो। जीरो टैक्स। रेंटल इनकम पे हर जगह टैक्स है। दुबई में रेंटल इनकम पे जीरो। आपको इन्हहेरिटेंट टैक्स कोई नहीं दे रहा है। जैसे हम बात कर रहे थे लग्जरी चीजों की जैसे Rolls Ryroce हो गया, Rollx हो गया। कोई भी चीज आप लेते हो तो आपको हर जगह पे वर्ल्ड में लग्जरी टैक्स लगता है। दुबई में ज़ीरो। तो कोई टैक्स नहीं है। अभी सिर्फ दो टाइप के टैक्स है। एक वेट है जो 5% लग रहा है। दूसरा है अभी आया है कॉर्पोरेट टैक्स जो कॉर्पोरेट्स के लिए है वो भी सिर्फ 9% है। अगर आप इंडिया में बात करो तो लगभग 25 से 30% के आसपास कॉर्पोरेट टैक्स है। या वर्ल्ड में कहीं भी जाओगे 20% 25% 30% से नीचे कहीं भी नहीं है। यूएस, कनाडा, यूके कहीं भी कंपेयर करोगे। अच्छा एक तो ये टैक्सेस की हमने बात करी क्योंकि टैक्सेस है ही नहीं। हम तो अगर आप देखो कोई भी कंट्री में जाते हो स्पेशली यूके यूके में 45% टैक्स है भाई वो यूके वाला दुबई आना चाह रहा है यूएस वाला दुबई आना चाह रहा है कनाडा वाला दुबई आना चाह रहा है ऑस्ट्रेलिया वाला दुबई आना चाह रहा है क्योंकि टैक्सेशन टैक्सेस इतने हैवी है स्पेशली बिज़नेस ओनर्स क्योंकि देखो ना हर जगह की जो सरकार है जो गवर्नमेंट है वो आपके बिजनेस में पार्टनर बन के बैठी है टैक्स हर चीज में जीरो कॉर्पोरेट टैक्स पहली बार अभी हम शायद भरेंगे वो भी सिर्फ 9% वो भी सिर्फ कॉर्पोरेट्स को है। तो 90% लोग तो जॉब ही कर रहे हैं ना। सिर्फ 10% होंगे जो बिजनेस कर रहे हैं। मेरे एक फ्रेंड ने मुझसे एक बार मजाकमज़ाक में कहा कि जैसे हर साल iPhone आता है। तो हम लोग iPhone चेंज करते हैं। तो किसी ने एक बार मजाकमज़ाक में कहा कि जितने का इंडिया में iPhone लेते हो उसकी जगह पर फ्लाइट की टिकट बुक करो। यहां से दुबई जाओ घूमो, टहलो, एक दिन रुको। दो लेके वापस लौट आओ। बिल्कुल। इज इट ट्रू? 100% ट्रू है। 100% अच्छा मेरी बात अधूरी रह गई अब मैं बताता हूं क्यों मूव कर रहे हैं आपने सवाल किया? टैक्सेस पे तो मैंने बात की। अब बात करते हैं रिटर्न्स पे। वहां पर प्रॉपर्टी में एवरेज रिटर्न्स जो आता है 8 से 12% का है। यह रेजिडेंशियल नॉर्मल अगर आप लॉन्ग टर्म पर रेंट आउट कर रहे हो प्रॉपर्टी तो मेरी एक प्रॉपर्टी जैसे मैंने बताया 20% रिटर्न आ रहा है। एवरेज सारी प्रॉपर्टीज के अंदर 8 10% 10% आ ही जाता है। अगर हम बात करें अ हॉलिडे होम्स की कि हॉलिडे होम्स बहुत जरूरत है। हॉलिडे होम्स कहीं भी आज की तारीख में जाओ लोग महीना आते हैं, 15 दिन आते हैं, फैमिली के साथ आते हैं। कई बार लोग जॉब पे जाते हैं, जॉब स्विच करते हैं या उनको 1 महीना, 2 महीना, 6 महीना रुकना होता है तो हॉलिडे होम्स चाहिए होते हैं। होटल नहीं। तो उसके लिए आपको 15 17% के आसपास आपको रिटर्न आ सकता है। लेकिन आप नॉर्मली भी रेंट आउट करो तो 8 से 12% अगर आप प्रॉपर्टी एप्रिशिएट करने की बात करो तो प्रॉपर्टी एप्रिसिएशन हर साल 10 से 15% का कम से कम आपका हो रहा है। हम अगर आपने 1 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदी है जो हम क्लाइंट्स को एडवाइस देते हैं। हैंड ओवर तक के आपने ऑफ प्लान में खरीदी जो अंडर कंस्ट्रक्शन है। लॉन्च पे आपने 1 करोड़ की खरीदी। हैंड ओवर तक तो 50% ही देना है। आपके जेब से गए 50 लाख लेकिन हैंड ओवर पर वह प्रॉपर्टी का वैल्यू हो जाता है लगभग 1.5 करोड़ ₹5 करोड़ 2 करोड़ भी होता है तो आपकी जेब से 50 लाख गए लेकिन आपने इतना प्रॉफिट बना लिया उसको बेच दो और कोई टैक्स नहीं पे करना उस पे भी फिर नई प्रॉपर्टी दो प्रॉपर्टी पे पैसे डालो ये रियलिटी है इसके अलावा जैसे मैंने बताया फास्टेस्ट सिटी है सेफेस्ट सिटी है एक सबसे बड़ा एप्रिसिएशन जो मैंने बताना भूल गया आपको यूएस के साथ में 1997 में एक पैच हुआ था नवंबर में यूएस यूएसडी और एईडी को लॉक कर दिया था 3.67 पे अगर हम बात करें 1997 में एक दहम ₹8 का था। आज की तारीख में एक दहम ₹32.5 का है। उसी लोग जाते हैं पैसा वहां पैसा कमाते हैं, बेचते रहते हैं। तो करते हैं लोग। क्या करेंगे? अभी मैं बात करूं जब मैं गया था 2018 में, तब ₹18 का 1 दिम था। आज की तारीख में देखो 23.5 हो गया। और जल्द मुझे लगता है 25 हो जाएगा। दुबई में परेशानी क्या है? दुबई में परेशानी सिर्फ यह है कि लोग सिर्फ काम कर रहे हैं। इमोशंस कम है। इमोशंस कम है और वैसा नहीं वो जैसे हमारे यहां होता है शाम को बाहर मिले थोड़ी देर आओ कपड़े लाते हैं। पड़ोस में क्या चल रहा है? है वो भी है लेकिन आप और हमारे जैसे लोग कम है ना तो वो उनके पास टाइम ही कहां है? जो गए हैं वो पैसे कमाने गए हैं। हां वहां पे लोग इस चीज में नहीं पड़ते कि क्या चल रहा है क्या नहीं चल रहा है वो अपना काम कर रहे हैं। शावर में एक घंटा नहाते नहीं होगे। नहीं नहीं कहां टाइम है? है लेकिन लोगों के पास टाइम भाई कई लोग हैं जो वहां पे 5000 10000 15000 या 20000 द जो जितना कमा रहा उसमें खुश है ना वो वो सब कर रहे हैं लाइफ में एंजॉय कर रहे हैं वीकेंड ले रहे हैं सब कुछ कर रहे हैं हमारे पास 24 घंटे कम है पानी पानी की समस्या नहीं है बिजली मैं 7 साल से रह रहा हूं एक बार आज तक नहीं गई है और पूरा रेगिस्तान है और पानी तो बिल्कुल मतलब आपको वहां पे हाई क्वालिटी का मिलेगा पीने के लिए क्योंकि आप बाय कर रहे हो पानी को तो क्या कीमत है पानी की वहां पे देखो वैसे तो चालू हो जाता है 2 दिम पर लीटर के हिसाब से आई थिंक और फिर वो अपने ऊपर है अपने कौन से क्लास का पीना है पानी पांच छ सात आठ लीटर तक दिहम तक जाता है दो दहम पर लीटर से जनरल पानी नहीं है जनरल पानी नहीं है तो यानी अगर आप शार यूज़ करते हो तो आपको उतना पे करना पड़ेगा देखो पानी पीने का बताया मैंने आपको और ये जो आप बात कर रहे हो यूज़ यूज़ वाला पानी यूज़ वाला पानी जो आता है वो दीवा में आता है। हां वह आता है आपका बोले तो दुबई इलेक्ट्रिसिटी एंड वाटर अथॉरिटी उसमें आता है तो उसका बिल साथ में आता है तो उसमें आपको मिल जाएगा कि पानी का कितना बिल आया इलेक्ट्रिसिटी का कितना एक एवरेज अगर समझना हो कोई एवरेज जैसे दिल्ली दिल्ली में भी लोग पानी खरीदते हैं दिल्ली में भी पानी अब डायरेक्ट नहीं है बाकी शहरों की तरह जैसे हम छोटे शहरों में रहते हैं वहां तो राइट पानी बहुत है हां जो मर्जी करो बट दिल्ली का हिसाब किताब अलग है नहीं दिल्ली से अगर करोगे उतना आपको बिल पे करना पड़ेगा अंदाजन कितना बिल आता होगा अगर तीन चार पांच लोग का परिवार है तो 1000 दहम के आसपास बिल आता होगा और क्या और इसमें कितना इस्तेमाल करने का मतलब यह दीवा का बिल जो आता है ना इलेक्ट्रिसिटी और वाटर मिला के आता है तो इसमें 200 दम मेरे हिसाब से शायद पानी का पानी का होगा बाकी 800 दहम इलेक्ट्रिसिटी इतना महंगा नहीं है अच्छा जो दुबई चला गया हां वो इंडिया क्यों नहीं लौटता देखो जितने पैसे मिल रहे हैं उसको दुबई में उतने पैसे तो पहली बात इंडिया में उसको उस काम के नहीं मिलेंगे पहली चीज दूसरी चीज जो लाइफस्टाइल वहां पे जी रहे हो वो यहां नहीं मिलेगी तीसरी चीज एक तो पैसे कम मिलेंगे लेंगे ऊपर से टैक्स पे करना पड़ेगा। चौथी चीज क्वालिटी जो है ना दुबई में फूड की बोलो या किसी भी चीज की या जो फील है वहां पे लग्जरी वो यहां नहीं मिल सकता। तो ये पांच रीजन है। ओके। अ इंडिया दुबई का बॉन्ड कैसा है? अभी वहां क्योंकि आपने कहा 40% इंडियन वहां दुबई में इस वक्त रहते हैं। दुबई और उसके आसपास जो देश हैं उनमें मंदिर भी बनाए गए। कई सारी खबरें आती रहती हैं। क्या हिसाब किताब है इंडियंस का? वो देश नहीं है। वो सिटीज है वहां की। हां। जैसे दुबई में ही दो मंदिर हैं और हम लोग विजिट करते रहते और जैसे मैंने बताया मैं बहुत धार्मिक परिवार से हूं। तो हम लोग करते रहते हैं। उसके बाद आबू धाबी में देखो अगर बात करें तो बेप्स का बहुत बड़ा मंदिर बना है स्वामी नारायण भगवान का। तो वहां पे पहले यह चल रहा था कि रूलर ने वहां के सात एकड़ जमीन देने का सोचा। कई बार जब यह साधु लोग रिक्वेस्ट लेके गए। फिर उसके बाद में उन्होंने उसको डबल कर दिया। 6.5 7 के बजाय उन्होंने उसको 13.5 कुछ ऐसा कर दिया। फिर 212 एकड़ कर दिया। फिर उसके बाद एंड में 27 एकड़ उन्होंने खुद से अलॉट किया। 27 एकड़ इज़ अ ह्यूज एरिया। उसके बाद में जो लोकेशन थी उसकी लोकेशन चेंज करी। मेन दुबई और आबू धाबी हाईवे पर लगाया। जिसकी वजह से इजी हो हर बंदे को मंदिर जाने के लिए। तो वो उन्होंने किया। वहां पे मंदिर बनाया और आप यकीन नहीं करोगे मंदिर शायद डेढ़ दो साल में पूरा रेडी हो गया और अभी तो हम लोग जाते रहते हैं और बहुत बड़ा मंदिर बनाया और वहां पे आप समझ लो कि सारे डिपार्टमेंट्स जो एक मंदिर में होते हैं मैरिज हॉल हो गया और बहुत सारी चीजें होती है वो सब बनाया उन्होंने वहां पे और मार्बल इंपोर्टेड है कुछ राजस्थान से है और कुछ इटली से है। तो मैंने खुद ने बहुत प्रमोट किया। मैं खुद जाता था वहां कम से कम तीन-चार बार मैं गया और वहां पे देखिए शरीर तो नश्वर है राइट तो मैंने बहुत प्रमोट किया जब ये मंदिर बन रहा था कि वहां पे उन्होंने एक चीज इतनी अच्छी चालू करी कि शीला पूजन करते कि जो आप ईंटें जो ईंटें लगने वाली है दूसरे दिन तो वो साइड में रख दी पहले कोई भी बंदा आए शीला की पूजा करें वो ईंट की पूजा करें प्रेयर होती थी पूजा-वजा करते थे पूरा बताते थे कि विज़न क्या है इस मंदिर का कैसे बना क्या बना उसके बाद में वो ईंट मंदिर में लगती थी तो मंदिर में जब वो ईंट लगती थी तो देखो ना अब वो मंदिर तो सदियों तक रहेगा हम तो नहीं रहेंगे ना तो यह पुण्य का काम था मैंने बहुत किया मैंने प्रमोट भी कोई किया मेरे वीडियो है उस पे आप देख सकते हो तो वहां पे देखो गणेश जी की बात करता हूं अभी तो पहले तो कैसा है ना हम घर में गणेश जी बिठाते थे पिछले 5 साल से छ साल से मैं हर बार गणेश जी बिठा रहा हूं घर में और वहां पे आप जाओगे ना तो छोटी-छोटी मूर्तियां आपको मिलती है आप जाओ बुक कराओ सब कुछ है अच्छा है लेकर आओ और फिर उसको विसर्जन करने के लिए अलग अलग-अलग उन्होंने थोड़े स्पॉट बनाए वहां जाके आप विसर्जन भी करो। तो मतलब आपके पूरा जो भी अ रिलीजन है ना उसको रिस्पेक्ट कर रहे हैं। उसके अलावा अभी इस बार तो सामूहिक गणेश जी भी बिठाए गए थे। तो जैसे अपने वहां पंडाल लगता है तो वहां भी लगा तो ये ये तो रिलेशन है और सबसे बड़ी बात बिनेस के हिसाब से बहुत आगे देख रहे हैं क्योंकि अभी भारत मार्ट खुलने वाले हैं। भारत सुना चाइना मार्ट था उसके बाद अब जी हां बिजनेस की वजह से क्योंकि वर्ल्ड में सेंट्रल लोकेशन पड़ता है यूएई और जैसे इंडियंस जो 40% है तो उनके लिए बहुत अच्छा हो जाएगा। ट्रेड हब तो ऑलरेडी है ही दुबई हर जगह का शिप जाता है हर जगह का वहीं से तो स्टार्ट हुआ है दुबई का जर्नी अगर आप देखो जितने शिप जाते थे उनको फ्री एक्सेस दिया ड्यूटी फ्री ये वो सब आओ अंदर आओ घूमो खाओ पियो वहां से इकॉनमी ग्रो करना चालू करी तो उसको उन्होंने यहां तक ले आए अब इसके बाद में भारत के बाद में हॉस्पिटल खोलने वाले कुछ इंडिया का डिफेंस की अभी डील हुई है कुछ इंडिया की इंडिया और यूएई की तो विज़न बड़ा है और मोदी जी तो आते रहते हैं। तो विज़न बड़ा है। यूएई को बहुत सपोर्ट मिलता है इंडिया से। इंडिया को सपोर्ट मिलता है। एजुकेशन सेक्टर में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मेडिकल सेक्टर में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। और ट्रांसपोर्टेशन का उसके अलावा इंपोर्ट एक्सपोर्ट भी बहुत सब कुछ इंडिया से जुड़ा हुआ है। यूरोपियन कंट्रीज में कॉन्फ्लिक्ट बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं। बहुत सारे देशों में अलग-अलग मसले हैं। इंग्लैंड में अपने मसले हैं। फ्रांस के अपने मसले हैं। और अलग-अलग देशों के उधर कहानियां चल रही है। डू यू बिलीव? आगे आने वाला टाइम दुबई का ही है और यह पूरे दुबई अबू धाबी इन्हीं एरियाज का रहने वाला है। देखिए वो तो हम कमेंट नहीं कर सकते लेकिन यह है यह पीछे नहीं रहेंगे क्योंकि अभी जितना जीसीसी है जैसे अभी रेलवे नेटवर्क लेकर आ रहे हैं दुबई वाले अभी यूरोप के अंदर तो पूरा ट्रेन कनेक्टेड है वीजा का भी चल रहा है क्योंकि ट्रेन पूरा कनेक्ट करेंगी मक्का मदीना जाएगी फिर उसके बाद में जॉर्डन से स्टार्ट हो रही है मक्का मदीना जा रही है सऊदी में बहरीन जा रही है बहरीन से यूएई आ रही है यूएई के अंदर एमरेट्स सातों एमरेट्स को कनेक्ट करते हुए फिर ओमान तक जा रही है तो यह ट्रेन का चल रहा है इतिहाद रेल का और दुबई और अबू धाबी के बीच में ट्रेन चालू भी हो गई है। अभी ट्रायल पे चल रहा है काम। तो उसमें कैसा है ना यह वीजा भी देने वाले हैं सारी कंट्रीज का। जैसे यूरोप में आप जाते हो शेंगन वीजा मिलता है तो उस टाइप का वीजा भी आपको मिलने वाला है यहां पे। उसके अलावा अगर मैं बात करूं कि टूरिज्म बढ़ा रहे हैं। देखो जैसे जीडीपी की बात करें यूएई की 30% उसका जो मेजर जाता है वो ऑइल से आता है। राइट? लेकिन दुबई की बात करें। दुबई का इज़ लेस दैन 2% कंट्रीब्यूशन है ऑइल का जीडीपी के अंदर। टूरिज्म कॉनंट्रीब्यूशन किसका है? टूरिज्म हो गया, होलसेल हो गया, ट्रेड का हो गया, फाइनेंस का हो गया। रियलस्टेट का लोगों को लगता है कि जैसे आपने सुना बबल या रियलस्टेट बहुत चल रहा है। बहुत चल रहा है। रियल स्टेट का यू विल बी सरप्राइज़ कि ओनली 8% का कंट्रीब्यूशन है 2024 में। हम इंडिया के अंदर भी 8% का कंट्रीब्यूशन है 2024 में रियल स्टेट का। तो रियल स्टेट सेम ही चल रहा है। लेकिन रियल स्टेट इतना ज्यादा हाईलाइट हो रहा है। ट्रांजैक्शंस तो हो रहे हैं। बढ़ भी रहा है लेकिन ओवरऑल ग्रोथ भी हो रहा है। सिर्फ रियल स्टेट नहीं जैसे आपने कहा ना इंडिया में भी 8% कंट्रीब्यूशन हो रहा है। वहां भी हो रहा है। तो फिर वहां के रियल स्टेट की इतनी चर्चा क्यों है? सस्ता पड़ रहा है इसलिए नहीं सस्ते के अलावा जो मैंने एडवांटेजेस बताए वो तो है ही। पेमेंट रहे आपका हो जाता है यूएस की लॉ के तो बहुत सारे एडवांटेजेस है प्रॉपर्टी क्वालिटी अच्छी मिलती है आजकल तो ब्रांडेड रेजिडेंस आ रहे हैं फैशन टीवी हो गया Bgati हो गया बहुत सारे हो गए Mercedes हो गया लेकिन वहां पे इकॉनमी भी ग्रो कर रही है तो आज की तारीख में जैसे अगर बात करें पिछले साल से कंपेयर करो तो पिछले साल जो दुबई में पॉपुलेशन थी 3.6 मिलियन थी मतलब 36 लाख लोग थे आज की तारीख तारीख में एक साल में 39 लाख हो गए। 3.9 मिलियन हो गए। अभी इनका प्लान है 33 तक के पॉपुलेशन को डबल करना लगभग 6 मिलियन। उसके बाद में 2040 का विज़न है पॉपुलेशन को लगभग 7 8 मिलियन तक के ले जाना। तो उतने लोग भी तो आ रहे हैं। और ये सिर्फ लोगों को नहीं बुला रहे। और लोग अपने आप आ रहे हैं। ये जो बोल रहे हैं ना आजकल हबीबी कम टू दुबई। वो वीडियो चल रही है। लेकिन हबीबी क्यों कम टू दुबई? उसका रीज़न बता दो क्योंकि इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप कर रहे हैं। जो इतने लोग आ रहे हैं उनके लिए रोड्स चाहिए, बिनेस अपॉर्चुनिटीज़ चाहिए, ट्रेड लाइसेंस जैसे मैंने बताया आजकल 100% ओनरशिप दे रहे हैं। ऐसा नहीं है कि आपको अ जो आपने लाइसेंस लेना है तो जैसे ये भी एक थॉट था कि अगर आप दुबई बिज़नेस करने आते हो तो आपको एक लोक लाइट चाहिए। राइट? अब नहीं है वो। कुछ एरियाज में जरूरत है। कुछ जैसे कुछ ऐसे सेक्टर्स हैं जिसके अंदर आपको कोई पर्सन चाहिए जो ऑथोराइज्ड हो वहां पे है। बाकी आप ज्यादातर देखोगे बिज़नेस सब 100% ओनरशिप है। मेरा खुद का 100% ओनरशिप है। कोई इनवॉल्व नहीं है। जितने प्रॉपर्टीज हैं फ्री होल्ड है ज्यादातर। कुछ प्रॉपर्टीज है जो लीज़ होल्ड है। बाकी सब फ्री होल्ड है। इवन बुर्ज खलीफा में प्रॉपर्टीज फ्री होल्ड है। मैंने खुद ने बेची है काफी प्रॉपर्टीज़ बुर्ज खलीफा में। तो अगर आप बात करो तो इतने सारे लोग जब मूव कर रहे हैं उनके लिए बिज़नेस ओपोरर्चुनिटी बन रही है। विज़न 2040 की अगर मैं बात करूं तो उसके अंदर पॉपुलेशन का तो मैंने बताया सिटी को पांच सेक्टर्स में डिवाइड कर दिया। उसके अलावा टूरिज्म डबल करना चाह रहे हैं। टूरिज्म डबल के साथ-साथ जितने बीचेस हैं फोर टाइम्स करना चाह रहे हैं। उसके अलावा ग्रीन ट्री करना चाह रहे हैं। आप सोचो रेगिस्तान को 60% ग्रीन एरिया बनाना चाह रहे हैं और बना देंगे क्योंकि बहुत हद तक तो बना चुके हैं। तो ये सारी चीजें जब डेवलप हो रही है तो इतने सारे लोग आ रहे हैं तो इतने सारे घर भी तो चाहिए। अगर बात करूं 2023 की तो 39400 घर आपको हैंडओवर हुए। 24 के अंदर लगभग 400 घर आपको हैंडओवर हुए। 25 में शायद लगभग 40 45 50 हजार के आसपास एंड ओवर एक्सपेक्टेशन है। लेकिन जो लोग मूव किए जैसे काफी लोग जा रहे हैं आपके राइट लेकिन अगर आप देखो कंपेरेटिवली घर कम पड़ रहे हैं। हर साल 5000 चाहिए घर हम वहां पे 40000 हैंडओवर हो रहे हैं। ठीक है? ये दिल्ली में घर खरीदना हो, गुड़गांव में घर खरीदना हो या दुबई में घर खरीदना हो कितना अंतर पड़ता है? अंतर डिपेंड करेगा आप प्रॉपर्टी कहां खरीदना चाह रहे हो? क्योंकि जितना मुझे पता है गुड़गांव में 100 करोड़ का अपार्टमेंट मिलता है। वहां 100 करोड़ में तो आप इतना बड़ा विला ले लोगे आप पाम जुमेरा पे आप आराम से विला ले सकते हो 40 मिलियन में मैं दिलवा दूंगा। इंटरेस्टिंग और अगर जहां पे शाहरुख खान के विला है जितने बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज हैं। और अगर ग्लोबली बात की जाए मतलब ग्लोबली अगर बात करते हो दुबई इज द चीपेस्ट टॉप सिटी इन द वर्ल्ड। न्यूयॉर्क से कंपेयर करो आप लंदन से करो, पेरिस से करो। हांगकांग सबसे एक्सपेंसिव है। ऑस्ट्रेलिया से कंपेयर करो। कहीं भी अगर आप पर स्क्वायर फीट रेट निकालोगे दुबई का सस्ता पड़ेगा। इवन इंडिया से भी आप अगर कंपेयर करोगे दुबई का पर स्क्वायर फीट रेट दुबई या तो आसपास होगा या सस्ता होगा। इंटरेस्टिंग। अ दुबई में अगर हम बात की जाए वीजा की। जैसे किसी को जाना हो। क्या कैसे वीजा मिलता है? किस-किस कैटेगरी में वहां वीजा है? देखिए विजिट वीजा रहता है एक तो सबसे पहले आप विजिट वीजा ले लो। आप जाओ विजिट करो वापस आ जाओ। फिर एक वहां जाकर ही है। नहीं नहीं वो आप यहां से ऑनलाइन अप्लाई करो। वो विथ इन अ डे आपको मिल जाता है वीजा। उसमें इसका बेसिक क्राइटेरिया कोई क्राइटेरिया नहीं है। बस अभी इन्होंने एक नया चालू किया क्योंकि बहुत लोग आ रहे थे फिर आने के बाद परेशान होते हैं तो उन्होंने एक बेसिक क्राइटेरिया डाल दिया। अगर आप आ रहे हो तो आपका रिटर्न टिकट होटल अगर होटल अगर कोई रिलेटिव के वहां जा रहे हो तो उसका प्रॉपर्टी का डॉक्यूमेंट चाहे वो रेंट पे रह रहा हो तो उसका रेंटल एग्रीमेंट या खुद की प्रॉपर्टी है तो उसका ओनरशिप डॉक्यूमेंट जिसको टाइटल डीड बोलते हैं और आपके अकाउंट में 60-7000 होना चाहिए बस और कोई क्राइटेरिया ऐसा नहीं क्योंकि इससे तो ज्यादा पैसा लग ही जाता है। बट एक और इंपॉर्टेंट चीज है अगर आप प्रॉपर्टी खरीदते हो तो उसके ऊपर इन्वेस्टर वीजा गोल्डन वीजा भी मिलता है। हम्। तो अगर आपने ₹1.5 करोड़ ₹.545 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदी तो आपको इन्वेस्टर वीज़ा मिलेगा जो हर 2 साल में रिन्यू होता रहेगा जब तक आपके पास प्रॉपर्टी है। और अगर आप गोल्डन वीजा लेना चाहते हो तो वो आपको लगभग 4 5 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदोगे जो लगभग 2 मिलियन की होती है दुबई में। उस पे आपको 10 साल का गोल्डन वीजा मिलेगा जिसमें आप अपनी फैमिली स्पॉनसर कर सकते हो। इन्वेस्टर वीजा पे भी आप फैमिली स्पॉनसर कर सकते हो। लेकिन गोल्डन वीजा 10 साल का होगा और आप अपने सर्वेंट्स को भी ले जा सकते हो। मेड हो गए, ड्राइवर हो गए। इनको भी ले जा सकते। अच्छा यहां का ड्राइवर फिर उसको भी एग्जाम देना पड़ेगा वहां पे। ये तो बात सही है। उसको भी एग्जाम देना पड़ेगा। तो फिर उसके ड्राइवर होने का फायदा क्या? तो वहीं से ड्राइवर ले लो ना क्योंकि उसको तो वीजा देना पड़ेगा। हां क्योंकि फिर इसको मैं एग्जाम क्लियर करवाऊं। इसके भी ₹2 लाख में ड्राइविंग लाइसेंस डालूं। फिर वो दूसरी जगह जॉब ढूंढ लेगा। उसके बाद अच्छी सैलरी में। हां, यह भी लॉजिक है यार। यह भी लॉजिक है क्योंकि आप वहां पर किसी को बाउंड नहीं कर सकते। होता है ना दूसरी कंट्रीज में। हम मैंने वीजा दिया तो मैं अब सब कुछ हो गया। दुबई में यह नहीं है। आपने कौन सा वीजा लिया? मेरा तो वही इन्वेस्टर वीजा है। ओके। बिनेस आप करते हो तो आपको पार्टनर वीजा या इन्वेस्टर वीजा मिल जाता है। गोल्डन वीजा नहीं अप्लाई किया। गोल्डन वीजा जरूरत नहीं है। मुझे मतलब ऐसा लगा नहीं कभी कि करना चाहिए। और एक सच्चाई ये भी है ज्यादातर प्रॉपर्टीज सारी प्रॉपर्टीज वाइफ के नाम पे है। तो अपन तो वही गरीब आदमी है। ऐसा तो इंडिया में लोग करते हैं टैक्स बचाने के लिए। वहां क्या सहयोग कर रहे हो? प्रेम है ना? अंगूठी बेच के शुरू किया था इसलिए देखो हर मौके पे साथ थी जब कुछ नहीं था तब भी थी आज सब कुछ है तो सब उन्हीं का तो है अपने अपने नाम पे भी होके अपना क्या था और अपन क्या कर लेंगे अभी शॉपिंग पे जाना है तो रोल रॉयस में कौन जाएगा अपने पास तो टाइम है नहीं घर में ज्यादा टाइम कौन रहेगा अपने पास तो टाइम है नहीं हालांकि वो भी जॉब कर रही थी वो भी रियलस्टेट में थी लेकिन अभी बेटी हुई है तो उस वजह से ब्रेक लिया है सोशल मीडिया कितना इंपॉर्टेंट पार्ट रहा आपकी लाइफ में जितना आपकी लाइफ में रहा [हंसी] मैं जब स्टार्ट किया था ना सोशल मीडिया तो मुझे लोग टिकटटॉकर बोलते थे, यूबर बोलते थे क्योंकि पता नहीं था ना लोगों को ऐसा भी कुछ हो सकता है। हां वो मैंने कुछ वीडियोस देखे वो कलरफुल कपड़ों वाले। हां। वो कैटेगरी जिसे हम छपरी कहते हैं। हां वो कैटेगरी पे भी आऊंगा मैं थोड़ा सा। लेकिन हां मैंने 4 साल पहले जब स्टार्ट किया मुझे नहीं पता था मैं कहां पहुंच जाऊंगा। क्योंकि देखो मुझे यह था कि मैं लोगों को बोलूं क्योंकि जब आप कोई प्रॉपर्टी देख रहा होता है ना आप यह समझो वो अपना हार्डन मनी लगा रहे हैं और सबसे पहली चीज देखो प्रॉब्लम का ना सॉल्यूशन निकालो। आपको पहले प्रॉब्लम पता होना चाहिए। सोशल मीडिया एक सॉल्यूशन था मेरे लिए। अब मुझे पता है यार मेरे क्लाइंट्स हैं ये सारे। राइट? अब इनके पास टाइम तो वीक में मिल नहीं रहा। फोन पे बात होती है लेकिन वीक में कब होती है? जब ऑफिस से घर चले जाते हैं तब बात होती है। और विजिट करने कब आते हैं? वीकेंड पे आते हैं। लेकिन वीकेंड पे कितनी प्रॉपर्टी एक देख लोगे आप एक दिन में चार प्रॉपर्टी पांच प्रॉपर्टी इससे ज्यादा नहीं देख सकते। इतनी भी देख ली तो बड़ी बात है क्योंकि आप इत्मीनान से देखते हो। मैंने सोचा सॉल्यूशन क्या निकालें? तो एक कम्युनिटी जिसमें 810 विलास बने थे शो विलास। तो मैंने बोला यार हर क्लाइंट को कोई ये देखता है, कोई वो देखता है, कन्फ्यूजन रहता है। मैंने बोला स्टार्ट करता हूं कुछ। मैंने स्टार्ट किया वीडियोस बनाना। मैंने सारी जो-जो प्रॉपर्टीज पे मैं जाता था उसपे ऐसे ही वीडियो बनाता था। मेरे माइक भी नहीं था और मैं कोई भी बंदे को मेरे साथ ले जाता था कि चल यार थोड़ा सा हेल्प कर दे दोस्त को पकड़ ले किधर से चल तेरे को आज खाना खिला दूंगा हमारे तो दोस्त उतने में बिक जाते थे भाई तो वो क्योंकि इतने पैसे नहीं थे तो 10 दम भी हमारे लिए बड़ी बात थी चल भाई तो उन्होंने वीडियो बना दी YouTube पे डालना चालू किया लोगों का रिस्पांस आना चालू हुआ तो उसमें क्या हुआ मैंने लोगों को बोलना चालू किया कि सर आपने ये प्रॉपर्टी देखी बोले नहीं बोला एक काम करो मैं प्रॉपर्टीज भेज रहा हूं आपके रिक्वायरमेंट समझ के उसको सारी लिंक्स भेजता था। वो बैठ के आराम से रात में मोबाइल पे, आईपैड पे या टीवी पे अपने फैमिली के साथ प्रॉपर्टीज देखते थे, शॉर्टलिस्ट करते थे। फिर कॉल करते थे यार ये वाली मुझे सही लगी। आप दिखा सकते हो क्या? तो जो पहला स्टेप था जो बहुत डिफिकल्ट था वो सबसे इजी कर दिया। मुझे लगा यार इससे तो काम बन रहा है। अच्छा क्लैश क्या हुआ? मैं जिस कंपनी में काम करता था तब मेरे कंपनी के ओनर्स हजारों दिम, लाखों दिम खर्चा कर रहे हैं। वो लीड्स को जनरेट करने में और मैं फ्री में कर रहा हूं। और कॉन्फ्लिक्ट होने लगा। फिर मैंने वीडियोस से मुझे कुछ रिस्पांस आया। मैं बूस्ट किया। बूस्ट मतलब अपना पैसे कभी पेड नहीं किया। लेकिन हां मैंने उसके ऊपर और काम करना चालू किया। फिर मैंने inा पे बनाना चालू किया। फिर TikTok पे बनाना चालू किया। तो वो उस तरीके से सोशल मीडिया चालू हुआ और एक जर्नी चालू हो गई और यहां तक पहुंच गए। पता ही नहीं चला। आज की तारीख में बोलना चाहूंगा मेरा 99% बिज़नेस सोशल मीडिया से चल रहा है। और एक चीज़ है उसके ऊपर इतनी मेहनत भी करना पड़ती है। जैसे आप कंटिन्यूअस शूट कर रहे हो। आपके इतने चैनल्स हैं। हमारे भी इतने चैनल्स हैं। हमारा मेरा एक सबसे पहले YouTube मैंने चालू किया विनय शाह द मास्टर ऑफ़ दुबई रियल स्टेट। तब तो मास्टर भी नहीं था। लेकिन अच्छा हुआ कि वो टाइटल ले लिया। आज बोल सकता हूं और लोग बोलते भी हैं। फिर उसके लिए एक अलग शूट होता है 10 मिनट का 12 मिनट का सेम प्रॉपर्टी का। फिर उसके बाद Instagram के लिए अलग से शूट होता है इंग्लिश के अंदर। उस पे Instagram का 1 मिनट में वो प्रॉपर्टी को दिखाना है। फिर मैं थोड़ा ऐसा लगा यार कि कुछ और करना चाहिए। क्योंकि इंग्लिश में ना मजा नहीं आ रहा था। मातृभाषा जो होती है ना क्योंकि है तो अंदर से हिंदुस्तानी तो फिर मैंने TikTok पे स्टार्ट किया दूर का दोस्त दुबई से यही जिसमें रणवीर सिंह वाले कपड़े पहनते हो जी वो कपड़े इतने खतरनाक होते हैं जब मैं ऑर्डर कर रहा होता या घर पे आते ना मेरी बीवी बहुत चिल्लाती विनय कसम से ये नहीं पहनने वाले हो तुम बोलता मुझे भी नहीं पहनना है लेकिन ये डिमांड है कुछ अलग करना पड़ेगा क्योंकि अब धीरे-धीरे धीरे-धीरे सारे लोग वीडियोस बना रहे हैं पहले तो हम चार-छह लोग ही थे जो दुबई में रियल स्टेट में वीडियोस बनाते थे और अगर देखे जाए तो उनमें से सबसे गरीब मैं ही था क्योंकि बाकी तो सब इस्टैब्लिश थे। बोर्न एंड बॉट अप वहां थे। उनकी खुद की कंपनीज़ थी। उनके पास सारे ऐशो आराम थे। माइक्स थे। ये थे वो थे। मुझे याद है आज भी मैंने मेरा पहला माइक 35 दहम का खरीदा था BA का। हम iPhone थे नहीं तो किसके iPhone से बना लिए या कोई मोबाइल से बना लिए। वैसे चला था। आज तो सारी चीजों की भरमार पड़ी है। तो सोशल मीडिया इंपॉर्टेंट है और एक ट्रस्ट भी डेवलप हुआ और सोशल मीडिया से ही मैं आपको एक और चीज बताऊंगा। मुझे दो बार फिल्म फेयर अवार्ड भी मिले। तो लोग पूछते हैं फिल्म फेयर अवार्ड कैसे? तो पहली बार मिडिल ईस्ट में फिल्म फेयर ने अवार्ड्स स्टार्ट किए रियल इन्फ्लुएंस कैटेगरी के अंदर जिसके अंदर मुझे रियलस्टेट में दो बार अवार्ड मिले। उसके अलावा बेड बेस्ट एडवाइजर ऑफ द ईयर का अवार्ड है। फिर उसके बाद में हमने कंपनी स्टार्ट करी तो उसके अलग अवार्ड्स आए हैं। यह मेरे पर्सनल अवार्ड्स हैं। इंटरेस्टिंग। सो ओवरऑल जितना मैं समझ पा रहा हूं दुबई में पेपर वर्क इजी है। टैक्स वर्क इजी है। जी। इस वजह से लोगों का झुकाव ज्यादा ईजी है। और लाइफस्टाइल थोड़ी बेहतर है। और देखिए प्रॉपर्टी ऐसे खरीद के ऐसे बेच सकते हो। ऐसे रेंट पे लगा सकते हो। अच्छा जैसे ये रियलस्टेट में आप काम कर रहे हो। आप मध्य प्रदेश के एक छोटे शहर से रहने वाले। यह थॉट कैसे आता है कि यार यहां जाके हम रियलस्टेट में काम करेंगे। नहीं ऑप्शन नहीं था ना भाई। क्योंकि मुझसे कई लोगों ने कहा कि यार वहां पहुंच के जर्नी तो एक अलग कहानी हो गई। अलग स्ट्रगल है। बट वहां पहुंचने तक का भी एक स्ट्रगल होता है। तो वो थॉट कैसे आया कि यार रियलस्टेट में ही काम करना है। मैंने बताया जैसे कि मेरे पास ऑप्शन था नहीं। मेरी खुद की तबीयत खराब थी। 10,000 के लिए मैं जॉब ढूंढ रहा था। जो जॉब मिली, माता रानी ने आशीर्वाद दिया जो मिली। पहुंच गए। और अब पूरा परिवार वही है। पूरा परिवार वही है। इवन मेरे बिज़नेस के अंदर अब मैं धीरे-धीरे फैमिली वालों को इन्वॉल्व कर रहा हूं। सोशल मीडिया भांजी देखती है। भांजा भी आईटी देखने आने वाला है। जीजाजी फाइनेंस देखते हैं। पूरा वाइफ पूरा ओवर ओवरऑल मैसेज रहता होगा। सस्ते में काम करवा लेते होगे। नहीं नहीं वो देखो हमारे फैमिली वाले तो सब 24 घंटे काम करते रहते हैं। वही कह रहे हो सस्ते में भी काम करवा लोगे, ज्यादा भी करवा लोगे। खाना सबका एक ही साथ बन ही रहा है। तो उसके अंदर चैलेंजिस भी बहुत हैं। अपने-अपने चैलेंज हैं भाई उसके। क्योंकि आप फैमिली को कुछ बोल भी नहीं सकते। फैमिली के लोग काम करते हैं तो क्या एडवांटेज है? क्या डिसएडवांटेज है? क्योंकि लोग कहते हैं कि धंधे में परिवार को दूर रखना चाहिए। नहीं नहीं मेरा अभी तक के का एक्सपीरियंस जो रहा है हम वो अच्छा रहा है और मुझे ये है अभी जैसे यश है। हम ठीक है। छोटा भाई जैसा है हमारे। ठीक है? हर चीज हम इनके भरोसे छोड़ सकते हैं। मैं यहां बैठा हूं वो लोग वहां हैं। मतलब जो पहले हमारे से गलतियां हुई लोगों पर भरोसा किया उसकी वजह से डॉक्यूमेंटेशन नहीं हो पाए। उसकी वजह से चीट कर पाए। यहां पे डॉक्यूमेंटेशन नहीं है हमारे पास तो भी कोई प्रॉब्लम नहीं है। क्योंकि हम सब एक ही फैमिली वाले हैं और फैमिली में भी अगर आप कोई करे तो फिर भाई उससे ज्यादा तो क्या ही खराब कर सकता है कोई किसी के लिए। TikTok चलाते हुए अभी भी TikTok आप यकीन नहीं करोगे। TikTok वन ऑफ द बेस्ट प्लेटफार्म है हमारे लिए। जिसके वजह से हमने आप समझ लो कम से कम 500 से 800 मिलियन दहम की प्रॉपर्टी बेची है जो कि इंडियन करेंसी में पकड़ लो 2000 3000 करोड़ के आसपास की शायद से टिकटकर तो टिकटटॉकर इज नॉट अ बैड टैग नहीं भाई आई लव इट आई लव टिकटटॉकर आई एम द टिकटॉकर और यार इंडिया में क्यों बैन कर दिया क्योंकि अभी मेरे सिर्फ ऑडियंस जो है पता है कलंक के तौर पर देखते हैं टिकटटॉकर्स को देखो यहां पे लोगों ने मैं फिर बता रहा हूं आपको बना रखा है कि ये टिकटटॉकर है। इनकी बिरादरी अलग है। वो मेरा भी सोच था पहले। लेकिन देखो क्या होता है 95% सोशल मीडिया लोगों को यूज कर रही है। देयर आर ओनली 5% पीपल लाइक अस दोज़ हु आर यूजिंग सोशल मीडिया फॉर देयर बिज़नेस। भाई फ्री में हो रहा है ना। आज मेरे को एक बात बताओ। कोई भी ऐड आप चलाते हो। सोशल मीडिया में चलाओ। मेटा पैसा मांगता है आपसे या और किसी भी तरीके से आप ऐड चलाते हो, मार्केटिंग करते हो। आपका 4050 लाख ₹1 करोड़ कहां लग जाएगा और रिजल्ट नहीं आएगा कोई गारंटी नहीं यहां पर आपको कोई पैसे नहीं लग रहे हम कोई पैसे नहीं लग रहे आपको सिर्फ मेहनत लग रही है अच्छी वीडियो बनाना क्रिएटिव है आप हो बस और कई बार बताऊं मैं आपको मेरी वो वीडियो ज्यादा चलती है जो मैं खुद बिना माइक के सेल्फी लेके खुद बना देता हूं और वो मैं डाल भी देता हूं बिना एडिटिंग के वो ज्यादा चल जाती है वीडियोग्राफर्स मेरे से पूछते हैं सर आपने किया क्या है इसमें हां इंडिया में मतलब ये लोग रॉ वीडियो सारा पसंद करते हां मतलब बेसिक है। इवन आई स्टार्टेड मेकिंग लाइक दिस। नहीं जैसे आप कहीं गए अभी आपके साथ बैठा हूं। आपके साथ एक वीडियो बना के डाल दूंगा मैं कि आज शुभांकर मिश्रा जी से आज मुलाकात हुई हम तो चार्ज कर लेते हैं। उनके उनके उनके नहीं हम तो हम तो बस ऐसे बना के डाल देते हैं बस। तो लोगों को अच्छा लगता है वो कर लेते हैं। लाइक दुबई में टूरिज्म का क्या हिसाब किताब है? कहां-कहां घूम सकता है? अगर किसी को जाना हो। यार दुबई में ना टूरिज्म बहुत इजी है। सस्ता है, सुंदर है, कटा हुआ है। सबसे पहले तो यार दुबई जाओगे तो बुर्ज खलीफा ऑब्वियसली जाओगे। उसके बाद में बुर्ज खलीफा में ऊपर आप टॉप पे जा सकते हो। उसके बाद में फिर आप पाम जुमेरा जा सकते हो। वहां पे रॉयल अटलांटिस अटलांटिस होटल्स है। बीचेस सारे फ्री है आपके। दुबई में ज्यादातर अच्छी घूमने वाली जगह फ्री है। जो आप बुर्ज खलीफा के पास फाउंटेन शो देख रहे हो ना वो भी फ्री है। तो आप वहां पे जा सकते हो। बुर्ज खलीफा पे लाइटिंग शो देख रहे हो वो भी फ्री है। और फिर उसके बाद में जितने पार्कक्स हो गए या ऐसी कोई जगह हो गई वो थोड़े बहुत चार्ज करते हैं लेकिन बहुत नॉमिनल चार्ज होता है। ज्यादातर चीजें फ्री है। हम मिरेकल गार्डन आप जा सकते हो। नॉमिनल चार्ज है। बटरफ्लाई गार्डन है। अभी बुर्ज खलीफा से भी बड़ी बिल्डिंग बना रहे हैं दुबई के अंदर जो चल रहा है। अभी डिस्कशन में ऑलरेडी उस पे काम चालू हो चुका था। लेकिन कोई इशू के वजह से थोड़ा सा आगे पीछे हुआ है। लेकिन वो बुर्ज खलीफा 828 मीटर का है। उसके ऊपर जो पाइप लगा उसको मिलाकर 830 मीटर हो जाता है। दुबई में अभी आ रहा है नया टावर द क्रिकक टावर वो 1300 मीटर का है। 1.3 कि.मी. का और उसके अभी बुर्ज खलीफा में क्या है? एक साइड से आप शो देख सकते हो। उसमें चारों तरफ से आप देख सकते हो। जब पेरिस में आप आइफल टावर पे चारों तरफ से देख सकते हो। और वो इतना बड़ा है। अभी देखो ना बुर्ज खलीफा से ऑलमोस्ट डबल हो गया। तो बुर्ज अभी दुबई जो है टूरिज्मों पे और बढ़ा रहा है। क्या-क्या नई चीजें आने वाली है? वर्ल्ड का सबसे बड़ा एयरपोर्ट लेकर आ रहे हैं। हथरो सपोज टू बी अ वर्ल्ड्स बिगेस्ट एयरपोर्ट। राइट? उसका डबल साइज का एयरपोर्ट लेकर आ रहे हैं। अलमकतूम एयरपोर्ट। ऑलरेडी दुबई का एयरपोर्ट बिज़िएस्ट एयरपोर्ट है पिछले 5 सात साल से। उसके बाद में मेट्रो लेकर आ रहे हैं। 2030 का प्लान है। दुबई में हर गली में हर एरिया में आपके पास में मेट्रो होगी। जैसे लंदन में ट्यूब चलती है। इतिहाद रेल मैंने बताया आपको। टूरिज्मों में 400 टाइम्स बीचेस कर रहे हैं। मतलब चार गुना बीचेस बना रहे हैं। और टूरिज्मों का तो चल ही रहा है। कोरल रीफ करके कुछ लेकर आ रहे हैं। बहुत सारी चीजें चल रही है। पाम झुमेरा सबको पता है। तो उसका ऑलमोस्ट डबल साइज का पाम लेकर आ रहे हैं। पाम जबल अली जो ऑलरेडी लॉन्च हो चुका है। तो घूमने के लिए चीजें और बढ़ते जा रही है। मैंने सुना कसीनो भी शायद ला रहे हैं। कसीनो तो नहीं ला रहे हैं लेकिन हां विन जरूर आ रहा है। वर्ल्ड्स बिगेस्ट गेमिंग रिसोर्ट लेकर आ रहे हैं रासलखेमा में। ओके। तो वो कसीनो नहीं है विन यूएस में है लास्ट वेगास में 50 माले का होटल है वो सेम यहां पे आ रहा है लेकिन वो वर्ल्ड्स बिगेस्ट है वो 70 फ्लोर्स का आ रहा है 2027 में स्टार्ट हो जाएगा जहां तक सुनने में आ रहा है 13 माले तक काम हो भी चुका है और मरजान आइलैंड पे आ रहा है जो रासलखेमा में जैसे मैंने बताया एक एमरेट्स है तो एमरेट्स में दुबई अबू धाबी के अलावा रासलखेमा में अब क्राउड बढ़ रहा है रासलखेमा पहले देखो कैसा रासलखेमा टूरिस्ट डेस्टिनेशन था सिर्फ यूएई यूएई के लोगों के लिए आबू धाबी दुबई शारजा वाले जैसे वीकेंड आती दो दिन की छुट्टी तो चले गए वहां पे वहां एस सच कुछ था नहीं रिसोर्ट्स थे बस और कुछ नहीं लेकिन जब से विन रिसोर्ट आया गेमिंग रिसोर्ट आया है तब से वहां पे सारे डेवलपर्स आ गए बड़े-बड़े जो बिल्डर्स हैं एमआर द शोभा सब आ गए अभी आपने देखा होगा विवेक ओवरॉय जी भी BMW करके डेवलपमेंट लेकर आए अपना प्रोजेक्ट्स लेकर आए उनके पांच चारप चार पांच प्रोजेक्ट्स वहां पर विन रिसोर्ट गेमिंग रिसोर्ट के पास में ही है वॉकिंग डिस्टेंस पे तो वो भी एक लेकर आए उसके अलावा शोभा लेकर आया है उमल क्वीन में अभी यूएई के अंदर अगर आप देखो दुबई के अंदर अबू धाबी के अंदर वाटर फेसिंग सी फेसिंग प्रॉपर्टीज बहुत महंगी है तो कहां मिल रही है तो ये इतना स्ट्रेटेजिकली लेकर आए उमल क्वीन के अंदर फ्री होल्ड प्रॉपर्टी सीनिया आइलैंड करके बनाया पूरा सी फेसिंग अपार्टमेंट सिर्फ 2 सवा दो ढाई करोड़ से स्टार्टिंग है उसके बाद में उमल क्वीन डाउन टोन भी लेकर आ रहा है शोभा। यह विन रिसोर्ट के बिल्कुल 101 मिनट के ड्राइविंग डिस्टेंस पे है। अगर हमको दुबई से कुछ चीजें इंडिया में डालनी हो ये कंसीडर करते हुए कि इंडिया की आबादी इतनी बड़ी है। जी इंडिया का हिसाब किताब इतना अलग है जो प्रैक्टिकली पॉसिबल है। तो इंडिया में हम क्या दुबई से लेकर यहां डाल सकते हैं? मैं मुझे जो लगता है डॉक्यूमेंटेशन एक ही डॉक्यूमेंटेशन होना चाहिए। चाहिए। अभी अपने वहां कैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड वह नहीं होना चाहिए। क्योंकि देखो अभी कई बार ना चीजें ऊपर नीचे होती है और जब स्पेशली जब आप ये बनाते हो अपना पासपोर्ट बनवाते हो जो मैंने देखा है नॉर्मली हर तीसरे इंसान के डॉक्यूमेंटेशन में प्रॉब्लम आती है। उसकी वजह क्या है? हर डॉक्यूमेंट पर नाम कुछ अलग तरीके से लिखा है। एड्रेस कुछ अलग लिखा है। तो उसके हिसाब से मुझे लगता है जब बच्चा पैदा हो ना तब उसका एक ही डॉक्यूमेंट बनना चाहिए। इंडिया आईडी करके कुछ इस टाइप से जो भी बनाएं और वो डिजिटल होना चाहिए। वो हर जगह चल जाए। वो दुबई का मेरे को लगता है वो चीज इजी है और वो अप्लाई कर सकते हैं। जैसे आधार कार्ड आया था। मैं तब छोटा था लेकिन वो सबने किया। वही चीज को पूरा डिजिटलाइज कर देना चाहिए। आपके पास फिजिकल कार्ड होना उसमें चिप लगी होनी चाहिए। अभी दुबई में कैसा सिम भी खरीदना है आपको या कोई भी चीज़ करना है। इवन आपको कैश भी निकालना है, कुछ भी हर जगह आपको एमरेट्स आईडी चाहिए। एमरेट्स आईडी आपकी वर्किंग होती है। हर जगह उनके पास मशीन होती है। उसमें डाला कुछ नहीं करना है। सारा आपका डाटा आ जाता है। और कहीं पे भी किसी का भी कोई भी डॉक्यूमेंटेशन चेक करना है। एमरेट्स आईडी नंबर डालो। सब आ जाएगा। कितने बैंक अकाउंट है, कितनी प्रॉपर्टीज है, कितनी गाड़ी है, हर चीज आ जाएगी। मैं कोई कह रहा था कि जब आप दुबई में एंटर करते हो तो एक तरीके से आप स्कैन हो। जी। और जब आप लौटते हो तो जितना कर्मकांड करके वो पैसा देकर फिर निकलोगे। ये अच्छी चीज है ना सर। ये है सच में? हां। कैसे? मान लो मैं दुबई गया। मैंने वहां एक कुछ डस्टबिन तोड़ दिया पब्लिक प्रॉपर्टी का। तो ऑब्वियसली ये तो कैमरेज होते हैं। ट्रेस करती है चीजें। और बहुत सब ऑनलाइन चार्जेस लग जाएंगे। सब ऑनलाइन आ जाएगा। आपके उस पे मैसेज आ जाएगा। क्या-क्या चीजें ऑनलाइन चाहिए? जैसे मान लो आप आपके आपकी कंपनी में क्या-क्या चार्जेस आए होंगे किसी पे? जैसे जे वॉकिंग बोलते हैं। जैसे अगर आप रोड क्रॉस कर गए बिना वॉकवे के जेब्रा क्रॉसिंग के तो आपको फाइन लग जाएगा। ओवर स्पीडिंग के फाइन है। बहुत सारी चीजों के फाइन हैं। छोटी-छोटे छोटी हर चीज का फाइन है। उसी की वजह से तो लोग कायदे में रहते हैं। और फाइन छोटा नहीं है। अभी जैसे किसी ने पार्किंग लगाई कहीं पे तो नॉन डेडिकेटेड एरिया में पार्किंग नहीं लगा सकता क्योंकि उसके ऊपर 500 दिम का फाइन है। रोड ऐसे ही क्रॉस नहीं कर सकता। उसपे 400 दिम का फाइन है। ओवरस्पीडिंग कर नहीं सकता। उसमें 400 500 दिम का फाइन है। सीट बेल्ट अगर नहीं लगाई है को मतलब ड्राइवर के बाजू में जो बंदा बैठा है उसने भी नहीं लगाई है तो भी फाइन है 400 से 800 दिहम का तो फाइन की वैल्यू बढ़ी है। 400 दिम बोले तो ₹10,000 हो गए। ऊपर से 20 दिम अलग से नॉलेज फी नॉलेज फी किस बात की? भाई आपको पता नहीं था ना। अब पता रहेगा ऐसी उम्मीद करते हैं लेकिन हर फाइन पे 20 दिम लगते हैं। पार्किंग में अच्छा कि ये आपको पता नहीं था। अब आपको पता लगा। ये तो जुर्माना था जो आपने गलत किया। हां। और अब आपको पता चल गया होगा क्या गलत किया उसके लिए भी पैसा देना है। हां अभी आपने पार्किंग में गाड़ी लगाई हम अब आप ज्यादा टाइम रुक गए आपकी पार्किंग खत्म हो गई जितने टाइम के लिए आपने क्योंकि पार्किंग में आप गाड़ी लगा रहे हो ना डेडिकेटेड एरिया में जो पार्किंग बनी उसके ज़ोन में वहां का एक कोड होता है वो आप डालो मैसेज डालो मोबाइल से या वहां पे बॉक्स होता है उसमें कॉइन डालो आपका पार्किंग का समय जो है वो उसके ऊपर चले गया 2 मिनट 5 मिनट आपको फाइन आ जाएगा तो हर चीज का फाइन है सर तो कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे तभी दुबई में रह पाओगे। वहां भी दुबई में भी लोग लड़कियां वड़कियां छेड़ते हैं। नहीं रात में 2:00 बजे 3:00 बजे लड़कियां आराम से जाती है। आती कोई प्रॉब्लम नहीं। ना चोरी है ना चकारी है ना कोई क्राइम है। ना कोई छेड़खानी है। ऑफिस में भी कल्चर अच्छे है। आप वहां पे किसी को गाली भी नहीं दे सकते। आप किसी को वहां पे ऊंची आवाज में बात नहीं कर सकते। मारने का तो छोड़ दो। हाथ तो उठा ही नहीं सकते। तो मान लो मार दिया तो गाली दे दी। मेरा एम्प्लई नहीं सही काम कर रहा। नहीं नहीं ऐसा नहीं कर सकते। वो फिर पुलिस केसेस होते हैं और मारापीटी हो गई तो फिर वो डिपोर्टेशन वाला सीन भी चालू हो जाता है। इसीलिए घर वालों को ले आते हैं लोग एम्प्लई। ओके। एक लास्ट में रैपिड फायर रखा है मैंने। जी। कुछ बेसिक-बेसिक क्वेश्चंस हैं। दुबई में अगर दिल के ठिकाने घर ढूंढना हो तो कहां ढूंढोगे? न्यू हट्स रियलस्टेट के पास आ जाओ। आपको प्रॉपर्टी दिखाएंगे, दिलाएंगे, डॉक्यूमेंटेशन कराएंगे, लोन भी करा देंगे और रेंट भी करवा देंगे और आपकी प्रॉपर्टी बाद में सेल भी करवा देंगे। अच्छा सबसे बड़ी चीज आपको गोल्डन वीजा इन्वेस्टर वीजा भी अगर चाहिए तो वो भी दिलवा देंगे। सब कुछ करवा देंगे। एंड टू एंड बैंक अकाउंट भी खुलवा देंगे। कहीं नहीं जाना है। हम कर देंगे। इसके बाद शादी ब्याह भी करवा दो। तो लोग बोलते हैं कई बार कि क्योंकि इतना क्लाइंटों से घुलना मिलना हो जाता है। ओके। नेक्स्ट क्वेश्चन। दुबई में प्रॉपर्टी खरीदने वालों को एक सलाह। ध्यान से प्रॉपर्टी ले। डॉक्यूमेंटेशन चेक करके ले क्योंकि जहां पर 2 लाख एजेंट है हर कोई इतना क्वालीिफाइड नहीं है। कई बार वह जानबूझ के नहीं बाय मिस्टेक आपको कुछ गलत चीज बता देते तो वेरीफाई कर ले। अगर किसी को डाउट है भाई तो हमसे वेरीफाई कर ले। हम नहीं खराब करेंगे आपकी डील। आप उससे करो। हम आपका ऊपर वाला दे रहा है। चल रहा है हमारा काम अच्छा है। रियलस्टेट में सबसे घसा पिटा डायलॉग। सर ये आखिरी प्रॉपर्टी है। आखिरी यूनिट है। अभी लेना पड़ेगी नहीं तो चले जाएगी। लेकिन होता है। ऐसा होता है। दुबई में होता है। आप ये वाले से बिक भी जाता है। नहीं इससे उल्टा नहीं बिकता। क्योंकि जैसे आपने बोला और मैंने बताया आपने यकीन किया। लेकिन ये रियलिटी है दुबई में। दुबई में आप सोचो 2 घंटे में 22000 तीन-ती हजार प्रॉपर्टी बिक जाती है। टाउन हाउसेस, विलास अपार्टमेंट 2 घंटे में साफ सोल्ड आउट। और आपको जैसे इसमें क्या होता है? इसका भी एक पैटर्न है। इसके जैसे अभी आपको पता है प्रॉपर्टी ल्च होने वाली है। तो उसके पहले ना डॉक्यूमेंटेशन होते हैं। प्रोजेक्ट आता है। आपको टाइम मिलता है। आप अपने क्लाइंट से बात करो। यह प्राइस आने वाली है। ये लेआउट आने वाला है। इस तरीके की प्रॉपर्टी है। ये लोकेशन है। पेमेंट प्लान ये होगा। सब कुछ डिटेल आपके पास होती है। बस ल्च थोड़े टाइम बाद 1 महीने बाद 15 दिन बाद। तो आप अपनी स्टडी कर लो और उसके लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जमा कराना होता है। ईओआई बोलते हैं जिसको जो कि 100% रिफंड होता है। अगर आपको प्रॉपर्टी पसंद नहीं आई तो आपको रिफंड है। अब दुबई में क्या चलता है ना? टोकन सिस्टम चलता है। जिसने सबसे पहले पैसा दिया उसको उतने नंबर का टोकन मिलेगा। अब हर 2000 प्रॉपर्टी के लिए 4000 5000 टोकन आते हैं। आप यकीन करोगे इस चीज का। 2000 प्रॉपर्टी के लिए 4000 5000 टोकन आते हैं। अब आप सोचो आपने टोकन पहले जमा करा दिया सुन के कि विनय भाई बोल रहे हैं तो सही बात है। जमा करा दिया। आपको ऑप्शन मिलेगा जब प्रॉपर्टी ल्च होगी तब प्राथमिकता मिल जाएगी कि भैया यह तीनचार ऑप्शन है। आप बताओ आपको कौन सा चाहिए? आपने ज्यादा टाइम लिया 5 मिनट 10 मिनट सब खत्म तो ये रियलिटी है काफी लोग जा रहे हैं दुबई की सबसे ओवरेटेड लोकेशन कौन सी है मुझे लगता है मतलब ऑब्वियसली मुझे लगता है मरीना क्योंकि ऑलरेडी सब कुछ हो गया लोगों को फिर भी वहां रहना है या डाउन लोगों को लग पता नहीं क्यों कि नए एरिया में जाना नहीं चाहते मुझे ऐसा लगता है बट हां ये तो फॉरएवर वाली लोकेशन है लेकिन ओवरहाइप्ड है और और भी एरियाज है नए एरियाज वहां जाओ स्टार्ट करो तो सिर्फ इसलिए ओवर हाइप है क्योंकि वहां काफी कुछ हो चुका है एक्सप्लोर नहीं कर रहे लोग देखो क्या होता है क्योंकि अब यहां से प्राइस बढ़ना मुश्किल है वो एक सैचुरेशन वाला पॉइंट होता है ना उस तरफ जा चुके हैं आप नई लोकेशनेशंस पे जाओ मरीना की बजाय आप जाओ मैरिटाइम सिटी मैरिटाइम सिटी में वाटर फेसिंग सी फेसिंग प्रॉपर्टीज आपको मिल रही है इतनी शानदार है और मेट्रो भी आ रही है वो नया एरिया आ रहा है दुबई साउथ तरफ जाओ वहां पे वर्ल्ड का बिगेस्ट एयरपोर्ट आ रहा है आपके क्रिक तरफ जाओ। वहां पे वर्ल्ड्स टॉलेस्ट टावर आ रहा है। तो बहुत सारे ऑप्शंस हैं। हम दुबई क्रिक हार्बर हो गया या इस तरह की इस लोकेशन से। ओके। अ दुबई अगर घूमने जाना हो किस मौसम में जाना चाहिए? अक्टूबर से लेके फब तक कभी भी आप जा सकते हो। बहुत अच्छा रहता है। नेचुरल ठंडा रहता है। आपको मेरे हिसाब से जैकेट भी कैरी करना चाहिए। अच्छा वाला क्योंकि विंडी रहता है थोड़ा सा और सर्दी होती है। अगर दुबई को किसी अगर दुबई का एक्टर होता बॉलीवुड का तो किस एक्टर पे ज्यादा शूट करता? सबको पता है शाहरुख खान। क्यों शाहरुख खान? क्योंकि शाहरुख खान को जितना मैं फॉलो करता हूं और मैंने देखा आप भी बहुत फॉलो करते हो। उसकी एक-एक स्पीच में ना वो पता चलता है कि वो कितनी मेहनत करता है। हम ना सिर्फ टॉप पे आने के लिए टॉप पे बने रहने के लिए। तो दुबई वो करता है। और शाहरुख खान का पोस्टर भी लगाता रहता है बर्थडे पे। बिल्कुल लगा। वो ब्रांड एंबेसडर है। उनको पाम जुमेरा पे विला मिला है गवर्नमेंट की तरफ से। काफी सारी चीजें उनको दुबई इज़ ह सेकंड होम। इंटरेस्टिंग। रणवीर कपू रणवीर सिंह शायद वहां पे ब्रांड एम्बेसडर वो भी शायद हैं। अबू धाबी यास आइलैंड। यास आइलैंड। यास आइलैंड जो है अभी वर्ल्ड का सबसे बेस्ट टूरिज्म एरिया बनने वाला है। क्योंकि यहांस आइलैंड पे अभी देखो आपने सुना होगा डिज्नी लैंड भी आ रहा है। हम डिज्नीलैंड आ रहा है। ऑलरेडी वहां पे फरारी वर्ल्ड है। उसके बाद में वहां पे सी वर्ल्ड है। उसके अलावा वहां पे वार्नर्स ब्रदर्स है और वहां पे यास आइलैंड वाटर पार्क भी है। तो वहां पे मतलब इतनी एक्टिविटीज है कि आपको एक हफ्ता वहीं पे कम पड़ जाएगा। वहीं पर पास में अबू धाबी ग्रैंड मॉस्क भी है। जैसे अपने वहां ताजमहल है ना मार्बल का पूरा बना है। आप वहां जाओगे। इतनी बड़ी मॉस्क उन्होंने बनाई है और इतनी शानदार बनाई है। बहुत अच्छी है। फिर वहां पे मंदिर भी है आगे। आप मंदिर भी देखने जाओगे। मंदिर भी बहुत अच्छा बना है। जो बैब्स का बना है। तो काफी सारी चीजें हैं। मैं जब दुबई या अबू धाबी को सुन रहा हूं या अरब्स को सुन रहा हूं तो मुझे लग रहा है कि आप लिबरल होते हो तो आपका देश ग्रो कर जाता है। ये एक चीज इंडिया को सीखने की जरूरत है। 100% देखो वहां पे ना कोई हिंदू मुसलमान है। ना वहां पे कोई नेशनलिटी में भेदभाव है ना कोई रंग में भेद है। किसी तरीके का कोई भेदभाव नहीं है। और कोई स्ट्राइक नहीं कुछ नहीं। सब अपना काम कर रहे हैं। ये कोई वॉर-वॉर का असर नहीं पड़ा। इंडिया पाकिस्तान जैसे इतनी टेंशन थी। नहीं देखो मैं उसका रीज़न बताता हूं क्योंकि देखो इनको किसी के देखो सबसे दोस्ती है तो अभी दो दोस्तों के बीच में क्या बोलोगे आप मतलब पैसा सॉल्व भी करवाओगे नहीं हर चीज पैसा नहीं होती वहां पे ऑलरेडी वो शांति का एक प्रतीक है वो की हर चीज पैसे पे आती है देखो पैसे प्रत्यक्ष तौर पे डायरेक्टली इनडायरेक्टली कहीं ना कहीं आ ही जाती है नहीं नहीं देखो शांति का एक प्रतीक है वो जो मुझे लगता है क्योंकि क्या पता कल को कुछ ऐसा कुछ नेचुरल कैलेमिटी हो वैसे दुबई तो नेचुरल कैलेमिटी से बाहर है नेचुरल कैमिटी ज्यादा होती नहीं है। अभी कोविड कोविड हुआ था इतना तो कोविड में भी आप देखोगे एक्सपो कोविड के बाद किया गया 6 महीने का सक्सेसफुल मेट्रो रन हुई। कोविड के अलावा अगर आप देखो नेचुरल कैमिटी की बात करो भूकंप नहीं आता कुछ एस सच होता नहीं है। बारिश का एक हुआ था अभी पिछले साल अप्रैल के टाइम पे थोड़ा ज्यादा टेक्नोलॉजी बह गई। तो देखो 2 साल की बारिश एक साथ में हो गई या आप बोल सकते हो 6 महीने की बारिश जो लंदन में होती है वो एक ही दिन में हो गई थी दुबई में आप बताओ कोई भी दूसरी सिटी होती वर्ल्ड में क्या सर्वाइव कर पाती कितनी तबाही हुई थी हर गाड़ी Lamborghini ferariols यह वो इवन शोरूम्स सारे बह गए 8 8 10-10 फीट तक के पानी क्योंकि ड्रेनेज सिस्टम नहीं क्योंकि वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर कभी भी बना ही नहीं था बारिश के लिए। वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर बना था डेजर्ट स्टोम के लिए। बहुत सारी दूसरी चीजों के लिए। वहां पे अलग चैलेंजेस है। लेकिन फिर मैं बता रहा हूं तीसरे दिन मैं खुद वीडियो है मेरी Instagram पे, TikTok पे, YouTube पे, Facebook पे कहीं भी आप जाके देखो। तीसरे दिन मैंने एक प्रॉपर्टी खरीदी थी। उसका ट्रांसफर करवाने मैं खुद गाड़ी में बैठ के पूरा दुबई के रोड्स एकदम क्लीन हो गए। थर्ड डे मॉर्निंग में गया था ट्रांसफर करवाने प्रॉपर्टी। इसलिए तो मैं कहता हूं कि पैसा हर तरफ पे इन्वॉल्व होता है। नहीं पैसे से नहीं आप देखो पैसे को यूटिलाइजेशन देखो ना। जैसे ये बारिश हुई जैसे ही ड्रेनेज सिस्टम पूरा किया इन्होंने क्लीन किया। ड्रेन किया इसको पूरा 80 बिलियन दहम का गवर्नमेंट ने अनाउंसमेंट किया फॉर ड्रेनेज सिस्टम। सर वही तो मैं कह रहा हूं ना कि जो लाके 3 दिन में साफ भी कर रहा है वो भी उसके पीछे ही पैसा पैसा लग रहा है ना तो सर देखो अब टैक्स तो ले नहीं रहे इतना कुछ एस सच 5% वेट पे क्या ही कर लेंगे जो इनकम आ रही है या जैसे भी यूटिलाइज कर रहे हैं वो उसको और बेटर बनाना चाह रहे हैं क्योंकि अब अगर आगे फ्यूचर में कभी बारिश हुई तो ये प्रॉब्लम नहीं आएंगी और एक और चीज बताऊं वर्ल्ड में कितनी कंट्रीज है या सारी कंट्रीज देखो यूएस में हर साल अगर आप देखो तो वहां पे कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ डिजास्टर होता है इंडिया में देख लो आप कितनी बार लैंडस्लाइड होती है, कितनी बार बाढ़ आती है, कितनी बार यहां पे कुछ ना कुछ होता रहता है। गवर्नमेंट को पता है हर साल कुछ ना कुछ होगा। मैं वही बोल रहा हूं। वो सिटी अभी 20 साल पुरानी है। अगर आप देखो तो वो तीन दिन में संभल गई। आप कैसे एक्सपेक्ट कर सकते हो दुबई में बारिश आई तो लोगों ने पूरी जगह सोशल मीडिया पे ये कर दिया। बारिश में बह गया दुबई बह गया दुबई। रिकवर देखो कौन सी सिटी है। अभी देखो वर्ल्ड में इतनी सारी कंट्रीज है। इंडिया की बात कर लो। पता है हमें हर साल यहां पे लैंडस्लाइड घर छोटा हो सफाई अच्छी रहती है तो वो तो है ही लेकिन हम कुछ कर नहीं पाए ना उसको प्रिवेंट नहीं कर पाए करेंगे सर सब करेंगे चीजें बेहतर हो रही है भारत बेहतर हो रही है और आप आएंगे आपकी नागरिकता तो इंडियन ही है ना मैं तो रहूंगा क्यों नहीं रहूंगा कुछ ऐसा टाइम आ जाएगा जैसे आप हमको दुबई बुलाएंगे ऐसे हम भी आपको बुलाते रहेंगे बिल्कुल आएंगे सर जब जब बुलाओगे तब आएंगे और हम चाहते हैं मोदी सरकार के राज में ही आए चीजें बेहतर हो रही है भारत बेहतर हो रहा है और मुझे लगता है कि जो एक परसेप्शन कम से कम चेंज हुआ है कि सारे अच्छे ब्रेन जो है वो बाहर नहीं जा रहे हैं। बीते कुछ सालों में हुआ है। बहुत सारी समस्याएं हैं। लेकिन जब बड़ा घर होता है तो समस्याएं भी बड़ी प्रॉब्लम देखो पॉपुलेशन का है। अभी 140 करोड़ लोगों को आप एकदम से नहीं संभाल सकते। पूरे यूएई का पॉपुलेशन 1 करोड़ है। आई थिंक दिल्ली का कितना ढाई तीन करोड़ 4 करोड़ हो गया। आराम से तो आप सोचो और हां इसी बात पे पूरे दिल्ली में इतने एजेंट नहीं हो गए जितने दुबई में है। तो दुबई की पॉपुलेशन सिर्फ 40 लाख है। उसमें चैलेंजेस है। आई एम श्योर आई एम श्योर है। बट ये एक बात है कि हां अभी आप करियर ग्रोथ की अपॉर्चुनिटीज़ अच्छी है वहां पर। करियर ग्रोथ की अपॉर्चुनिटी अच्छी है। बिज़नेस को लेके अच्छी, इकॉनमी को लेके अच्छी है। एजुकेशन को लेके बढ़ा रहे हैं। हेल्थ को लेके बढ़ा रहे हैं। मेडिकल फैसिलिटीज़ आ रही है। अभी पता है आपको 2028 में स्पेस का भी मिशन है। मार्स और जुपिटर पे जाने वाले तो दे आर डूइंग देयर बेस्ट। अभी सोचो इतनी कम पापुलेशन है, इतने कम लोग हैं, इतने कम रिसोर्सेज हैं। उसमें इतना सब कुछ कर रहे हैं। और दूसरी सबसे बड़ी बात कभी भी जो भी बोला जाता है दुबई में कोई भी चीज निकाले जाती है, एजेंडा निकालते वो फुलफिल करते हैं। दे आर ऑन देयर वर्ड्स। आपको पता है रोड आप देखोगे तीन महीने में फ्लाई ओवर पूरे बन के खड़े हो गए। चाहे कितना ही बड़ा हो। हमारे वहां तो देखो कितना टाइम लग जाता है। नहीं नहीं हमारे रोड इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत बेहतर अभी हुआ है। गडकरी साहब ने अभी हुआ है। अभी हुआ है। मैं आज से 10 साल पहले की बात कर रहा हूं। मैं कह रहा हूं ना कि मैं आपको एक एग्जांपल देता हूं। मेरे होमटाउन में सिर्फ एक पुलिया बनानी थी। हमारे लोगों का कॉलेज निकल गया पूरा। वो नहीं बनी। आप उसके एक ट्रांसफार्मर बदलना था। डेढ़-डेढ़ दो-दो महीने बरसात के महीने में थे। नितिन साहब ने बहुत अच्छा काम किया। मैं आपको एक और छोटा सा इंसिडेंस बताऊंगा। एक हमारा जो कॉलेज था जब मैं कॉलेज में पढ़ता था इंडिया में पुणे में तो वहां पे ना सबवे का थोड़ा सा इशू था जिसके वजह से लोग हाईवे क्रॉस करके जाते। तो कुछ इंसिडेंस हो गया और नितिन सर आके गए थे या बाद में आए थे ऐसा कुछ था चीफ गेस्ट आए थे हमारे कॉलेज में और उसके बाद में आप ये देखिए जैसे ही कुछ हुआ उसके बाद में पूरा फटाफट रोड्स बन गए इंफ्रास्ट्रक्चर रेडी हो गया तुरंत तो इंडिया इज़ डूइंग देयर बेस्ट हम इंडिया से कंपेयर ही नहीं कर सकते हम रियलस्टेट से कंपेयर कर सकते हो पैसा अगर आपको ज्यादा कमाना है तो दुबई जगह है हां हमारा मुद्दा ये है देश के खिलाफ नहीं है और ना विदेश के खिलाफ है ना विदेश के बात है हमारा सिर्फ यह है हमारा जो मेन टॉपिक है वो यह है सर इट्स अ कोलबोरेशन थिंग जैसे सरकार हमारी सरकारें कोलैबोरेट कर रही हैं कि जब आपको बढ़ेगा तो आप कोलैबोरेट करके चलिए और इस वीडियो से आपको मैं एक और चीज बताऊं जितने लोग जो हेजिटेट कर रहे हैं कि वहां जाके हमको बिज़नेस मिलेगा नहीं मिलेगा जॉब मिलेगी नहीं मिलेगी मिलेगा अपॉर्चुनिटी बहुत है लेकिन आपको दिल से मेहनत करनी पड़ेगी और तुमको Instagram पे मैसेज कर दे जिसको नहीं मिल रहा है बिल्कुल कर दें क्योंकि हमारी पूरी टीम है सात आठ लोगों की टीम है वो सिर्फ सोशल मीडिया के पीछे लगी रहती है ठीक ठीक है। भाई जो जा रहे हो दो चार रात का खाना पीना हो जाएगा। खाना हो सकता है पीना तो नहीं। पानी मिल जाएगा बस। आई मीन देयर आर फ्यू गुड थिंग्स जिनको हम वहां से अडॉप्ट कर सकते हैं इंडिया में। बिल्कुल कर सकते हो। और हर चीज का एक लिमिटेशन हो तो ज्यादा अच्छा है। कोई भी चीज लिमिट के बाहर अच्छी नहीं लगती है। वहां ऐसा कुछ नहीं है। आप आराम से जाओ, एंजॉय करो, क्लब्स जाओ। नाइट लाइफ बहुत अच्छी है दुबई की और सेफ है। जितने यंग लोग हैं उनके लिए बहुत अच्छा है। आप जाओ एक्सप्लोर करो। एक्सप्लोर करो यार। कोई कॉस्टिंग नहीं, कुछ नहीं। आज ईजीली हो रहा है। कम पैसों में हो रहा है। दुबई वो दिन दूर नहीं जब दुबई इतना ग्रो कर जाए। मैं आपको एक छोटा सा एग्जांपल देता हूं। 5 साल पहले ना 5 साल पहले थ्री बैडरूम टाउन हाउस जिसको यहां रो हाउस बोलते हैं जिसमें नीचे एक फ्लोर होगा। ऊपर एक फ्लोर होगा। वो आता था लगभग 3 करोड़ में। आज की तारीख में वन बैडरूम मिल रहा है 3 करोड़ में। तो डिफरेंस ये आ गया। देखो सस्ते भी है, 1.5 करोड़ का भी है, 2 करोड़ का भी है। लेकिन अब टाउन हाउस का प्राइस हो गया 5 करोड़ इंटरेस्ट। अब नहीं मिल रहा और प्राइस बढ़ते जा और सिर्फ वो 1.3, 1.4 मिलियन से लेके डबल हो गया ऑलमोस्ट प्राइस 2.2, 2.3, 2.5 ना सिर्फ प्राइस डबल हुआ वहां पे करेंसी भी तो एप्रिशिएट हो गई है। तो डबल झटका लग गया। तो जो लोगों ने पहले खरीद लिया अच्छा है उनके लिए। मैं लोगों को एक चीज बोलता हूं। आप मेरे आज के वीडियोस मत देखो। आज के मेरे पडकास्ट मत देखो। लेकिन मेरे 3 साल 4 साल पुराने वीडियोस जाके मेरे YouTube पे इंस्टा पे TikTok पे Facebook पे जहां जाके देखना है देखो। आपको तब का विनय जो बोल रहा है ना आज लगेगा आपको वो दूर का दोस्त था आपका तब आप मानोगे मास्टर ऑफ दुबई रियल स्टेट बेस्ट विशेस आपको और मैं उम्मीद करता हूं कि दुबई सरकार आपको भी जल्दी ब्रांड एंबेसडर बनाए बहुत ही अच्छे से आपने उनको प्रमोट किया और उनकी बात रखी और लोगों को एक अपॉर्चुनिटी दिखाई एक रास्ता दिखाया कि कम से कम घूमने तो एक बार जाओ ही बाकी देख कर आओ वहां क्या अपॉर्चुनिटीज है और पैसा कमाओ अपनी जिंदगी में आगे बढ़ो फोकस करो करो पढ़ाई लिखाई करो बहुत अच्छा है अपोरर्चुनिटी और जो इंपॉसिबल चीज है दुबई लेकर आ जाओ पॉसिबल हो जाएगी कुछ भी हो सकता है कुछ भी हो सकता है सही बात है अगर एक दर्जी का लड़का करोड़ों रुपए कमा सकता है और ना सिर्फ मैं मैंने बहुत सारे लोगों को देखा है जो वहां पे सक्सेसफुल हो गए शहर की वाइफ मैटर करती है आसपास की शहर की वहां पे आपके पास में डिस्कस करने के लिए और कुछ है नहीं क्योंकि आपकी खुद की इतनी फटी हुई है कि भाई आपको काम ही करना है आज मैं दिन में 20 घंटे काम करता हूं कम से कम और हम कमिटमेंट वाले लोग हैं। कमिटमेंट दे दिया काम होगा ही होगा। तो तभी सक्सेसफुल हो गए सर। नहीं तो कहां से हो गया? अभी लोग मेरे को पूछते हैं 2 साल में आपकी कंपनी ने ऐसा क्या किया जिसकी वजह से आपकी कंपनी इतना ग्रो कर गई। बाकी कंपनीज़ तो इतने सालों से नहीं कर पा रही है। मैंने बोला आप मेरी 2 साल की मेहनत देख रहे हो। मेरी पिछले टोटल 7 साल की मेहनत देखो। जो 5 साल पहले मेहनत करी है। जो क्लाइंटों को कमिटमेंट दी थी फुलफिल करी। वो क्लाइंट ने दोद तीन-ती चार-चार पांचप प्रॉपर्टी खरीदी है। पैसा बनाया उनका अगर घर में नल भी टूट जाता है ना तो हम रिपेयर करवा देते कोई ना कोई बंदा बेच के तो उतनी सर्विस देना पड़ती है। उतना समझना पड़ता है। उनको हर चीज की फैसिलिटी प्रोवाइड करना पड़ती है। बैंक अकाउंट खुलवा देते कौन खुलवाता है ये? ये दलाल का काम नहीं है। बाय द वे। तो दुबई का दोस्त लिखा था ना आपने दूर वाला। दूर का दोस्त। तो वो वो इंपॉर्टेंट चीज है आपके लिए। तभी आप ग्रो करते हो। अभी आज हमारी कंपनी के अंदर आप देखो सिर्फ 2 साल हुए और कम से कम 121 डेवलपर्स के हम जो बिल्डर्स बोलते हैं यहां पे वहां पे टॉप 10 में आए हैं हम लोग काफी अच्छा किया और वो अवार्ड्स आप खरीद नहीं सकते किसी कीमत पे नहीं खरीद सकते लोगों को लगता है क्योंकि वो आप बेच के ही खरीद मतलब पिक कर सकते हो वो मिल सकता है आपको खरीद तो नहीं सकते भाई उतना माल बेचना पड़ेगा आपको और वहां पे आप देखो इतनी बड़ी-बड़ी कंपनीज़ है दुबई में जो 2020 साल से है रियलस्टेट में वो किंग है मार्केट लीडर आपने अभी स्टार्ट किया है। आते हैं। दुबई हम आते हैं। एक सेकंड पडकास्ट प्लान करते हैं। तब तक के लिए आपको बेस्ट विशेस। थैंक यू सो मच।

39 Comments
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GOOD JUB VINAY SHAH
Bahot maza sir ji ye video dekh kar kuch knowledge bhi mile ❤
Sar dubai me job delwa do
PASE SABKUCHH NAHE KARSAKTE PASE KE SATH NEYAT PAR SAB DAMODAR HOTA HAE HAMARE DESH KE LOG KAMISAN KE SEWA KOE KAM NAHE HOTA HAE
Shahrukhkhan👑
I am here for my idol inspiration shahrukhkhan👑
Zadatar Islamic rule follow karte hai dubai me isliye waha itni tarakki hai.
Proud of you bro…I feel Good that you were my batch mate in Indira School of Business Studies….🎉🎉🎉🎉 congratulations
Thank you so much sir for give this information & Thanks for this podcast
Ek podcast acharya Prashant ke sath
Indians are like chameleons , they change their behaviour in accordance to the countries and atmosphere they live in
Thank you Sir 🎉😊
Lallantop ki tarah bollywood related news aaye or SRK ka thumbnail na lage esa kbhi ho skta h kya…
Srk ke wajah se dek rha hoon
Shubhankar ki q jal rahi hai yaaar
गर्मी की बात नहीं हुई 59:43 अभी तक
Gold की बात नहीं हुई 1:03:30
And bhakton Ko Sunna chahie aur yah video dekhna chahie
Girls mein tax nahin lete isliye kyunki Islam Ne tax ko aaram kaha hai
MERA BHARAT MAHAAN. MASJID KE NICHE MANDIR DHONDO AUR MANDIR KE NICHE BUDH VIHAR. JAI HIND
Good
Good
8.30
Very interesting talk, now going to Dubai is my only dream 😄
Very True abt d education in Dubai..
I love Dubai ❤
Dubai follows Islamic rules and regulations
Mr shaha said in this podcast , Dubai govt helping other religions towards development, we must appreciate,
We are expecting the same from the Indian Govt ..
Import the DUBY LAW
Bhai law & order Acha Hai, par jo pota poty party hoti hai, Muslim converson, bekar jagah what u think
Muslim state Mandir banata hai aur Bharat mein Masjid todta hai To Batao Mahan Kaun hua😅😊
Security, Justice and Value for human life is the biggest reason,
Girls can roam outside at night any time anywhere, great place to stay with family,
Wynn al marjan Casino and resort iam part of this project
Sabsay sakun apna desh India may hai magar carrub shionkay vazahsay apna desh phichay rahagaya thanks 🙏
बंदे की दौलत शौहरत देख कर शुभंकर मिश्रा को जलन हो रहा है
Sir also interview Rizwan sajan sir from Danube ,
There are a lots of scam in Dubai. ⚠️
In the airport we met a stand that promised us a presentation 10 min, free dinner after that. No need to pay!
The scam was from FIRST-Hotels and they forced us to invest, when we said sorry or politely no thanks, they just let us wait out side for 3 hours then tried agine and agine.
At the end they asked us to take own taxi.
After some research we found a lots of comments about this fraud of First-Hotels in Palm Jumera and a lots of people lost millions of dollers in this scam!
Subankar bhai kis chutiya ka posdcast kar rahe frood ha ye