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Unplugged ft. Astro Sushil Kumar Singh l Astrology | Tantra | Jyotish | Shah Rukh Khan | Salman Khan

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Shubhankar Mishra: A journalist who navigates the spectrum from Aajtak to Zee News, now independently exploring social media journalism, with a knack for engaging political figures in insightful podcasts.

Shubhankar Mishra has been diving deep into political debates, spiritual podcasts, Cricket Podcast, Bollywood Podcast.

Time Stamp

00:00:00- Teaser
00:02:27- Intron
00:02:58- Jyotish ne dekha tha Ayodhya ka udhar kab hoga?
00:03:46- Jyotish kitne prakar ke hote hain ?
00:09:57- Sabse ajeeb vajah kundali dikhane ki ?
00:10:48- Irrfan Khan par hua tha tantra ?
00:15:46- Kaun-kaun se actors & actresses par tantra hua ?
00:17:33- Gupt Nadi Vidhya kya hoti hai ?
00:19:49- 2 bade bollywood actors ki death prediction!
00:22:49- Jyotish aur ghadiyon ka kya connection ?
00:29:09- Prediction on PM Modi
00:33:26- Rahul Gandhi ki kundali mein PM banna nahi ?
00:38:01- About Law of attraction and manifestation
00:43:40- Western astrology vs Indian astrology
00:45:20- Kundali aur hasta rekha mein antar ?
00:48:31- Perfume, watches & cloths impact on life ?
00:49:57- Log jyotish ke pass kyun jaate hai ?
00:52:28- Bollywood mein kis-kis ka divorce hoga ?
00:56:11- Shaadi aur Talaq ki kundali hi milti hai ?
00:58:49- Kundali se pata chal skta hai kitni shaadi hogi ?
01:00:23- Kundali milan shaadi ke jaruri ?
01:03:03- Kundali se life partner ki loyalty pata chalti hai ?
01:07:12- Kaunse grah se Business acha hota hai?
01:07:55- Astrology se bacche ki padhai decide kaise ?
01:09:21- Jyotish se ruk sakti hai badi ghatnaye ?
01:12:19- End

अगर ये लिखा है कि ये समय बुरा आने वाला है तो फिर ज्योतिषी क्या कर पाएगा? बिल्कुल सही है। इसका मैं ईमानदारी से जवाब दूंगा। बच्चा जब 11th में जा रहा हो 12th में जा रहा हो तो उसका मन देखें या ग्रह देख के बताएं कि बेटा तू बायो ले या मैथ ले या कॉमर्स ले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर ज्योतिष प्रेडिक्शन दे रहे हैं। आपका क्या प्रेडिक्शन है? मोदी जी के लिए समय सही नहीं है। यह कार्यकाल नहीं पूरा कर पाएंगे अपना 100% राहुल गांधी की कुंडली क्या कहती है? सरकारें बनवा सकते हैं। अपोजिशन की गवर्नमेंट ला सकते हैं। लेकिन खुद सांसद के अलावा कुछ नहीं बन सकता। किस-किस बड़े आदमी को आपने उसका ज्योतिष देखा है? पहली मैंने प्रेडिक्शन की लालगेश आडवाणी साहब की। मैंने कहा यह आदमी प्राइम मिनिस्टर तो क्या कुछ नहीं बन पाएंगे। अगर एक प्रेडिक्शन देना हो कि बॉलीवुड में इनका तलाक हो जाएगा। एक तलाक कैटरीना का है। उनका तो बड़ा अच्छा चल रहा है। इसे एक बड़ा मशहूर किस्सा कहीं मैंने सुना था इरफान खान को लेकर कि इरफान खान पर तंत्र हुआ था। इरफान खान साहब का एक बहुत दुखद स्टोरी है। एक दिल्ली के बाबा थे। उन्होंने तंत्र किया है इन पर। गुप्त नाड़ी विद्या क्या होती है? गुप्त नाड़ी मैंने नाम रखा है। शादी होगी कि नहीं? तुरंत बताया जा सकता है। मैंने सुना कि आपने ये कह दिया कि सलमान खान शाहरुख खान की डेथ जो है वो 67 साल की उम्र में हो जाएगी। प्रेडिक्शन के बाद सलमान खान ने अभी हाल ही में एडमिट किया है कि मुझे बहुत सारी बीमारियां हैं। ज्योतिष जब शुरुआत हुई या जिस काल में शुरू हुआ उस वक्त तो घड़ियां थी ही नहीं। फिर घड़ियों का आज ज्योतिष में महत्व कैसे है? आपने भी दो पहनी है। एक शिव पुराण है और दो एक और पुराण है। बताइए घड़ी नहीं थी तब भी इतनी बड़ी उस वक्त की कैलकुलेशन क्या है? हिंदूज़्म के अलावा कोई और धर्म भी है जहां पर एस्ट्रोलॉजी को इतना प्रायोरिटी दी जाती है? ये जो हमारी जो ज्योतिष है ये पूरी की पूरी हम हिंदूइज़्म कोई नहीं मान सकते। ये कहते हैं कि कुंडली कभी नहीं बदलती। लेकिन हस्तरेखा जो है वो कर्मों के हिसाब से बदलती रहती है। कर्मों के हिसाब से कुछ नहीं बदलता। कृष्ण जब उपदेश देते हैं लोग कहते हैं उन्होंने कहा है कर्म करो फल की चिंता मत करो। ऐसा उन्होंने नहीं कहा है। तो मान लीजिए कोई दो लोग हैं उन्हें कुंडली नहीं मिल रही है। वो बहुत प्रेम करते हैं। तो शादी करनी चाहिए नहीं करनी चाहिए? कुंडली मिलान का कोई मतलब ही नहीं है। बड़े आदमी हैं वो तंत्र मंत्र भी करवाते रहते हैं। अभी तक मैंने इंडस्ट्री के कुछ लोगों का मैंने खुद अपने पंडित द्वारा करवाया है। अगर ज्योतिष सब पता लग जाता है तो जितनी बड़ी-बड़ी घटनाएं होती हैं उन्हें हम रोक क्यों नहीं पाते? मैंने यह कहां-क कहा कि ज्योतिषी रोक लेगा उसको। ज्योतिष इसलिए तो नहीं बयान देते। वो बयान जो बिल्कुल अलग हो ताकि चर्चा में आ जाए। अगर आप भगवान पर विश्वास करते हैं तो आपको शैतान पर विश्वास करना होगा। अगर आप जन्म पर विश्वास करते हैं तो आपको पुनर्जन्म पर विश्वास करना होगा। और अगर आप इस पूरी प्रक्रिया पर विश्वास करते हैं तो आपको ज्योतिष पर भी विश्वास करना होगा। और आज इसीलिए हमारे साथ एक खास मेहमान है ज्योतिष की जिन्हें काफी समझ है। सुशील कुमार सिंह जी। कैसे हैं सर आप? बढ़िया। आप हमारे पड़ोसी हैं। जी। राजा राम के घर से। ज्योतिष ने देखा था कि अयोध्या का उद्धार कब होगा? ज्योतिष की एक मुंडन एस्ट्रोलॉजी होती है जो मैदिनी ज्योतिष कही जाती है। हम तो मैदिनी ज्योतिष में जब अयोध्या का यह डिमोलेशन हुआ उस वक्त का टाइमिंग था क्योंकि जो मुगल पीरियड था तो मुगल पीरियड में जहांगीर की कुंडली देते हुए पेंटिंग तक है कि जहांगीर को की जो ज जोशी हैं वो जहांगीर की कुंडली दे रहे हैं और अकबर की एकदम एग्जैक्ट कुंडली है ये सब। तो उस वक्त के हिसाब से ये संभावनाएं थी कि अयोध्या का कम से कम वहां पर मंदिर का शुरुआत हो जाएगी। अब अयोध्या का कितना उद्धार हुआ मैं नहीं जानता लेकिन हां भगवान राम का मंदिर बन गया। ज्योतिष कई प्रकार के होते हैं। ज्योतिष के ज्योतिष का सबसे पहले आप ये जानिए कि काम है भविष्य बताना। हम आजकल जैसे कोरोना काल है। कोरोना पीरियड में ही ज्यादातर यह ज्योतिष और यह सब चीजें आई। कोर्सेज शुरू हुए। पहले तो कोई कोर सोर्स नहीं था। तो उन्होंने क्या हुआ कि लोगों को पढ़प के एक आदमी पढ़ रहा है, एक आदमी पढ़ा रहा है। जो पढ़ा रहा है और जो पढ़ रहा है, दोनों पढ़ा रहे हैं। वो सुबह से वो पढ़ाना शुरू कर दिया। तो ज्योतिष जो मेन प्रकार है एक है पराशरी ज्योतिष जिसको वैदिक ज्योतिष भी बोलते हैं। वैदिक ज्योतिष इसलिए कहना ठीक नहीं होगा कि ये ये जो पराशरी ज्योतिष है ये वेदों में नहीं है। अथर्ववेद में शांति जैसे उपायों की चर्चा है। मतलब वहां पे ज्यादा अथर्ववेद में बहुत सारी बहुत सारी व्याख्या है। पर जो ज्योतिष है वह पराशरी ज्योतिष है। दूसरी जो ज्योतिष है पराशरी से स्ट्रांगर वो है नाड़ी ज्योतिष। इसके बीच में है जैेमिनी है केपी वगैरह है केपी तो नई है 50 साल 55 साल पुरानी तो इतनी तरह के है आदमियों पर पर्टिकुलर इंडिविजुअल पर प्रेडिक्शन करने के लिए पराशरी वगैरह जितनी ज्योतिष मैंने बताई लेकिन देश पर किसी देश पर किसी संस्था पर किसी निर्जीव वस्तु पर किसी अनकॉन्शियस बॉडी पर प्रेडिक्शन करने के लिए मेदनी ज्योतिष होती है जिसे मंडे एस्ट्रोलॉजी कहते हैं। आपने दोनों हाथ में घड़ी पहन रखी है। जी। इसका लॉजिक क्या है? लॉजिक सिंपल है। देखिए हमारे जो दर्शन है, फिल फिलॉसफीस रही हैं इंडिया की उसमें सबसे इंपॉर्टेंट जो मुझे लगता है सांख्य दर्शन है। और दूसरा दर्शन है योग दर्शन महर्ष पतंजलि का और कपिल का। पूरा का पूरा जो महाभारत है वो सांख्य दर्शन का एक एपिसोड है। अच्छा ज्योतिष में क्योंकि आपका 35 साल एक्सपीरियंस रहा। किस-किस बड़े आदमी को आपने उसका ज्योतिष देखा है? बड़े आदमी का मतलब एक तो मैं जब से कॉन्शियस हुआ तो मुझे ये जो ज्योतिष के अलावा एस्ट्रोलॉजी के अलावा एस्ट्रोनॉमी बहुत ज्यादा मुझे वो करती थी और मुझे पसंद आती थी। तो गांव में घर के बगल में देख के तारों औरों को मैं बहुत परेशान होता था कि कैसे क्या है इतना स्पेस है ये है वो है कि कहां खत्म होता आज तक मैं इसको इस गु्थी को नहीं समझ पाया कि कहां खत्म होता है तो ज्योतिष में इसके बाद मैं सिक्स टू 12th नवोदय विद्यालय अयोध्या में गया और उसके बाद सिविल सर्विज की तैयारी की मैंने सिविल सर्विज के इंटरव्यू दिए और फिर मैं अपने गुरु से मिला वह कैसे मिला कि द वीक में उन्होंने पांच पांच प्रेडिक्शन की थी श्री के एन राव सर ने पांच की पांचों सही थी जिसमें एक भुज का भूकंप था और उन्होंने कहा था विद इन वन फोर्टनाइट तो वो एक फोर्टनाइट के बीच में वो भूकंप आया और तब मैं एक लॉज में रहता था और मैं 4:45 पे जगता था जब मैं जगा तो उस वक्त ऑलमोस्ट भूकंप आ चुका था और यहां तक भी असर था उसका तो इन जहां तक बड़े आदमियों का है तो पहली मैंने प्रेडिक्शन की लालकिश आडवाणी साहब की उसमें इंडिया शाइनिंग चला था। सभी ऑलमोस्ट सभी पेपर और मैगजीन उस वक्त तो सोशल मीडिया नहीं था। शुरुआत थी और कुट था तो सभी का ऑर्कुट में एक्टिव था मैं। तो जी तो सभी का ये था कि ये बनेंगे। मैंने लालकृष्ण आडवाणी की कुंडली को राव सर की पद्धति से करीब 20 घंटे देखी। 4 घंटे फिर 4 घंटे फिर मैंने कहा यह आदमी प्राइम मिनिस्टर तो क्या कुछ नहीं बन पाएंगे और मैंने दैनिक जागरण को दे दिया पहला मेरा लेख था उसकी भी एक स्टोरी थी कि उन्होंने मेरा लेख क्यों लिया मैं तो एक नया मतलब लड़का था क्योंकि एक वामपंथी आदमी के सामने दो भविष्यवाणियां मेरी सही हुई थी तो वो लेफ्टिस्ट थे नाम नहीं लूंगा उन्होंने कहा जब यह ज्योतिष इतना सही है तो आप पेपरों में आइए तो फिर वो जब आडवाणी जी का लेख कि आडवाणी प्राइम मिनिस्टर नहीं बनेंगे गए तो उस वक्त संजय गुप्ता जी शायद हुआ करते थे एडिटर। उन्होंने कहा ये क्या लिखा है? ऐसे कैसे होगा? तो डिस्क्लेमर दे के छापा गया और वो मेरे लिए बहुत बड़ी बड़ा अचीवमेंट था 208 में। फिर दो दूसरा गुट था आप तो जानते होंगे अटल जी और जसवंत सिंह का और वो गुट बड़ा खुश हुआ जसवंत सिंह जी का मेरे पास फोन आया। लेकिन ज्योतिषी जो भविष्यवाणी करता है तो वो आदत से मजबूर होता है। हालांकि मैंने उस आदत को अब में काफी कुछ सही किया है। तो मैंने जसवंत सिंह के अगेंस्ट भविष्यवाणी कर दी तो वो नाराज हो गए। इसके बाद फिर मैं प्रेडिक्शन करता गया। तो ऑलमोस्ट जो भी ब्यूरोक्रेसी है, पॉलिटिशियंस हैं। जैसे यूपी के चुनाव में अब की बार मैंने साफ-साफ बताया था कि भाजपा सरकार बनाएगी 2022 में और योगी जी प्राइम मिनिस्टर बनेंगे। चीफ मिनिस्टर बनेंगे और जब इनको इस बीच आठ बार हटाने आठ सालों से हटाने का जो प्रयास हो रहा था मैंने सबका तो वो मुझे जानते हैं पर मैं थोड़ा सा इस मामले में शाही हूं कि थोड़ा सा पॉलिटिशियंस से दूर रहता हूं प्रेडिक्शन तो मैंने इन सब की है और किसी कुंडली आपने बीच में पढ़ी है हां कोई फडनवीस की कुंडली ठीक है योगी जी के बराबर है नितिन गडकरी की कुंडली ठीक है जिनकी जिनकी ओरिजिनल कुंडली आई क्योंकि योगी आदित्यनाथ जी की मेरे अलावा मैंने एक यूएस में है वो क्या बताएं उनको मैंने दे दिया तो उन्होंने अपने हिसाब से किया मैं शेयर करता हूं लेकिन लोग उनकी नकली कुंडली जो अभी 5 जून या क्या है उस बर्थडे पे काम करते हैं जबकि वो 29 दिसंबर को पैदा हुए थे 1971 में योगी जी जी तो नेताओं का सब कुंडली कैसे निकलवाते हो आप डेट ऑफ बर्थ टाइम सब कुछ पहले तो मुझे नेता लोग खुद संपर्क किया करते थे जैसे राजनाथ सिंह का था तो उनका टाइमिंग क्लियर नहीं था तब वो चीफ मिनिस्टर थे 2001 में आई थिंक तो मिली उनके घर से मैं कुंडली मुझे नेताओं के घर या बगल से मिलती है या फिर कोई कोई आईएएस देता है जिसका कोई इंटरेस्ट हो मैं इन सब Google वगल पे भरोसा नहीं सबसे अजीबोगरीब किस वजह से लोगों ने कुंडली दिखाई पॉलिटिशियंस ने हां या किसी आदमी ने आपको किसी बड़े आदमी कुंडली सबसे अजीबोगरीब किस वजह से दिखाई मुझे जैसे ऐसा अजीबो वो गरीब नहीं है। अह अगर जो बाहर देखा जाता है वो अंदर नहीं होता। तो जो बॉलीवुड के लोग थे उनका मनी से संबंधित था धन से और जो पॉलिटिशियंस थे उनका जो पेपर में रहता है न्यूज़पेपर्स में और मीडिया में कि वो ये पद पाना चाहते हैं। सेम वही चीज पूछा उन्होंने। कोई नई चीज नहीं पूछी। और एक चीज और भी था हम कि जो अचानक उठता है और वहीं पर टिक जाता है या नीचे धीरे-धीरे चला जाता है गुमनामी में चला जाता है उन सब पे तंत्र हुआ रहता है। ये तंत्र तंत्र वाला सिस्टम क्या है? क्योंकि बीच में हमने कहीं सुना कि कई लोगों पे तंत्र करार दिया गया। जैसे एक बड़ा मशहूर किस्सा कहीं मैंने सुना था इरफान खान को लेकर कि इरफान खान पर तंत्र हुआ था। सच है ये? इरफान खान आप जानते ही हैं कि उस टेस्ट के हैं कि उनका कितना बढ़िया एक्टर थे वो। तो इरफान खान साहब का एक बहुत बढ़िया मतलब बहुत बढ़िया नहीं वो दुखद स्टोरी है कि ये इस शूटिंग का कुछ हिस्सा या कुछ काम दिल्ली में हुआ था मदारी फिल्म का। उसके डायरेक्टर कामत थे और रवि प्रोड्यूसर थे कोई। ये तीनों लोग दिल्ली से एक महीने बाद आने के बाद सब बीमार हो गए। अ रवि को ब्रेन एवरेस्ट से डेथ हुई और कामत को यहां पे लीवर सिरोसिस हो गया और इरफान खान साहब को बहुत बुरा रेयर कैंसर हुआ तो उसमें रवि ने या कामत ने किसी से कांटेक्ट किया था कि वो जाने वाले हैं। इन तीनों लोग मरेंगे। तो बाद में स्टोरी यह आई कि एक ने फिर इरफान से कहा तो उसी एक दिन बाद वह लेट हो गए। सुबह दूसरे दिन वो मर गए तो उसमें था कि एक बाबा एक दिल्ली के बाबा थे उन्होंने तंत्र किया इन पर और उस तंत्र के द्वारा तंत्र से कैंसरवेंसर के थ्रू ही मारा जाता है ये भी है और बहुत बुरी चीज है और तंत्र से कैंसर मतलब कैसे जी मैं इसको बता रहा हूं ये स्टोरी मैं बता दूं पहले हुआ क्या कि फिर वो बाबा ने इन पर तंत्र किया इनको कैंसर हुआ उनको कुछ हुआ उनको को कुछ हुआ और इन सब की डेथ हो गई और उन बाबा की स्टोरी यह थी कि वो 20 साल पहले मर जा चुके हैं धरती छोड़ के और ये तो इरफान खान का थे पिछले जन्म में इन तीनों ने किसी और रूप में यही तो नहीं रही नहीं थे कुछ और थे तो इन तीनों लोगों ने पिछले जन्म में बाबा का मर्डर किया था मार डाला था तो बाबा को समय जब मिला यह लोग दिल्ली ऐसी दिल्ली से ही उनकी आत्मा या जो भी तंत्र ंत्र कर सकती थी। बहुत पहुंचे हुए चीज से नाम जानते हैं एटलीस्ट दिल्ली वाले खूब जानते हैं। तो बाबा के बारे में जब मैंने उस इस स्टोरी को जानने के बाद पता किया तो ये स्टोरी कहां से आपके पास आई है? ये इंडस्ट्री के किसी आदमी ने बताई है। क्योंकि वहां पर तो तंत्र नाम ले लीजिए तो लोग डर जाते हैं। बहुत बुरी तरह तरह से बॉलीवुड में एक दूसरे पर तंत्र है। कई लोगों का करियर अटक गया पूरी तरह से। यह है। हमने कहा कैंसर वाली बात बच गई थी। कैंसर कैसे होता है? तो तंत्र में ऐसे तो होगा नहीं कि किसी तरह से मार दें। उन शक्तियों को चाहे वो काली शक्ति का प्रयोग हो या फिर तारा शक्ति का प्रयोग हो तो इन शक्तियों के द्वारा मृत्यु कराई जाती है। जैसे सबसे पहले सबसे पहले जो मैं स्टोरी जाना था मारण क्रिया का प्रयोग वो हुआ था वीर बहादुर सिंह आप जानते होंगे गोरखपुर के थे और चीफ मिनिस्टर हुए थे। तो वीर बहादुर सिंह तब ये था कांग्रेस में कि एनडी तिवारी हुए वीर बहादुर सिंह जो ऊपर उठने लगता था उनको सेंटर में मिनिस्टर बना देते थे तो एनडी तिवारी साहब को बना दिए फिर वीर बहादुर सिंह को जब ये आगे बढ़ने लगे तो राजीव गांधी ने इनको बना दिया उद्योग मंत्री ये स्पेन से आ रहे थे बनारस में तंत्र हो रहा था आप Google करिएगा ये प्लेन में ही डेथ हो गई इनकी मतलब उनकी डेड बॉडी उतरी वहां से ये ऐसा होता है वाकई में देखिए मैं आज की जनरेशन जो है कहेगी कि ये सब कोरी बातें फर्जी बातें हैं। जी मैं साइंस का स्टूडेंट रहा हूं। मेरा साइंटिफिक अप्रोच रहा है पूरी ज्योतिष में और नाना जी मेरे प्रोफेसर थे जग्राफी के तो वो मुझे इस तरह ज्योतिष को समझाए और वो बहुत आस्तिक नहीं थे। सिर्फ हनुमान जी को मानते थे। तो सबसे ज्यादा जो क्वेश्चंस आते हैं वो एनआरआई के तंत्र पे आते हैं। मतलब एनआरआई के 95 मेरे जो क्लाइंट्स हैं एनआरआई उसमें 95% तंत्र से परेशान है। यहां से जो गया वहां कर दिया। आजकल ये चला है कि जो वो होती है शादियां होती हैं। शादी के पहले सगाई होती है तो लड़के लड़की के पोस्टर लगाए जाते हैं। ये बहुत गलत है। तो एक पोस्टर उखड़ गया। ले गए उस फोटो पे तंत्र कर दिया उन्होंने। पूरी शादीवादी सब खत्म। उसकी बड़ी लंबी चौड़ी कहानी है सर मतलब आप ये कह रहे हो कि किसी भी आदमी की फोटो देखकर उस पर तंत्र कोई कर सकता है उसका जिंदगी बर्बाद हो जाएगा। अगर देखिए ज्योतिष से बड़ा कुछ नहीं है। ये भी लिखा होगा कि तंत्र होगा। उसके योग होते हैं। साफ-साफ दिखता है अरे ईश्वर तो तंत्र हो सकता है। तो अगर लिखा है तब होगा। लेकिन हां अगर वह कुंडली प्रोन है तंत्र से अफेक्टेड रहने की तो पक्का वो असर होगा। वह बहुत बुरी तरह असर होगा। कौन-कौन सा? क्योंकि आप बॉलीवुड की बहुत कुंडली देखते हो। कौन-कौन से एक्टर हैं या एक्ट्रेसेस हैं जिन पर तंत्र हुआ या उन्होंने खुद आके कहा चर्चा की या तंत्र से कोई पुराने एक्ट्रेस जिनका डेंट हुआ। अह इस बीच तंत्र से तो मैं कोई स्टोरी नहीं बता सकता जो कि मैं दो-ती साल 4 साल से ही डायरेक्ट इन लोगों में मिल रहा हूं। लेकिन अभी मैं नाम नहीं बता सकता। कुछ नए बहुत उभरते कलाकारों को उसी पे रोक दिया गया जहां पे थे वो। उनके समझ में नहीं आ रहा कि चीजें बिगड़ कहां से रही हैं। ये कलाकारों ने आपसे कहा हां तो उसी तरह फिल्म खराब हो गई। नहीं उन्होंने उन्होंने कहा कि मुझे लगता है मेरे पे हुआ है। मुझे लोगों ने बताया है। फिर मैंने खुद बताया। मैंने देखा उनका और वो आजकल जो सबसे मतलब एक ब्रह्मकाली तंत्र होता है। हम ऐसा नहीं कि देखिए देवियां आशीर्वाद देती हैं लेकिन उनसे आप जो मांगेंगे वो मिलेगा। क्यों बलि हो रही है? क्यों वहां पे शराब चढ़ाई जा रही है? शंकराचार्य जी ने इसका बड़ा विरोध किया। उन्होंने कामाख्या में जाके कहा कि बलि तो वहां के लोगों ने कहा नहीं बिना बलि के तो काम चलेगा नहीं। बलि तो होना जरूरी है। तो कह नहीं आज मैं बिना बलि के करवाऊंगा और शंकराचार्य जी दशमा विद्या के बड़े ज्ञाता थे। त्रिपुर सुंदरी मां का उन्होंने खुद कश्मीर में दर्शन किया था। जो मतलब सबसे सुंदरता का जो सबसे बड़ा जहां सुंदरता उससे ऊपर हो ही नहीं सकती। वो मातृपुर सुंदरी है जिसका रूप है श्री यंत्र। तो उन्होंने देखा वो जब पूजा चल रही थी तो भेड़ या बकरी भेड़ या भैंस का बच्चा उसी हवन कुंड में ही चला गया स्वयं तो उनके भी समझ में नहीं आई ये बात गुप्त नाड़ी विद्या क्या होती है देखिए गुप्त नाड़ी मैंने नाम रखा है मैं झूठ नहीं बोलता मुझे एक नाड़ी विद्या की जानकारी मिली नाड़ियां एक तो आपके थंब इंप्रेशन से लेते हैं। दिल्ली में भी बहुत सारे लोग मिल जाएंगे और वह थंब थंब इंप्रेशन से बताते हैं जिसमें मुझे उसी तरह लगता है कि जैसे आपको फोन नंबर बता देना कि आपका इतना फोन नंबर है आपके पिताजी का नाम है आपकी पर्ची निकल गई एटसेट्रा एसेट्रा है ना तो वो तो बताते हैं। दूसरा है कि कु तंत्र कु अह तंत्र नाड़ी वह भारत में शायद एक आदमी जिंदा है तो वह बाबा बहेंगा जो बैगा है जो बोलते थे जो एक लेडी नहीं है उनकी तरह करके कुछ बताते थे ताम्र पात्र में वो एग्जिट होती थी इसके बाद करीब 110 या 150 नाड़ी ज्योतिष है जिसमें भृगु नाड़ी है भृगु नंदी नाड़ी है और उसके बाद ध्रुव नाड़ी है और सप्तऋषि नाड़ी बहुत सारी नाड़ियां हैं। चंद्रकला नाड़ी है। तो एक नाड़ी ऐसी है जिसका कोई नाम नहीं था। तो उसमें मुझे वो बड़ी मुश्किल से मिली। उसमें क्या था कि मतलब वन शॉट मतलब देखते ही जैसे शादी वगैरह के बारे में एक से डेढ़ मिनट लगेगा। किसी की डेथ बताने में तो थोड़ा सा समय लगेगा। और अब मैं बताना भी बंद कर दिया हूं। शादी होगी कि नहीं तुरंत बताया जा सकता है। शादी होगी कि नहीं? डिवोर्स डिवोर्स तुरंत देख के कोई भी कुंडली देख के और मैं आपसे यह भी यहीं पे एक्सेप्ट करना चाहूंगा कि मुझे जितनी कुंडलियां मिल रही हैं 80% में डिवोर्स दिखता है। और आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा आईटी सेक्टर क्योंकि डिवोर्स भी केतु से संबंधित है। आईटी सेक्टर भी सॉफ्टवेयर वो भी केतु से संबंधित है। फ्रस्ट्रेट भी हम फ्रस्टेटेड भी रहते हैं नौकरी करने। हां जी वो 9:00 से पांच गए तो पता चला दोनों लोग आए एक वो अपने कमरे में अपने कमरे में मेड ने खाना लगा दिया और दोनों लोग खा लिए और साल भर से बोलचाल नहीं है। तो इस ये चीजें हैं क्या-क्या चीजें आप प्रेडिक्ट कर चुके हो? जैसे कि इस मामले में जैसे मैंने सुना कि आपने बॉलीवुड के दो बड़े एक्टर्स की डेथ प्रेडिक्ट कर दी थी। हां। अब ये बड़ा कई लोग इसे बड़ा इनसेंसिव मानेंगे। हां। कि आपने ये कह दिया कि सलमान खान शाहरुख खान की डेथ जो है वो 67 साल की उम्र में हो जाएगी। किसी बड़ी बीमारी से डायग्नोस हो जाएंगे। वो दोनों फिट है। इतनी बड़ी गहरी बात आपने कही आपका वो डेफिमेशन मार सकते हैं। नहीं अ ये बात जब हुई थी तो मैंने किस पॉडकास्ट में कहा मुझे नहीं मालूम। मैंने अपनी जगह नहीं लिखा था। तो उसके बाद से मैं डेथ प्रेडिक्शन सिर्फ पॉजिटिवली करता हूं कि जैसे मैंने कहा बाबा बागेश्वर 90 साल उम्र है। अब इसमें तो किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। रही बात कि इनसेंसिटिव या डेथ पे प्रेडिक्शन नहीं की जा सकती तो मेरे गुरु जी ने इंदिरा जी की प्रेडिक्शन की थी 30 अक्टूबर की और डेथ 31 को हुई। एक दिन सिर्फ सेकंड तक और इसके बाद संजय गांधी पर उन्होंने उनकी डेथ प्रेडिक्ट की थी। ये सारी चीजें। रही बात वो फिट हैं तो मैं यह कहना चाहूंगा प्रेडिक्शन के बाद सलमान खान ने अभी हाल ही में एडमिट किया है कि मुझे बहुत सारी बीमारियां हैं। बहुत सारी बीमारियां बताया लेकिन जो सबसे खराब बीमारी है जिसका मैं नाम नहीं लूंगा वो भी उनको होगा। मतलब उनकी जो उनका जो बचा हुआ लाइफ है वह पीड़ा पीड़ाकारक पीड़ादाई है। दुखद है। और एक मैं और भी बहुत अच्छी बात बता दूं। मैं जिन लोगों से मिलता हूं उनकी पर्सनल बातें नहीं बताता। लेकिन ये जो बातें हैं ये बात मैं पब्लिक के उसके लिए बता रहा हूं। संजय दत्त साहब को जब कैंसर डायग्नोस हुआ मैंने पढ़ा। उनकी कुंडली मेरे पास बहुत पहले से थी और वह मेरे गुरु जी के पास थी। पता नहीं कहां से आई थी क्योंकि वो सुनील दत्त साहब हो सकता है दिखाते रहे हो बड़ा अच्छा उनका तो नेचर था ही तो उनकी कुंडली से मैंने कहा इस कुंडली में तो कैंसर है ही नहीं तो कैंसर कैसे हो गया मैंने कहा इसमें फिर मैंने देखा कि इनकी लोंगिटी देखें ठीक तो है बच जाएंगे तो लोंगट लोंगे उनकी अच्छी थी मतलब अच्छा जीवन था फिर जब मैं उनसे मिला अभी 15-20 दिन पहले तो मैंने उनको कहा कि एक एक चीज पर बात किया वह विवादास्पद हो जाएगी। मैं नहीं बोलूंगा। मैंने कहा कि आपको कैंसर तो नहीं था तो वह बहुत मतलब चौंके वो वो कहे कि हां यह बात मुझे दो और ज्योतियों ने बताई कि कैंसर नहीं था। मैंने कहा तब क्या था? तो मस्त आदमी कहा होगा जो कुछ होगा वैसा ही हो गया बस। तो कैंसर को तो मैं मतलब डेढ़ मिनट लगता है प्रेडिक्ट करने में। और दुख की बात यह है कि तलाक की तरह कैंसर भी एपिडेमिक होने जा रहा है और 2030 तक ये बहुत बड़ी समस्या बनके उभरेगा। अगर इसका इलाज ना ढूंढा गया तो आबादियां खत्म हो जाएंगी। ज्योतिष जब शुरुआत हुई या जिस काल में शुरू हुआ उस वक्त तो घड़ियां थी ही नहीं। फिर घड़ियों का आज ज्योतिष में महत्व कैसे है? आपने भी दो पहनी है। जी वो घड़ी यह तो मेरा मैंने कहा मैनिफेस्टेशन इससे मैं रेमेडी करता हूं। यह मैं लोगों को बकायदा सर्विस देता हूं कि आप ये घड़ी पहनिए। देखिए आप जब आप पुरानी कुंडली अपनी बनी बनाई पढ़ेंगे। निश्चित तौर पे कोई पंडित जी बनाए होंगे तो उसमें लिखा रहता घटी पली घटी प घटी पल इतना घट इतना मिनट इतना ये इतना तो घड़ियां थी कि नहीं थी जब हमारे हमारे सारे पंचांग कब के पंचांग ये पूरी की पूरी जानकारी रखते थे तो फिर घड़ी के तो सवाल ही नहीं उठता घड़ी तो मैं कह सकता हूं कि उन्हीं से बनी दूसरी अभी आपने इसकी बात करी है की घड़ियां नहीं थी। तो मैं एक एक शिव पुराण है और दो एक और पुराण है। गंगा के अवतरण का उल्लेख आता है उसमें। अब बताइए घड़ी नहीं थी तब भी इतनी बड़ी उस वक्त की कैलकुलेशन क्या है? तो इनके भगवान राम के पूर्वजों में एक राजा थे। उनके दो बच्चे थे और दो पत्नियां थी। एक पत्नी से सिर्फ एक बच्चे असमंजस नाम था उनका और दूसरे से 60 हज़ार अभी पुराण में लिखा कम हो सकता है ज्यादा हो सकता है। वो लोग बहुत ये 60 हजार बड़े उत्पाती थे। तो 60 हज़ार नाम था। नहीं 60 हजार बच्चे उनके 60 एग्जगरेटेड हो सकता है पुराणों की पुराणों की काउंटिंग अलग हो सकती है जैसे जैसे कलयुग को बताया गया इतने लाख साल तो मेरा अपना मानना है कि 6 7000 का एक युग होता है कलयुग हो सतयुग हो त्रेता हो तो वो लोग क्या हुआ कि महाराज शायद रघु थे या कौन थे उन्होंने 100 अश्वमेघ की सोची कि मैं 100 अश्वमेघ यज्ञ कराया और रिक है इससे ज्यादा कोई नहीं कराया तो 100वां अश्वमेयिक करा रहे थे तो इंद्र को दिक्कत हुई जानते ही पूरी पूरी कहानी कि मेरा मेरा मेरा सिंहासन चला जाएगा तो इंद्र ने वह घोड़ा जहां जा रहा था उसको ले जाकर कपिल मुनि के आश्रम में बांध दिया वही कपिल मुनि जो सांख्य दर्शन कपिल मुनि के आश्रम में बांध दिया ये पहुंचे इन्होंने कहा कि यही कपिल मुनि ने ही घोड़ा बांधा है क्योंकि पिताजी ने इनको प्रणाम नहीं किया था वो लोग क्या किए कि आश्रम को जला बला दिए। तो जब उन्होंने आंखें खोली कपिल मुनि ने तो उन सबको श्राप दे दिया। वो सब खत्म हो गया। तो फिर जो उनके बाद के थे उन्होंने कहा इनका कैसे उद्धार होगा? तो उन्होंने कहा कि स्वर्ग में एक नदी है गंगा। गंगा को पृथ्वी पर लाइए तभी इनका उद्धार होगा। उन्होंने कहा यह कैसे होगा? तो उन्होंने जो भी तरीके बताए तो कई लोग हैं स्वर्ग लोक है, ब्रह्मलोक है दुनिया भर का। तो वो मल्टीवरिवर्स हैं। तो गंगा उसी किसी मल्टीवरिवर्स में थी। और एक चीज मैं और भी बता दूं। एक जैसे एक नदी है तो उसका मानवीय रूप भी होता है। कहते मां गंगा विश्व गंगा पुत्र भीष्म तो उनका मानवीय रूप भी होता है और यह अयोध्या के एक संत को मैं जानता था वो नहीं है। वो सरयू मां का दर्शन करते थे। इस पर एक बुक भी है। मैं कोट नहीं कर पा रहा हूं। कौन सी बुक है। वह उस बुक में पूरा का पूरा दिया गया है। कैसे मानवीय फॉर्म होता है? कैसे वो जैसे ग्रहों का है रावण नौ ग्रहों को रखता था और शनि को पैर के नीचे। अब बताइए शनि कितना लंबा चौड़ा है। तो जो उनका जो मानवीय रूप है जो दैवीय रूप है उसको वो पैर पे रखता था। तो जब वहां पर गए इन्होंने तो गंगा को जब लेने गए भागीरथी जी वहां तक पहुंचे तो उन्होंने कहा कि मैं मेरा वेग पृथ्वी नहीं सह पाएगी तो यहां पे कोई भी क्रेटर जब गिरता है एक बार गिरा भी था तो वो पूरा का पूरा 100 150 साल तक धुआं उठता रहा और उसी समय हमारे जो ये डायनासोर थे खत्म हुए उसके बाद फिर वो वो लोग आए हम लोग आए तो उन्होंने कहा कि ये वेग कौन सा पाएगा तो वो यह हुआ कि भगवान शंकर की जटाओं के थ्रू जटाओं मतलब कुछ वहां के बड़े-बड़े जो पहाड़ है वहां पे और ऐसे मैं आऊंगी और वहां पहले मैं ग्लेशियर पे गिरूंगी पहाड़ पे फिर इसके बाद मैं पहुंचूंगी लेकिन इस बीच बृहस्पति जो पांच ग्रह हैं देखिए ज्योतिष में नौ ग्रह होते हैं। लेकिन नौ में दो राहु केतु हैं जो कि नोट्स हैं। लेकिन उस उनको ब्लैक होल भी माना जाता है। उनका कोई फिजिकल अपीयरेंस नहीं है। सूर्य चंद्रमा ग्रह नहीं है। सूर्य तारा है और चंद्रमा जो है हम ये है उपग्रह है। तो बाकी बचे कौन? बृहस्पति, शनि, शुक्र, मंगल और बुध। ये कहा गया कि जब गंगा वहां से आ रही थी तो एक तो होता है कि डायरेक्ट मोशन होता है। और एक होता है वक्री गति होती है। लेकिन एक होता है स्टैटिक। एक-एक ग्रह जैसे मंगल है दो-दो चार-चार साल में ये छ महीना एक ही ग्रह में एक ही राशि में पड़ा रहता है। तो लिखा गया है कि बृहस्पति और शनि ये स्टेशनरी हो गए। मतलब इनकी जो स्पीड है वो बहुत कम हो गई। बहुत धीमे-धीमे चलने लगे। तब जाके गंगा पृथ्वी पर आई। और उसके बाद उद्धार हुआ उन लोगों का। इसीलिए कभी-कभी कहते हैं कि गंगा सूख सकती है। यह वो क्योंकि गंगा मूल रूप से तो यह धरती का है नहीं। और अभी को आपको बताऊं एक जो यहां से रशिया से जो छोड़ा गया है उपग्रह उसने सेटेलाइट ने बताया कि एक ऐसा ग्रह है जिसमें सिर्फ पानी है सिर्फ पानी और पृथ्वी का हजार करोड़ हजारों गुना या करोड़ों गुना पानी है। अब सोचिए कि तो हो कुछ लोग अस्यूम करते हैं कि शायद वही शीर्ष शीर सागर हो। काफी मेरे सर के ऊपर से जाने वाली बातें हैं। लेकिन इंटरेस्टिंग बातें हैं। एक सरल सवाल पूछता हूं मैं। ज्योतिष में आजकल तमाम ज्योतिष जो हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर काफी टिप्पणी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर ज्योतिष प्रेडिक्शन दे रहे हैं। आपका क्या प्रेडिक्शन है? देखिए जो लोग प्रेडिक्शन दे रहे हैं मैं उनमें से कई लोगों को जानता हूं कि एक साल पहले कह रहे थे 2030 तक चलेंगे। मैक्सिमम लोगों की यह कहानी है। मैं 2020 से कह रहा हूं कि मोदी जी का औररा आभामंडल घट रहा है। वो जीते भी तो आभामंडल घट के और आजकल एक मतलब अमेरिका ठीक भी कितनी भी बड़ी पावर है। एक बच्चे की तरह हमको डांट रहा है। टेररिफ बंद कर दूंगा। मेरा अपमान हुआ है। रोज सुबह उठके उनका कोई अधिकारी ये सब कह देता है। मोदी जी के लिए समय सही नहीं है। यह कार्यकाल नहीं पूरा कर पाएंगे अपना 100% एक इनको झटका नवंबर तक है। बट आई एम नॉट श्योर कि इसमें इनको ये चले ही जाए। पर हां नवंबर तक का इनका समय थोड़ा सा गड़बड़ है। और जो मैं नाड़ी ज्योतिष यूज़ करता हूं उसमें उसमें गोचर नहीं होता। प्रोग्रेशन होता है तो वह केतु टच कर रहा है वहां पे और जाके जो सामान्य ज्योतिष है वहां भी केतु टच कर रहा है तो थोड़ा सा खतरा नवंबर तक है लेकिन ये 27 तो नहीं क्रॉस कर पाएंगे उसके बाद उसके बाद भी समय बहुत अच्छा नहीं है हटने के बाद भी आप ये कह रहे हो कि 27 के बाद वो प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे आपके हिसाब से नहीं नहीं बिल्कुल नहीं रहेंगे 2029 वो पूरा नहीं करेंगे सवाल ही नहीं उठता साल डेढ़ साल बाकी है लोग आपके पीछे पड़ जाएंगे नहीं नहीं पीछे तो पड़े हैं क्या करें मतलब आज से तो मैं कह नहीं रहा हूं इसको बट अगर यह गड़बड़ हुआ तो आपकी पूरी जीवन की जो विद्या है उस पर सवाल खड़ा हो जाएगा। देखिए हानि लाभ जीवन मरण यश अपयश विधात तो भरत जी से आपके वशिष्ठ जी कहते हैं यह बात तो अगर हमको अपयश लिखा होगा तो एक भविष्यवाणी गलत होने से कोई बहुत बड़ी बात नहीं होती। हमारे गुरु जी की पता नहीं कितनी भविष्यवाणियां गलत हुई। एडमिट कर लेना चाहिए। उसको यह नहीं कहना चाहिए कि बट ये बहुत बोल्ड भविष्यवाणी इसलिए मैं कह रहा हूं। हां हां बोल्ड जैसे आपने दो भविष्यवाणी बड़ी बोल्ड कर दी। एक शाहरुख सलमान की डेथ हो जाएगी 67 तक मोदी जी चले जाएंगे 2027 तक। हां मोदी जी ये कार्यकाल नहीं पूरा कर पाएंगे। और भी कुछ मैं भविष्यवाणी करना चाहता हूं। लेकिन फिर वही होगा कि लोग मुझे समझाए हैं कि मतलब मत बोला करो क्योंकि सूर्य कमजोर होता है ज्यादा बोलने से। लेकिन एक भविष्यवाणी ये है मेरी हम कि ये जो दिल्ली है हम अगर इसको आप जब से दिल्ली अस्तित्व में आई चाहे वो महाभारत काल से किसी एक का ऐसा कोई एक ऐसा सिस्टम बता दीजिए कोई ऐसा राजवंश या मुगलिया सल्तनत बता दीजिए जो 100 साल पूरा किया हो अंग्रेज नहीं नहीं कर पाए 100 साल नहीं पूरा कर पाए दिल्ली पर खासकर अगर कहा है तो वह पहले उनका तो टुकड़ों-टुकड़ों में राज किया ना उन्होंने कोलकाता मेन था उनका उसके पहले हेमु पृथ्वीराज चौहान मोहम्मद गोरी औरंगजेब ये जितने सुल्तान या बहादुर शाह जफर वगैरह ये सब इनके बाद अंग्रेज आए तो 100 साल ट्रूली नहीं हुआ तो मुझे यह भी शक है कि वर्तमान स्वरूप की सरकारें आने वाले समय तक रहे इसमें संदेह है क्योंकि मैं भविष्य मालिका को पूरा तो नहीं मानता लेकिन उसमें कुछ उसके कुछ तो बहुत फ्रॉड है जो पूरा कथा चंदा कथा कर रहे हैं पैसा ले रहे हैं मैं नाम नहीं लूंगा समझ जाएंगे लोग वो भविष्य मालिका के नाम पे पहले अपने बच्चे को घोषित कर दिया कि यही कल की लेकिन एक कुछ एक और लोग हैं वो मतलब मैं उनका बड़ा सम्मान करता हूं बुजुर्ग लोग हैं और उनको ज्योतिष नहीं आती उनकी बुक में लिखे तो बड़ा क्योंकि भविष्य मालिका को उन्होंने ओरिया से हिंदी में अह कन्वर्ट करवाया किसी तरह ज्योतिष नहीं आती। तो उसमें एक जगह लिखा गया मीन राशि में शनि हो और वक्री हो तो इस समय मीन राशि में शनि है वक्री है। तो ऐसा तो तो ये पक्का है कि एक साल के भीतर बहुत बड़ी-बड़ी घटनाएं होंगी। मतलब कहीं-कहीं तो 180° घूम जाएगी राजनीति। राहुल गांधी की कुंडली क्या कहती है? हां, राहुल गांधी की कुंडली हर तरह से स्ट्रांग है। बहुत बढ़िया कुंडली है। यह सरकारें बनवा सकते हैं। खुद बन सकते हैं। प्रधानमंत्री मैं बता रहा हूं सरकारें बनवा सकते हैं। अपोजिशन की गवर्नमेंट ला सकते हैं। लेकिन खुद सांसद के अलावा कुछ नहीं बन सकते। राहुल गांधी के युग में प्रधानमंत्री बन नहीं लिखा है। नहीं राहुल गांधी में भी नहीं है। प्रियंका गांधी में भी नहीं है। प्रियंका के बच्चों में भी नहीं है। उनके बच्चों में भी नहीं होगा। आने वाले हजार वर्ष तक अगर जैसा लोकतंत्र अगर इस तरह का रहा भी तो कोई नहीं बनेगा। वो एक पहला तो मैं कुंडलियां देख के बता रहा हूं इन दोनों लोगों की राहुल जी और प्रियंका जी की। दूसरा इन पर बड़े-बड़े श्राप हैं। उन श्रापों का भी कारण है। श्राप कैसे मतलब? श्राप इंदिरा जी अगर आपने सुना होगा मैं संतों में बहुत कम संतों को मैं पूरा परखता हूं तभी मानता हूं। तो मुझे कर्पात्री जी कलयुग के बहुत बड़े संत लगते हैं। तो करपात्री जी गौ हत्या गौ के खिलाफ अगेंस्ट बहुत ज्यादा उन्होंने किया था। तो वहां पर गोलीवोली चली थी तो इन्होंने कहा था कि मैं श्राप देता हूं कि तुम्हारे खानदान का कोई आदमी अपनी मौत नहीं मरेगा और तुम स्वयं नहीं मरोगे। इंदिरा जी मतलब यह तो हर जगह आप कहेंगे तो मिलेगी। तो मेरे गुरु जी ने भी किसी से पूछा था किसी संत से तो उन्होंने बताया था कि अब इस खानदान में कोई गद्दी पर नहीं बैठ पाएगा। दूसरा एक और कहानी है वह थोड़ा ज्यादा इंटरेस्टिंग है। नेपाल तंत्र का बहुत बड़ा क्षेत्र है। नेपाल से नेहरू जी को नेहरू जी भी ज्योतिष को मानते थे। इसके बहुत सारे प्रूफ है जो कि एक पडकास्ट में संभव नहीं है। तो उन्होंने एक लेटर उनका एक लेटर तो है कहीं पे। उन्होंने कहा था कि जल्दी से राजीव की कुंडली बनवा लो। तो अह यहां पे नेपाल से एक पेयर मूर्ति की आई कि इसे अपने घर में रखे रहिए। जब तक ये मूर्ति है आपके यहां लोग सदा सुहागन रहेंगे जो भी पेयर्स होंगे और और लोग गद्दियों पर बैठते रहेंगे। तो राजीव गांधी जी के समय उन्हीं के एक मित्र प्लीज नाम मत पूछिएगा। हम बॉलीवुड से रिलेटेड हैं। आते जाते थे तो उस मूर्ति की कहानी उन्होंने सुनी थी। पर पूरी कहानी क्या है? नहीं सुनी थी कि पेयर में ये समृद्धि देगी पेयर में और ये इन्हीं को काम आ सकती है। तो उन्होंने चुपके से एक मूर्ति चोरी करना तो नहीं है। उन्होंने उड़ा दी उन्होंने। अब उन्होंने इनके काम आए ना इनके काम आए। उस मूर्ति के बाद वहां से जब वह पेयर एक एक मूर्ति बची तो राजीव जी की डेथ हुई। कई लोग यह भी कहते हैं कि राहुल गांधी ने शायद विवाह भी इसी चीजों के कारण नहीं किया। क्योंकि ऐसा नहीं है कि ज्योतिष लोग नहीं मानते। सबके टेस्ट अलग-अलग हैं। प्रियंका आपके देवरिया में रावण संिता जब ये खोजने गए थे राहुल गांधी अपना भाग्य खोजने। जो कि वहां पर कुछ नहीं है। ऐसे ही है। तो मुझे उस वक्त सूचना मिल गई थी। प्रियंका जी का तो मैं नहीं जानता। तो प्रियंका जी को एक ज्योति चीज जो मतलब ऐसे ही बस इन्वेस्ट इन्वेस्टर हैं। एक दूसरे चैनल में एक चैनल में इन्वेस्टर हैं। एक वो काफी चर्चित YouTube चैनल है। पॉलिटिकल है एंटी बीजेपी। तो उसमें वो उनकी एक ही होडिंग हेडिंग होती है संडे को। इस ज्योतिषी ने गजब बोला नहीं रहेंगे मोदी नहीं रहेंगे यह नहीं रहेंगे लखनऊ चलता है जी तो उसके बाद वो बेसिकली वो ज्योतिष नहीं करते मजाक करते हैं ऐसा नहीं बोलना चाहिए मतलब रोज आप बोल रहे हैं और रोज जा रहे तो उससे उन्होंने पीएम वाली खबरें ऐसी होती है ना जी पीएम में ऐसी ही खबरें चलती हैं और अवध की शाम भी अच्छी अच्छी होती है। तो वहां पे क्या हुआ कि उनको देख के प्रियंका जी ने बुलवा लिया उनको। तो मतलब मैं सोचता हूं मैं सोचता हूं कि लोगों का जीके इतना मजबूत है। अध्यात्म ज्योतिष इन सब मामलों में इतने कमजोर है उनको मालूम नहीं कि कौन चीज क्या कर सकता है। लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन क्या होता है और मैनिफेस्टेशन कैसे काम करता है। हां लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन ये सांख्य दर्शन और योग जो पतंजलि के दर्शन पर बेस्ड है। हम यह सारा का सारा जो पहली बुक आई थी बॉब प्रॉक्टर से पहले कैसे बने अमीर या क्या करके बुक थी हम जब हम लोग जाते थे तो ये व्हीलर की बुक रेलवे स्टेशंस पे बचपन में लगी रहती थी हम तब तो नहीं ध्यान देते थे तब मजाक समझते थे काश उस वक्त इन सब चीजों को पढ़ लिए होते तो इन लोगों ने इनको पढ़ा खूब जब जबरदस्त और सबसे बड़ा मैं एक आपको बात बताता हूं जॉर्ज बर्नाड शाह कहते हैं जो आप बनना चाहते हैं वह सोचिए एक दिन आप वह बन जाएंगे। तो जब मैं सिविल की तैयारी करता था तो अपने डायरी में लिखा था। बाद में कहा यह तो पतंजलि का कोट है। पतंजलि का ये वहां से लिया गया। पतंजलि दर्शन इतना मतलब उच्च स्तर का है। उसी पर वो फिल्म भी बनी थी। मैं नाम भूल गया मैं और बहुत चर्चित हुई थी। द मैट्रिक्स है या मैट्रिक्स थी कोई और थी। तो उसमें है पतंजलि दर्शन में एक जगह आता है कि आप ऐसा ध्यान ध्यान की प्रैक्टिस करिए कि सोते समय अपने जेब में से रुमाल निकाल के एक जगह रख लें ध्यानस्थ अवस्था में तो लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन यह है कि मतलब सिंपल भाषा में कि अगर आपके दिमाग में जुनून में आपके आप ही में कहते हैं नहीं आपे से बाहर मत आओ आप ही में रहो या बहुत चीप लैंग्वेज में औकात में रहो तो यह है कि आदमी के दिमाग में अगर पैसा पैसा पैसा पैसा और यह पॉजिटिव तरीके से सोच रहा है तो वही लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन है। वही मैनिफ़ेस्टेशन है। और वास्तु के जो उपाय होते हैं कि जैसे एक मैं आपको बताऊं अह वेस्ट साउथ वेस्ट वेस्ट साउथ वेस्ट में अगर आप अह एक गांव की पेंटिंग लगाते हैं तो आपको प्रॉपर्टी मिलेगी। और वेस्ट में लगाते हैं तो नई प्रॉपर्टी आप खरीद लेंगे या बेचेंगे। यह उपाय जब मैं पहले शुरू किया तो मैं मैं उसको उस समय तक उतना ज्यादा प्रभावित नहीं था। अब मैं लॉ ऑफ अट्रैक्शन का कोई भी चीज यूज़ करता हूं तो मुझे 5 दिन में काम कर जाता है वो। हम तो उसमें रमना पड़ता है। तो इसके लिए मैं लोगों को कहूंगा कि आप या तो पतंजलि को पढ़िए जो कि बड़ा मुश्किल है। सांख्य दर्शन इतना मुश्किल है कि उसे उसे यूपीएससी से हटा देना पड़ा अज्ञेय की तरह। तो भारत यह रहा। लेकिन वो पश्चिम वाले ले गए तो बॉ प्रक्टर वगैरह को पढ़िए। जैसे इस घड़ी में क्या है? सोलर है। आप गवर्नमेंट से जुड़े रहेंगे। आपको आपकी प्रोटेक्शन रहेगी। सूर्य मतलब भगवान राम मतलब आपको उनका उनका शौर्य मिलता रहेगा। भगवान राम जी मतलब अगर सबसे ज्यादा वध किया है किसी ने गलत आदमियों का तो उन्होंने किया है। वो पहले दोनों हाथ काटते थे। फिर पैर काटते थे फिर गला काट देते थे। और सबसे ये कहां पढ़ा आपने? ये मतलब ये हमने नहीं पढ़ा इसलिए पूछ रहा हूं मैं। क्या चीज़ कि भगवान राम पहले हाथ काटते थे, फिर गला काटते थे। यह तो आपने अगर सीरियल देखा होगा तो सीरियल में है सबसे पहले जब वो मां सीता के साथ वनवास में उन्हें पहला राक्षस मिलता है। पहला राक्षस सीरियल तो चले तो नहीं नहीं मैं वाल्मीकि रामायण की बात कर रहा हूं। वाल्मीकि रामायण मैं उसके अलावा कोई कोट नहीं करता। मैं तुलसीदास को एक भक्त की गान गायन मानता हूं कि उन्होंने उनके प्रेज में लेकिन वशिष्ठ वो जो वाल्मीकि थे वो तो एक तरह से गुरु थे। भगवान राम को उन्होंने कहीं प्रभु नहीं कहा है। हम विष्णु जी का वो माना है लेकिन मिलने पर प्रभु नहीं संबोधित किया है। तो वो राक्षस मिलता है और कहता है कि अपनी पत्नी को छोड़ के तुम दोनों लोग यहां से चले जाओ। तो भगवान राम उनको समझाते समझाते हैं और बहुत भीम का है शरीर। तो उन्होंने जो शक्तियां प्राप्त की थी पहले तो वशिष्ठ जी से मिली थी तो उस वक्त उनको 80% शस्त्र ज्ञान हो चुका था तो विश्वामित्र वाला जो प्रयोग था उन्होंने किया तो उसमें है कि दोनों हाथ काटे उसके फिर उन्होंने पैर काटे फिर सर काटा तो वो और फिर उसके बाद जब 14,000 राक्षसों का यह मारते हैं और एक बुक भी है वन एरो एंड 14ाउ किल्स करके ऐसे करके तो ये भी वाल्मीकि रामायण में है। वाल्मीकि रामायण में बहुत चीजें बहुत कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो हमने इस तरह नहीं पढ़ा है तो हम इसको आपके ऊपर छोड़ देते हैं। जो आप कह रहे हैं आपका कोर्ट है। हां मेरा मेरा कोट है मतलब जिसको पढ़ना है वो वाल्मीकि रामायण में है। वो मतलब तो उसमें 14,000 लोगों को वहां पे उन्होंने मारा था। और उसमें ये भी दिखाते हैं कि उनके जो जूते हैं उनके जो दस्ताने होते थे कोहे वो शब्द यूज़ किया। कोहे के दस्ताने चमड़ी के दस्ताने तो उसमें पोरों में खून लगे रहते थे। यह वाल्मीकि रामायण में इतना ज्यादा वो संहार करना पड़ता था उनको कि उनके पोरों में हमेशा खून लगे रहते थे। अब जब आदि पुरुष निकली तो बड़ा विरोध हुआ कि इनको जूता पहने दिखाया गया। जब चमड़ी का दस्ताना पहन सकते हैं तो जूता भी पहने होंगे। मतलब इस तरह मतलब एक योद्धा लड़ाई लड़ेगा ना। जब वो वहां पर युद्ध करने गए हैं तो उनको पहनना पड़ेगा वह सारी चीजें। मतलब मैं इसको आप पर छोड़ देता हूं। वेस्टर्न एस्ट्रोलॉजी इंडियन एस्ट्रोलॉजी में क्या अंतर है? देखिए वेस्टर्न एस्ट्रोलॉजी सिर्फ और सिर्फ आपका कैरेक्टरिस्टिक बताता है। कल क्या होगा? कल आपके मन में क्या आएगा? विचार क्या होगा? ये चीजें इंडियन एस्ट्रोलॉजी जो वास्तविक है वह भविष्य बताती है। हम लेकिन वेस्ट में भी अब वेस्टर्न एस्ट्रोलॉजी कम चल रही है और इंडियन एस्ट्रोलॉजी वहां पर ज्यादा चल रही है और वह भी गुरुदेव के एन राव सर की की जो थ्योरी है पद्धति है वो सबसे ज्यादा आपको के एन राव सर की बुक्स अमेरिका में बिकती मिलेंगी उनकी मैगजीन जनरल ऑफ़ एस्ट्रोलॉजी वहां ज्यादा मिलेगी तो वेस्टर्न सिर्फ एक कैरेक्टरिस्टिक्स बताता है हिंदूइज़्म के अलावा कोई और धर्म भी है जहां पर एस्ट्रोलॉजी को इतना प्रायोरिटी दी जाती है ये जो हमारी जो ज्योतिष है ये पूरी की पूरी हम हिंदूइज़्म को ही नहीं मान सकते क्योंकि वाल्मीकि रामायण में ग्रहों का सिर्फ दिया गया है छोटा सा कि भगवान इस ये जगह उच्च के थे इतने ग्रह नीच के थे तब की ज्योतिष मतलब एस्ट्रोनॉमी तो खूब बढ़िया थी खूब प्लेनेट्स वगैरह के बारे में लेकिन प्रिडिक्टिव ज्योतिष उतनी अच्छी नहीं तो हमारी ज्योतिष तो यहां से अह ये जो पुरानी सभ्यताएं हैं माया सभ्यता यहां से यहां सब से भी ये बहुत सारी चीजें आई हैं। जैसे वर्ष कुंडली हमारी नहीं थी उनकी थी। उसमें इस्तताल और ऐसे-से शब्दों का यूज़ होता है जो हमारा नहीं है। पर्शियन वर्ड्स का यूज़ होता है। क्या ज्योतिष जो है या कुंडली और हस्तरेखा दोनों का एक ही तरह मिलान है। हां। जो जो हस्तरेखा में भी अब तो बहुत कम लोग बचे। हस्तरेखा उतना ही प्रेडिक्ट कर सकती है जितना ज्योतिष करती है। हम ओके वे कहते हैं कि कुंडली कभी नहीं बदलती है लेकिन हस्तरेखा जो है वो कर्मों के हिसाब से बदलती रहती है। कर्मों के हिसाब से कुछ नहीं बदलता। मैं रिपीट कर रहा हूं। कर्मों के हिसाब से कुछ नहीं बदलता। ज्योतिष के हिसाब से आदमी के कर्म बदलते रहते हैं। इसका सबसे बड़ा एग्जांपल मैं गीता के देखिए जो भगवत गीता लोग पढ़ते हैं ना कोई अच्छी बुक नहीं कौन सी बुक से पढ़ाया जाए बताइए तो एक मैं पब्लिक को मतलब दर्शकों को भी बताना चाहूंगा एक साल बंकर करके हैं कई सीरीज में गीता है उनकी तो भगवान कृष्ण जब उपदेश देते हैं कि तो लोग कहते हैं उन्होंने कहा है कर्म करो फल की चिंता मत करो हम ऐसा उन्होंने नहीं कहा है उन्होंने कहा है कर्म करो पर फल मैं दूंगा फल मैं दूंगा। चिंता मत करो। क्यों चिंता कोई चिंता क्यों नहीं करेगा? उन्होंने कहा कर्म करो। फल मेरे ऊपर छोड़ दो। साफ-साफ है। फल मेरे ऊपर छोड़ दो। मतलब आप अमरूद का कर्म कर रहे हैं तो आपको आम मिल सकता है। एकदम क्लियर है। इसमें भगवत गीता बिल्कुल स्पष्ट है कि आप जो कर्म कर रहे हैं। मैं सिविल सर्विज की प्रिपरेशन कर रहा था। इंटरव्यू तक गया। कई लोग चार-चार इंटरव्यू तक गए। लेकिन आके फिर दूसरा काम कर रहे हैं। मैं ज्योतिषी हूं। तो और जैसे किसी को कुछ मिलना है अचानक उसकी उसका पूरा का पूरा ट्रैक पूरा पैटर्न बदल जाएगा। हम जैसे कि आपने सुना ये आदमी ये कर रहा था अचानक वो बन गया। ज्यादा ज्यादातर लोग बहुत बहुत कोई थे। एक चीज मुझे इनके जैकी श्राव जी के घर से पता चली। उसके पहले मैं नहीं जानता था। उनकी वाइफ आशा जी ने कहा कि मेरे फादर इन लॉ बहुत बड़े ज्योतिषी थे और उन्होंने कहा था कि अपने बच्चे मतलब जयकी जी के भाई को कि इसकी उम्र 17 साल है और उस विशेष दिन जब वो डूब गए तो उन्होंने कहा था कि आप जो है ये इसको बाहर मत निकलने देना डूब गए और उन्होंने वो और ध्रुव भाई साथ-साथ मतलब ये ज्योतिषी थे और वो काम करते थे तो उनकी जब वो बता रही थी तो मुझे नहीं मालूम कि इनका पेशा ज्योतिष था। मैंने सोचा कि शौकिया होंगे। तो फिर बताया कि उन्होंने कहा कि बहुत बड़ा आदमी तो बनेगा धीरूभाई को धीरूभाई अंबानी को तो फिर जब मैं लौट के आया तो मैं मेरी सिस्टर बताने लगी ये सारी चीजें कि ये तो जैकी श्रॉफ जी ने अपने इंटरव्यू में सब बताया है कि उनका घर ज्योतिष से चलता था। हम उनका घर ज्योतिष है। जिस भी चाल में रहते हो जहां रहते हो। लेकिन अब उनकी उस जमाने में वो सब उनके कपड़ेपड़े दिखे तो एक वेल अच्छे लोग थे। मतलब मतलब ठीक-ठाक थे। इतने गरीब नहीं थे जैसा बताया जाता है। आप अक्सर परफ्यूम, घड़ी और पर्सनल ओरा की बात करते हैं। हां जी। इनका क्या इंपैक्ट होता है? परफ्यूम परफ्यूम आदमी को महकते रहना चाहिए। मेरा यह मानना है और घड़ी की बात घड़ी अ जैसे आपको जिस तरह का रिक्वायरमेंट है उस तरह की घड़ी पहने तो वह मैनिफेस्ट होती रहेगी और अपने अपने कपड़े पर और चीजों पर ध्यान देने से जैसे क्लटर्स है घर में अगर चीजें बिखरी हुई है ठीक नहीं है या आप किसी होटल में जाते ही आपका दिमाग क्यों बिल्कुल एकदम चेंज हो जाता है होटल में जाते ही एकदम लगता है हां हां ठीक है घर घर पे क्या है? कुछ चीजें स्कैटर्ड है। इधर-उधर फैली हुई है। सब क्लटर बॉ प्रक्टर खुद ही कहते हैं कि अपनी घर की चीजों को सही तरीके से रख दीजिए। क्लटर्स हटा दीजिए तो आधा काम तो आपका वहीं हो गया। ठीक हो जाएगा। तो मैनिफेस्टेशन यही है कि पॉजिटिव धन के बारे में सोें और सोचे ही ना महसूस करें कि मुझे धन मिल रहा है। जब आप पूरा उसमें रम जाएंगे, महसूस करेंगे और अगर आप 24 घंटा ये करें लगता नहीं कि काम होगा। तो नहीं शब्द को ही नहीं यूज़ करना है। दूसरे शब्द में उसको बोलना है। नो नहीं करना है। और किसी चीज को मुश्किल नहीं मानना है। मुश्किल नहीं मानना है कि ये नहीं हो सकता। अरे मैं कैसे ये कर सकता हूं? एक जैसे अभी आपने कहा कि कर्म के हिसाब से ज्योतिष नहीं बदलता। ज्योतिष के हिसाब से कर्म बदल जाते हैं। तो अगर ज्योतिष में लिखा है कि हादसा होना है तो फिर ज्योतिषी के पास जाने का मतलब क्या है? अगर ये लिखा है कि ये समय बुरा आने वाला है तो फिर ज्योतिषी क्या कर पाएगा? दो चीजें हैं। बिल्कुल सही है। इसका मैं ईमानदारी से जवाब दूंगा। ज्योतिषी के पास लोग क्यूरियोसिटी के लिए जाते हैं। अपना भविष्य क्यूरियोसिटी बस जानना चाहते हैं कि कल क्या होगा यह जानने के लिए इंसान शुरू से उत्सुकता जब वो पहली बार वो जलाया आग निकला पत्थर से तो उत्सुकता मानवीय प्रवृत्ति है और वो जानना चाहता है उसीलिए वह पैसे देता है। दूसरा एक मैं घटना सुनाऊंगा अह कि कुछ मंत्रों आदि से थोड़ा सा मॉडिफिकेशन होता है। जैसे मान लीजिए किसी को भयंकर कष्ट हो यह मैं अपने गुरु की थ्योरी बता रहा हूं। इसमें मैं उन्हीं को फॉलो कर रहा हूं। तो जैसे भयंकर कोई कष्ट होने वाला हो तो कम हो जाए। जैसे एक इंजीनियर थे तो गुरु जी के यहां बैठे रहते थे वो हमेशा तो कम एज थी तो अंकल मेरी कुंडली देख लो देख लो। तो सर की आदत थी वो तब भी कुंडली वंडनी नहीं देखते थे किसी की। सिर्फ रिसर्च करते थे और बड़े-बड़े लोग लाइन लगाए। वो मतलब नहीं दिखा पाए। एक से एक सेलिब्रिटी उस जमाने के तो जब वो अपने रूम में गए खानावाना खा के तो फैन चल रहा था वो पन्ना पलटा डायरी रखते थे बड़े-बड़े रजिस्टर उसमें उनकी कुंडली खुल गई उन्होंने देख लिया इस पर तो गड़बड़ होने उन्होंने बता दिया सबको जितने लोग हैं कि इसके नाम से मामितुंज जाप शुरू कर दो जहां जो बैठा है खड़ा है जैसे भी चलता रहे तो होता क्या है कि उस इंजीनियर थे सीमेंट फैक्ट्री में वो सब लगा के खड़े थे उनके ऊपर 200 या 250 ये बुक में मेंशन है बुरी सीमेंट गिरती है और वह यूं गिरती है। उसके नीचे वो रहते हैं। ऐसे आज भी वो हैं आज तो 65 साल उनकी उम्र और भी होगी। तो यह है ईश्वर की कृपा। वो घटना आते-आते। लेकिन यह सब ऐसे नहीं है कि महामृत्युंजय मंत्र तो उनका है। लेकिन देवी देवताओं का अगर आप मंत्र-मंत्र करेंगे तो फिर उनका गुस्सा सहने के लिए भी तैयार रहिए। हम हां वो एक्सपेक्ट करते हैं देवताओं का जैसे छोटे लेवल के देवताओं उनसे बड़े हुए। उनसे बड़े हुए। आपने पता चला किसी यक्षणी की सिद्धि कर ली। अब आप या यक्ष की सिद्धि कर ली। अब आप उसकी चीजों को नहीं कर रहे हैं, नहीं प्रोवाइड कर रहे हैं तो वो हमला कर देगा। ओके। जैसा आप बॉलीवुड बहुत कवर करते हैं। जी। कई लोगों से मिलते जुलते रहते हैं। अगर एक प्रेडिक्शन देना हो कि बॉलीवुड में इनका तलाक हो जाएगा। बॉलीवुड में तो बहुत सारे तलाक होने वाले हैं। और एक तलाक कैटरीना का है। कैटरीना का है। उनका तो बड़ा अच्छा चल रहा है। नहीं बड़ा अच्छा चल रहा है। मैं मैं मुझे क्या मालूम अच्छा चल रहा है। मैं तो नहीं मिला उनसे पर कैटरीना का तलाक है और कैसे कह रहे हो आप? कैटरीना तलाक है। वो स्पष्ट कुंडली बोलती है। आपने कैटरीना कुंडली पढ़ी है? हमें जो मेरी ज्योतिष है एकदम आपने सही सवाल किया जो तलाक के लिए मुझे बर्थ टाइम की जरूरत नहीं है उस दिन की किसी भी टाइम पे मैं कुंडली बता बना दूंगा तो तलाक पता चल जाएगा और भी लोगों का है मतलब जो पॉजिटिव है वो शायद किियारा आडवाणी और उनका देखा था मैंने वो अच्छा था बाकी तो पुरानी पुरानी कुंडलियों में ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन की शादी चल जाए तो ये भी बहुत बड़ी बात होगी। आपने चाहे जितना कैटरीना कैसे कैटरीना का सब अच्छा चल रहा है। खुश हैं दोनों परिवार खुश है। अभिषेक बच्चन भी तो खुश है इस समय। अभी आपने याद उनकी तो खबर आती रहती है अभिषेक की। तो कैटरीना को तो सब हैप्पी चल रहा है। जी ये बड़ा कंट्रोवर्शियल आप जी। देखिए कंट्रोवर्शियल में तो आलोचना मिलती है। है ना? और कैटरीना जब से सिंदूरंदर लगा के भारतीय नारी की तरह हो गई तो इंडिया वाले तो मतलब उन्हें सीता जी से भी ज्यादा प्रेम करने लेकिन मेरा काम है आपने पूछा तो मैं बताऊंगा। अच्छा इसमें एक क्रॉस क्वेश्चन लोग शायद कर सकते हैं कि ज्योतिष इसलिए तो नहीं बयान देते वो बयान जो बिल्कुल अलग हो ताकि चर्चा में आ जाए। नहीं क्योंकि आरोप आप पर लगेगा। यह आरोप आप पर लगेगा कि कई सारे बयान हैं। सलमान खान शाहरुख खान की मौत को लेकर मोदी जी के हट जाने को लेकर कैटरीना कैफ के डिवोर्स को लेकर कई लोग यह भी आप पर कहेंगे कि ये सारे बयान सुर्खियों में आने के लिए दे दिए आपने नहीं जैसे मैंने तो सुर्खियों में नहीं बहुत सारे चीजें सही हुई हैं जैसे मैं क्या बोलूं अभी इसी जो सुनामी या भूकंप जो आया था अभी हाल ही में हालांकि वो उतना तेज फैला नहीं उसको मैंने बकायदा बताया था 2025 में ये सब चीजें आई थी आरसीबी के जीतने की भविष्यवाणी की थी और तो मुझे खुद भी नहीं याद है। लोग रील बनाते हैं तो उससे मुझे पता चलता है कि यह चीजें सही हुई है। बहुत सारी चीजें आरसीबी के अलावा कौन सी चीज सही होती है मुझे नहीं याद है। तो और रही बात मेरे एसोसिएशियल YouTube चैनल पे सब पड़ी हुई है। पुरानी भविष्यवाणी लोग देख सकते हैं। 100 में क्या परसेंट भविष्यवाणी सही होती है आपकी? अह यह एक ऐसा सवाल है कि जैसे मेरी रिसेंटली अ पॉलिटिक्स में कोई भविष्यवाणी गलत हुई थी। पॉलिटिक्स में तो मेरी भविष्यवाणी नहीं गलत होती। सो मैं प्रेजेंट की तो बात ही नहीं है। क्योंकि मैं बहुत सोच समझ के करता था। हां इस वक्त मैं समय नहीं दे पाता पॉलिटिक्स पॉलिटिक्स को और मुझे लगता है कि पॉलिटिक्स पर अब भविष्यवाणी करने का ज्यादा मतलब नहीं है। जैसे एक आदमी तब ओरिएंटेड पार्टी होती थी। आज सबके अलग-अलग सिस्टम है। कोलिशंस हैं। तो 100 में मैं 80 टू 90 कहता हूं। आप किस तरह की कुंडली आप प्रेफर करते हो पढ़ना? मतलब किस तरह की कुंडली आपको मिलती ज्यादा है? अ मुझे तो एक तो अ जो आम हमारे जो सामान्य जनता से आती है। सबसे ज्यादा मुझे फॉरेन से कुंडलियां आती हैं। उसमें शादी और तलाक 80% शादी तलाक का होता है। जॉब तो दूसरी चीज हो गई या यूं कहूं कि मुझे शादी और तलाक की ही कुंडलियां मिलती हैं ज्यादातर। और यही हो ही रहा है। चाइल्ड बर्थ ना होना यह दूसरी चीज हो गई। और जैसे नए एक्टर्स हैं। अभी एक एक्टर यही मेरी समझ में नहीं आता। एक एक्टर मैं नाम नहीं लूंगा। उसने लीडिंग जो टीनएजर लड़कियां हैं जो लीडिंग हैं उनके साथ वो लीड रोल में था। Netflix पर फिल्म आई थी। लीड रोल में लड़का था। Netflix पे फिल्म आई। लोग समझे कि इसके बाद तो यह वो एकदम उसके बाद कोई काम नहीं। मतलब वो सुहाना खान के साथ लीड रोल में था। अब आप यह समझिए अनन्या पांडे सुहाना खान। उसके बाद उसका नाम नहीं मालूम। अब वो किस चीज का शिकार हो गया आप भगवान? ओके। जैसे आप ये कुंडलियों को लेकर बयान देते हो आप। कभी इसका बैकफायर होता है? बहुत पहले जब पहला लीग लिखा था तो मैंने लिखा था मुलायम सिंह का करियर खत्म हो गया। है ना? तो फिर किसी समाजवादी पार्टी का तो उस वक्त मोबाइल था नहीं। कोई वो फोन किया था। मैंने बाद में अखिलेश जी और बड़े-बड़े जैसे उनके बारे में प्रेडिक्शन की। अच्छी भी की बुरी भी की सपा से कोई मुझे कोई कॉल नहीं आया और उस पार्टी के जो नीति नियंताओं में उनमें भी की बीजेपी की किसी भी नेता ने और कौन सी ऐसी पार्टी है उद्धव ठाकरे जी और इनकी कुंडली मतलब मैंने इनसे पर्सनल मेरा कोई वो नहीं है हम और कर्नाटका के टॉप ब्रास के लोग हैं मतलब कोई ऐसी पार्टी नहीं जिसे जिनके लोग मुझसे ना मिले कुछ लोग तो अपने लोगों को भेज देते हैं जैसे मैं दिल्ली मुंबई में पैसे ठीक-ठाक लूंगा और मैं वहां पर डायरेक्ट मिलता हूं। यही मेरा काम है और बाकी फोन उन पे तो अलग है। तो वो सारी चीजें वो लोग ले लेंगे। लेकिन किसी ने यह नहीं कहा कि आपने मेरे बारे में ऐसा क्यों कहा? ऐसा क्यों कहा? हां जैसे शाहरुख खान के बारे में बोला था तो एक चर्चित एक्ट्रेस हैं। शेखर कपूर की जो वाइफ थी हम और दोनों को बड़ा बुरा लगा था। भाई क्या मतलब है? जब उनको बुरा नहीं लगा तो इनसे क्या मतलब है? ठीक है। किसी की कुंडली देख के पता लग सकता है कि इससे कितनी शादी होगी? मल्टीपल मैरिज का तो मैंने मतलब देखा जा सकता है 100% और दूसरी शादी की कुंडली तो आजकल मतलब उसमें कोई प्रश्न ही नहीं उठता। तो मैं तो यही पूछता हूं पहली है कि दूसरी है? तो कुछ लोग जो 5 मिनट कंसल्टेशन के बाद बताते हैं कि गुरु जी हां ये दूसरी शादी है तो हम कहते ये कौन सी बात हुई? आपको पहला बताना चाहिए। मैं थोड़ा सा मतलब जब आदमी मेहनत कर रहा है पूरा दिमाग पे एकदम स्ट्रेन डाल के काम कर रहा है। और आप बता रहे हैं दूसरी शादी जिस के चक्कर में पड़ा हूं कि इसका तो तलाक हो जाना चाहिए था। तलाक हो जाना चाहिए था। शादी पूछ रहा तलाक का मतलब एक मैं क्लू भी दूंगा और गुप्त नाड़ी में तो सब कुछ गुप्त ही है उसका कोर्स चलता है मेरा केतु कराता है तलाक केतु करा देगा वो छोड़ेगा नहीं जीवन नष्ट कर देगा और कहीं अगर मंगल का साथ मिल गया तो वो विधवा या विदुर बना देता है। तो मतलब कुंडली देख के पता लग जाता है कि इसकी शादी कितना दिन चलेगी या विधवा होगा। 100% 100 जो गुप्त गुप्त नाड़ी में यह सारी चीजें बहुत कॉमन है। यहां तक कि कुछ गंदी चीजें भी हैं जिसको कभी मैं नहीं लिखा कि शादी से पहले प्रेगनेंसी वगैरह का ये चीजें तो मैं इसे मैं मैं इसे धर्म का हिस्सा नहीं मानता हूं। मैं ये अधर्म का हिस्सा है। अगर किसी से कोई गलती हुई मुझे लगता है तो उसे क्षमा किया जाना चाहिए। तो मान लीजिए कोई दो लोग हैं उन्हें कुंडली नहीं मिल रही है। बहुत प्रेम करते हैं। हम तो शादी करनी चाहिए नहीं करनी चाहिए? कुंडली हां ये ये तो आपने बहुत बड़ा कुंडली मिलान का कोई मतलब ही नहीं। आजकल हिंदुओं में यहां तक कि सिखों में या जैनों में मैं मैं तो कुंडली मिलान पर मैं मेरा स्पष्ट मानना है कि ये कुंडली मिलान फेल है और यह 400 साल पहले नहीं था। डॉ. राजबल्ली पांडे बहुत बड़े इतिहासकार और संस्कृति के कल्चर के बहुत बड़े विद्वान हैं। उनकी बुक में है। उनकी रिसर्च है कि 400 साल पहले यह सब चीजें थी ही नहीं। कुंडली मिलान कुंडली मिलान अगर सही होता तो 24 या 30 या 25 30 तक जाने के बाद तलाक क्यों होते? डिवोर्स क्यों होते? कुंडली मिलान एक मात्र नक्षत्रों को मिलाया जाता है। जैसे आप मृगरा नक्षत्र के हैं, मैं पुनर्वसु इतना ही नहीं आप मशरा के किस चरण से हैं? मैं पुनर्वसु के किस चरण से? अब बताइए इसे कितना मिलना चाहिए? अगर मिलाना हो पहले तो मिलाना नहीं चाहिए। क्योंकि वही है वही इसमें जो राम रच राखा अगर आप मिला रहे हैं तो फिर कुंडली मिलाइए। गुण ना मिलाइए। ये जो मिलाना मैच मेकिंग है ये गुण मिलाना है। कुंडली कैसे मिलाइए? लड़की की कुंडली है देख लीजिए इसकी लजिगिटी है कि नहीं इमोशनल कितना होगा एक दूसरे से मन कितना मिलेगा ये कहीं और तो इनवॉल्व नहीं है नहीं तो लाइफ बिना मतलब खराब करे ये हो लड़की के शादी छोड़ के किसी और के साथ भागने की सीन ये भी ज्योतिष में बड़े आराम से बताया जा सकता है दूसरा डेथ तो नहीं हो जाएगी किसी बहुत बीमारी तो नहीं है और प्रोस्पेरिटी है कि नहीं है लड़की लड़के में ही दोनों सभी चीजें जो होती है आम तौर पे सब मिला ले लीजिए अपने आप और जो नेगेटिव चीजें हैं हम अगर वो मैच कर गई तो भी बहुत बढ़िया है। एक में तलाक लिखा है तो दूसरे तलाक वाले को पकड़ लीजिए मैच कर जाएगा। नहीं होगा। ओके इंटरेस्टिंग। तो आपके हिसाब से परफेक्ट ग्रह जो है वो ऊपर लिखा होता है। सब परफेक्ट कपल जो है वो ग्रहों में लिखा होता है। हां परफेक्ट कपल ग्रहों ग्रहों में लिखा होता है। तो ये हम लोग जो लड़की ढूंढते हैं प्यार मोहब्बत करते सब फर्जीवाड़ा है। नहीं प्यार मोहब्बत प्यार मोहब्बत है। अब मान लीजिए हम किसी लड़की ढूंढे हां हमको प्यार हो गया उससे। हम लेकिन हम आपको कुंडली दिखाएं। आपके वो नहीं फिट बैठती। हम उससे शादी करें कि ना करें। मैं ये बता रहा हूं। आप वो कुंडली दिखाएंगे ही नहीं। उसी मैच मेकिंग पे जाएंगे जो सदियों से हमारे यहां होती रही। हम आप वाले पे चले गए। मान लीजिए। हां। हां। अगर मेरे वाले पे है तो मैं तो मैं तो यह बताऊंगा कि यह नहीं आप मत करिए। अच्छा कुंडली देख के पता लग सकता है कि जो लाइफ पार्टनर है वो लॉयल रहेगा या धोखा दे देगा। अरे ये सब क्यों नहीं पता चलता? 100% पता चलता है। यही पता चलता है। ये कैसे? ये नाड़ी नाड़ियों में ये सब चीजों पर पता नहीं ये सब भगवान शंकर पार्वती जी ने क्या-क्या किया। उन्हीं का सब ज्ञान है ये हम मतलब सबसे बड़े ज्योतिषी भगवान शंकर के बाद भृगु महाराज थे महर्षि भगु हम ये वरुण के पुत्र तो यहां तक मतलब लॉयल की बात मैं बता तो रहा हूं कि शादी से पहले प्रेगनेंसी तक पता चल जाती है। अबॉर्शन तक पता चल जाता है। लेकिन मैं उर्दू में कहूं तो मैं ऐसे लोगों पर लानत भेजता हूं। मेरा मानना है इस युग में अगर ऐसे किसी से कोई गलती हो जाती मैं ऐसे बहुत लोगों को जानता हूं जो जान गए फिर भी वह साधु की तरह जीवन व्यतीत कर रहे हैं। अपने बच्चों की तरह बच्चों के साथ रह रहे हैं और एक अच्छी लाइफ चल रही है उनकी पास्ट को वो भूल गए। मेरे लिए मेरे लिए एक कैरेक्टर और चरित्र बहुत विशाल चीज है। ठीक है? मैं उसको फॉलो करता हूं। जो भी ये चीजें हैं कि एक पत्नी राम का वंशज होने के नाते मेरा मनना है कि आदमी की एक पत्नी एक एक ही पत्नी होनी चाहिए और जबकि उनके पिता की 364 पत्नियां थी दशरथ जी की चार पत्नी नहीं थी 364 या समथिंग ऐसे अभी हमको नहीं पता हां ये वाल्मीकि रामायण ही पढ़ा है हां म वाल्मीकि रामायण में ये आता है जब ये जाने लगते हैं वन जाने लगते हैं तो चार लोगों के अलावा बाकी लोगों की भी राय लेते हैं उल्लेख आता है वहां पे तो पत्नी कैसे थी वो हम सब तो चार ही पढ़े रामायण सीरियल चार ही देखे हैं सीरियल आप वाल्मीकि मैं तो मैं तो इसीलिए बोल रहा हूं ना बार-बार वाल्मीकि रामायण का कि लोग पढ़ें इस चीज को क्या कोट है उसमें हम पढ़ेंगे जाके आप ये जब बन जाते हैं तो उसमें है कि इनकी शेष रानियों का एक आदमी के बहुत बड़े कोई आचार वाचार थे उन तो मैं उस वक्त बाहर था देश से बाहर था और समुंदर के किनारे आराम कर रहा था लेकिन Facebook पे वो लिखे अरे अपने ज्ञान को करिए और ये चार पत्नियां थी मात्र उनकी और भी कौशल्या जी उसमें यह भी है अब सॉरी टू से लोग बुरा ना माने उसमें यह भी है कि भगवान राम मतलब देखिए आदर्श और आदर्श की परिभाषा भी अलग है। भगवान राम यह कहते हैं कैकई ने मेरा राज्य छीन लिया। यहां तक तो ठीक था। जिक्र ऐसीऐसी चीजों का है। जैसे मैं उस पूरा प्रकरण को नहीं बताऊंगा। पंच एक बार एक कुटी बनाते हैं ये लोग तो कहते हैं इसका लक्ष्मण लाओ इसका वास्तु कर ले तो लक्ष्मण जी कहते हैं कि भैया आपसे ज्यादा वास्तु का जानकार कौन है ये शब्द है वाल्मीकि रामायण में तो उन्होंने कहा था वो कहते हैं सामग्री लाओ और एक चीज और मांगते हैं उससे हम वाल्मीकि रामायण में जो इससे पहले आपने शादी वाला कहा ये कहां पर उल्लेख है इसका शादी वो भी वाल्मीकि रामायण में किस किस जगह पर उल्लेख है वनवास के समय का उल्लेख मैं आपको भेज दूंगा। ठीक है? भेजेगा मुझे। मैं आपको भेजूंगा। मैं आपको भेजूंगा। तो वो कहते हैं कि इस इस चीज से हवन ये होगा पूजा होगी। तो वो एक चीज और भी कहते हैं उस पूजा में हवन के लिए तो वो विवादित हो जाएगा। तो उसके बाद जब ये देखिए एक्सेप्ट चीजों को एक्सेप्ट करना चाहिए। अगर इसको ऐसा नहीं है चीजों को वो राम जिस चीज के लिए हैं वो अपने चरित्र के लिए हैं। राजा राम इसीलिए ज्यादातर उनको राजा राम बोलते हैं। क्योंकि एज एज अ राजा राजा के लिए उन्होंने पत्नी तक को एक आदमी की असंतुष्टि होने पर वो पत्नी तक को हटा देते हैं। इसको भी ले कई लोग कहते हैं कि गलत कहा गया। बाद में जोड़ा गया अध्याय वाला। देखिए मैं बताऊं मैं बताऊं जो चीज हमें अच्छी ना लगे उसे ये कह देना बाद में जोड़ा गया तो विवादास्पद हो जाएगा। ठीक है हम चलिए राम से हम आगे बढ़ते हैं। कौन सा प्रभावशाली ग्रह हो जिससे व्यापार अच्छा होता है। व्यापार हम नहीं व्यापार के लिए तो बुध है लेकिन पैसा शुक्र से आता है। हम और शुक्र बिना राहु के कुछ भी नहीं दे सकता। अगर राहु शुक्र का मिलन हो हम जैसा कि अभी जो कुंडली देख रहे थे हम उसमें राहु शुक्र का कनेक्शन है आपका हम ठीक है तो राहु शुक्र के कनेक्शन के बिना पैसा नहीं मिलेगा आएगा ही नहीं अब वो कनेक्शन नाड़ी कनेक्शंस है सिंपली ये कनेक्शन नहीं है जो पराशरी में है जितनी भी कुंडलियां एक भी ऐसा मैंने करोड़पति नहीं देखा जिसमें यह योग ना हो ठीक है बच्चा जब 12th में जा रहा हो, 11th में जा रहा हो तो उसका मन देखें या ग्रह देख के बताएं कि बेटा तू बायो ले या मैथ ले या कॉमर्स ले। बहुत बढ़िया सवाल आपने पूछा है। बहुत लोग इसमें मेरे सवाल से कम से कम 15% लोग असंतुष्ट हो जाएंगे। बच्चे का ना मन देखिए ना अपना मन देखिए। आप दो काउंसलिंग कराइए। एक सिंपल करियर काउंसलिंग जो दिल्ली, बेंगलुरु हर जगह है और एक एस्ट्रोलॉजिकल काउंसलिंग कि आपको आपके बच्चे को आपका आपके बच्चे के प्लनेट्स क्या कहते हैं। मैं मालूम है इस समय क्या सबसे ज्यादा पढ़ रहा हूं कि नई-नई कौन सी स्ट्रीम्स आई हैं। जैसे मुझे नहीं मालूम था कि मतलब आप बिलीव नहीं करेंगे यूएस में और सिंगापुर में ऐसीऐसी चीजें पढ़ाई जा रही हैं जो आप सोच सकते हैं वो पढ़ाई जा रही हैं। तो उसको उसको मैं फिर ग्रहों से मैच करता हूं। अपडेट होता हूं। बहुत पहले कि ग्रह और ये आपके जो बुक्स हैं कौन-कौन सब्जेक्ट है जैसे सीधे मान लीजिए आपको मैनेजमेंट करना है गुरु बृहस्पति हम बैंकिंग बृहस्पति काउंसलिंग कंसल्टेशन बृहस्पति सब कुछ यह बृहस्पति हो गया। लेकिन अह अब उसका बृहस्पति कुछ है ही नहीं है। अब आपने उसको इन क्षेत्रों में मैनेजमेंट में डाल दिया। वह बाद में आके दुकान खोलेगा। वो भी नहीं चलेगी ठीक से। ओके। अगर ज्योतिष सब पता लग जाता है तो जितनी बड़ी-बड़ी घटनाएं होती है उन्हें हम रोक क्यों नहीं पाते? जबकि सारे ज्योतिष कर रहे हैं। जी मैं आपको बताऊं जो मैंने ये कहां कहा कि ज्योतिषी रोक लेगा उसको। बता दे तो रुक जाएगा। अब जैसे अहमदाबाद में फ्लाइट जा रही थी अगर पता होता कि इतने आदमी मर जाएंगे। बिल्कुल सही। बिल्कुल सही। तो आदमी चढ़ता ही नहीं फ्लाइट। बिल्कुल बिल्कुल सही। हर घटना की एक कुंडली होनी चाहिए। तो कोई डेली की घट डेली एक-ए मिनट की कुंडली तो बना के ज्योतिष रखेगा नहीं वो खाएगा क्या बेचारा। कुछ लोग ये काम करते थे। अभी भी करते हैं और उनकी भविष्यवाणियां सही भी होती हैं। और ये जो अभी रिसेंट जो 2025 में घटनाएं हुई मैं स्वयं कोई नहीं कह रहा हूं। ज्यादातर भविष्यवाणी ज्योतिषियों ने की थी। मतलब दो चार ज्योति पांच ज्योति मतलब मैंने ये नहीं कह रहा मैं ही किया था लोगों ने की थी और लोग जो कह रहे हैं उसमें बहुत सारी चीजें होंगी 25 26 27 28 हम ये चार साल बड़े खतरनाक है ओके युद्ध वगैरह तो कोई सवाल ही नहीं उठता कि ना हो ये मतलब जब थाईलैंड लड़ गया कंबोडिया से तो आप सोच सकते हैं अब क्या बचा जिसका काम लड़ाईवड़ाई से कुछ है ही नहीं। थाईलैंड, कंबोडिया से भी लड़ाई कर लिया। तो ये बहुत लंबा चलेगा और ये ये चार साल में सबसे ज्यादा इसमें ग्रहण से ग्रहण से देखा जाता है। ग्रहण देख के तो मैं बता देता हूं कि हां ये चीज यहां इन एरियाज में घटेंगी। सबसे बड़ा आदमी कौन मिला आपको जिसने ये तंत्र मंत्र की बात आपने देखी हो? पर्सनल फर्स्ट हैंड पे। नहीं मतलब देखी हो क्या मतलब कि उसने अपने ऊपर किसी पर करवाया हो या अपना उतरवाया हो मुझे मिलने की बात नहीं है। अभी तक मैंने इंडस्ट्री के कुछ लोगों का मैंने खुद अपने पंडित द्वारा करवाया है और वो प्रोसेस चल रही है। दूसरी चीज कामाख्या में टॉप क्लास टॉप लीडर्स टॉप लीडर यानी रोज उनके पहला उन्हीं का चढ़ता है। जो भी भैंसा भैंसी जो भी हो तो ह्यूमन मतलब जो टॉप लीडरशिप है जो दिल्ली है पूरा हम और दिल्ली को मेरे गुरु जी कहते थे कि अच्छा नहीं मानते थे जगह वो कहते थे यहां इसीलिए ये लंबी उन्होंने उनकी बात उन्होंने इस जगह को एक कोई शब्द बोला था मुझे वो नहीं याद है पर मैं यह कहता हूं कि दिल्ली जो है कोई सिस्टम को मैं फिर से रिपीट करके वो प्रेडिक्ट कर रहा हूं कि लंबा नहीं चलने देती है लोकतंत्र हो राजतंत्र हो, मुगलिया हो, कुछ हो, लंबा नहीं चलने देती। शापित जगह है थोड़ी सी। कोई एक बोल्ड प्रेडिक्शन आप आखिर में करके जाना चाहे ताकि अगली बार जब आप आए तो उसका हम फॉलो अप कर सकें। बोल्ड प्रेडिक्शन तो मैं नहीं कहूंगा। अ जैसे अजय देवगन है हम उनके एक साल सवा साल गड़बड़ हैं। अभी उनकी फिल्म भी एक पिटी है जो आई जल्दी उसके बाद उनका बहुत अच्छा समय शुरू होने वाला है। चलिए आपने बहुत सारी बातें ऐसी कही जिस पर बहुत सारे लोगों को विश्वास नहीं होगा। कुछ लोगों को विश्वास होगा। कुछ ऐसी हैं जो समय सीमा तय कर देंगी। हां हां वो वो कहते हैं कि स्क्रीनशॉट रख लिया है हमने। हां। ये स्क्रीनशॉट रख लिया गलत होगा तब क्या बोलेंगे आप? हां तो सही बात है। अगर मैं बोल रहा हूं तो उनको हक है इस चीज को कहने का। हम इस बात को इसी दर्शकों में छोड़ देते हैं कि जो कुछ आप कह रहे हैं समय काल परिस्थिति में हम भी उसका आकलन करेंगे कि वो कितना सच है कितना फसाना और उसी आधार पर ये तय हुआ कि आप कितने बड़े ज्योतिष हैं या कितना बड़ा है ये अफसाना। बिल्कुल बिल्कुल बहुत-बहुत शुक्रिया आपका। धन्यवाद। भाई

46 Comments

  1. .2055 साल इस धरती के लिये परिवर्तन का साल. भूकंप सांग
    त्सुनामी ओर बाळ ओर हिम वृष्टी is से पृथ्वी पर 10%जमीन राहणे योग्य रहेगी.. तंबाही 100% होंगी मानव किq आबादी 20% रहेगी पुरा गेम गणित का है जेसे 2055 ही 2012साल है ओर 2012 कि मुवि असली है पर 2+0+5+5 =12 याने 2012 ओर 2+0+1+2 =5 इसका उत्तर बी 5 आता है. संसार नियम गणित से चलता है.

  2. Please do not make mockery of this beautiful subject astrology, these astrologers cant read there own charts , please try to save this subject ,these people just play with words no calculations , and this subject ie all about calculations of celestial bodies and applied on 5 elements and 5 senses, he says rahu shukra connection ha ha , no connections man there are calculations..
    If any one wants i can discuss…

  3. दोनों चूतिये और जोकर हैं, साले खुद खाली हैं और हम सब का समय बरबाद कर दिया। इसकी पूरी बात सुनकर तो ये पागल या मानसिक रोगी लगता है

  4. लालकृष्ण आडवाणी जी उपप्रधानमंत्री बन चुके हैं और‌ यह बोल‌रहे है वो कुछ भी नहीं बनेंगे, मतलब उपप्रधानमंत्री कोई भी बन सकता है ,मामुली बात है 😂

  5. आखिरी भविष्यवाणी भी ये बालीवुड के एक एक्टर के बारे मे कर रहा है, इसके लिये बालीवुड के एक्टर का भविष्य ही सबसे महत्वपूर्ण हैइस तरह से ये खुद अपने आप को लाइमलाट मे बनाए रखना चाहता है।

  6. Mortality Brahmans are doing best job predictions, now days others are also …not good….
    Originally, Jyotish was focused on astronomical calculations and was not personalized or negative prediction….like here…not good at all 😮

  7. Agar prediction galt hoti h aur man lena chahiye so what
    Phir to probability ki game h phir to koi bhi kr de
    Don't believe shit

  8. आपके पॉड कास्ट में सहज बुद्धि वाले समझदार लोग बुलाए। पूछते हो आप इनसे आम, ये बताते हैं इमली। घोर भ्रमित पॉडकास्ट

  9. Ek number ka feaku lag raha hai Kya bol raha isko khud nahi pata hai
    Gaja fook ke aaa gaya hai☺️☺️☺️

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